चिंतन-मनन

नाम पतन और दुर्भाग्य का कारण बना

भाग्य बदला जा सकता है नाम बदलकर

 

बदलकर भाग्य बदला जा सकता है। इस बात प सहसा विश्वास तो नहीं होता लेकिन यह सत्य है कि जीवन में नाम का प्रभाव व्यक्तित्व में सफलता पर पड़ता है इससे भाग्य प्रभावित होता है। सुप्रसिद्ध विजेता नेपोलियन बोनापार्ट ने पहले अपना नाम (NAPOLEAN BOUNAPARTE) लिखता था और उसके शुभ प्रभाव से उसका भाग्य चमका और विजेता बना। लेकिन बाद में दुर्भाग्यवश उसने नाम के अक्षर बदलकर (NAPOLEAN BONAPARTE) लिखना शुरू किया तो यह नाम उसके पतन और दुर्भाग्य का कारण बना।
क्या आपका जीवन भी विघ्न बाधा, असफल एवं दुख से भरा तो नहीं है? कहीं आपका नाम अशुभ तो नहीं है। विचार करें और ऐसा हो तो अपने नामाक्षरों हिज्जों (स्पेलिंग) में फेरबदलकर उसे भाग्यशाली रूप है। नाम में प्रयुक्त प्रत्येक अक्षर के अंक निम्न प्रकार से हैं। इन अंकों का योग करें-यह पिण्ड अंक होगा।
अब देखें-आपके पिण्ड अंक और मूल अंक का क्या प्रभाव है?
ए-1, बी-2, सी-3, डी-4, ई-5, एफ-8, जी-3, एच-5, आई-1, जे-1, के-2, एल-3, एम-4, एन-5 ओ-7, पी-8, क्यू-1, आर-2, एस-3, डी-4, यू-6, वी-6, डब्ल्यू-6 एक्स-5, वाई-1, जेड-7।
यह अंक शुभ है, ऐसा व्यक्ति स्थिर बुद्धि, पराक्रमी, नेता, साहसी, उद्योगी यशस्वी, तेज स्वभाव, कर्मठ, धर्मात्मा तथा मन, इच्छा, व्यक्त्वि,
अध्यात्म सभी क्षेत्रों में प्रभावशाली होता है। 1-10-37-46-55 से अंक हर क्षेत्र में प्रभावशाली व प्रतिष्ठित है।
(अ) यदि 26 हो तो कुछ विरोध, शत्रुता, वाद-विवाद भी हो सकते हैं साझे का कार्य शुभ नहीं है।
(इ) 64 हो तो व्यापार अधिक लाभप्रद होता है। वैवाहिक जीवन के बारे में विशेष संतोष नहीं होता, या उसके प्रति अनिच्छा होता है।
अंक-2
इस व्यक्ति में कल्पना तो ऊंची होती है परंतु प्रयोगात्मक क्रियाशक्ति कम होती है। इनकी इच्छायें ऊंची होती हैं। परन्तु सामथ्र्य कम होती है। आत्मिक शक्ति अच्छी होती है। किसी दूसरे की सहायता या साझे से उन्नति होती है। धैर्य कम होता है, विचार अस्थिर होते हैं। भावुक होते हैं।
2-20 यह अंक सर्वथा शुभ है।
(अ) यदि 11 हो तो साझेदारी या अन्य लोगों से भय, धोखा हो सकता है। आध्यात्मिक, बौद्धिक शक्ति अच्छी होती है, व्यक्तित्व प्रभावशाली होता है।
(आ) 29 या 38, 47 अंक हो तो दाम्पत्य जीवन में कष्ट या धोखा सम्भव होता है।
(इ) यह अंक 56 हो तो शुभ होता है लेकिन मानसिक विचारों में अस्थिरता, चिंतित रहता है।
(ई) 65 हो तो शुभ है, वैवाहिक जीवन भी सुखमय होता है किन्तु दुर्घटना, चोट आदि का भय होता है।
अंक-3
यह व्यक्ति अनुशासनप्रिय तथा सिद्धांतवादी होता है। ऐसे व्यक्ति प्रत्येक कार्य में अनुशासनप्रिय होते हैं और नियमानुकूल चलने वाले होते हैं। जनसाधारण न तो अनुशासनप्रिय होते हैं और न सिद्धांतवादी ही अतः ऐसे जातक से बहुत कम लोगों की बनती है। लेकिन यह अंक उन्नति प्रतिष्ठा सूचक शुभ है। बौद्धिक योग्यता इनमें अच्छी होती है, धन को यह महत्व नहीं देता जितना कि सम्मान को और यह सम्मान प्रापत भी होता है। व्यापार में सफल होते हैं।
ऐसे व्यक्ति क्रियाशील होते हैं और जो कार्य करते हैं उसे तन मन
धन से पूर्णमनोयोग से करते हैं।
3-21-30-39-48-57-66 ये सभी अंक शुभ फल द्योतक हैं।
(अ) यदि अंक 12 हो तो शुभ नहीं माना गया है क्योंकि वह शारीरिक कष्ट, बाधायें, चिंता का द्योतक है।
अंक-4
इस अंक का फल विलक्षणत्व है। आकस्मिक घटना से संबंधित यह अंक कभी शुभ भी होते हैं कभी अशुभ भी। इसमें क्रियात्मक शक्ति कम होते भी शारीरिक तथा मानसिक क्षमता से पूर्ण और दृढ़ता का सूचक है। अकस्मात उत्थान, अकस्मात पतन, इसका विशेष गुण है। इसका ध्यान गुण प्रचलित मान्यताओं का विरोध भी है, नई मान्यताआंे का विरोध भी है, नई मान्यताओं की स्थापना में यह अंक सहायक है। इनकी नवीन विचारधारा के कारण इनके शत्रु अधिक होते हैं। धन संग्रह पर ध्यान कम देते हैं, उड़ाऊ एवं खाऊ प्रकृति के होते हैं। यदि मूल संख्या 58 या 76 हो तो शुभ है किन्तु 4-13-22-31-40-49 ये अंक दुविधाजनक तथा अस्थिरता के सूचक होने से शुभ नहीं माने जाते।
(अ) यदि 56 या 76 संख्या हो तो व्यवहार कुशलता, स्पष्टवादिता का परिचायक है। चिकित्सा एवं औषधि संबंधी कार्य में यह अंक शुभ है।
(आ) यदि मूल अंक 13 हो तो यह अंक ध्वंसात्मक एवं विशेष अशुभ माना गया है। इसका संबंध भय हानि तोड़-फोड़ आदि से है।
पश्चिम में 13 के अंक को बड़ा अशुभ मानते हैं कहते हैं कि ईसा मसीह के अन्तिम भोजन में 13 व्यक्ति थे-इसके बाद ही उन्हें शूली पर चढ़ा दिया गया। आज भी वहां 13 व्यक्ति एक साथ भोजन न करें इसका ध्यान रखा जाता है। वहां पर होटलों एवं घरों में 13 की संख्या नहीं रखी जाती-अपितु मान नम्बर या होटलों के रूम नम्बर 11, 12ए, 12 बी, 14 इस प्रकार रखे जाते हैं।
अंक-5
यह अंक प्रसन्नता तथा सफलता का सूचक है। इसमें क्रियात्मक शक्ति तथा स्फूर्ति है। इसमें केवल एक ही दोष है कि कभी-कभी द्विस्वभाव (अनिश्चयात्मक) विचारों के कारण हानि हो सकती है। बौद्धिक कार्य तथा व्यापार के लिये यह अंक विशेष रूप से शुभ है। इनके मित्र अधिक होते हैं। उच्चाधिकारियों तथा मित्रों के सहयोग से उन्नति होती है।
5 और 23 यह अंक सर्वथा शुभ नहीं है भय सूचक है। आकस्मिक एवं देवी आपदाओं, सामाजिक विरोधों से हानि एवं भयसूचक है प्रायः समाज के विरोधों, दूसरों की सलाह आदि से अनिष्ट होता हे।
(आ) 59 तथा 68 अंकों में विपत्ति एवं भय से रक्षा होती है, जनप्रद अंक है किन्तु ईमानदारी नहीं होती।
यह अंक दलाली, बैकिंग, परिवहन से संबंध रखते हैं और इन मामलों में शुभ है।
अंक-6
यह अंक भी क्रियात्मक है और आत्मबल को अधिक महत्व देता है आडम्बरप्रिय भी है। ऐसे व्यक्ति कलाप्रिय, सौन्दर्यप्रिय, संगीत एवं नाटकप्रिय, कविता प्रिय, आतित्थ्यप्रिय होते हैं और भोगी बिलासी तथा ईष्र्यालु होते हैं जो दूसरे की प्रतिस्पर्धा साइन नहीं करते। इस अंक की स्त्रियां विशेष रूप से ईष्र्यालु होती हैं। मि.ता प्रिय, व्यवहार कुशल होते हुए भी कुछ हठी होते हैं।
मित्रों का सहयोग, किसी स्त्री मित्र के माध्यम से सहायता व सफलता, कार्यसिद्ध, उन्नति, अधिकारियों की कृपा, सम्मान, प्रतिष्ठा, यश का प्रतीक है।
6-15-24-33-42-51-60‘69 यह सभी अंक अशुभ हैं।
(अ) अंक 15-यह शुभ है इसका संबंध गुप्त विद्याओ, तंत्रशास्त्र, रहस्य, गुप्तचर आदि से है, अकेले 15 अंक शुभ है, किन्तु दो तीन शब्दों से मिलकर 15 की संख्या बनती हो तो और कोई शब्द 4 या 8 का हो (जैसे 11$4, 8$7, 8$4$39 तो शुभ नहीं होता।
(आ) अंक 51 यह अधिक शक्तिशाली अंक है, अतः शक्ति तथा विजय का प्रतीक होते भी युद्ध तथा शत्रुभय सूचक है। विरोधियों के हाथों हानि, मृत्यु भय सूचक भी है।
(इ) इंक-60 यह औषधि तथा चिकित्सा से संबंधित अंक है ओर इस कार्य में सफलता व लाभप्रद है।
अंक-7
यह अंक भी क्रियात्मक तथा बौद्धिक शक्ति सम्पन्न है। अतः ऐसे जातक, विद्वान तथा कर्मठ होते हैं। यह अंक जलतत्व का है इसलिए इनमें चंचलता होती है। काल्पनिक, भ्रमण प्रिय, परिवर्तनीय, भावुकता यह इस अंक के विशेष गुण हैं। आर्थिक दृष्टि से यह अंक सम्पन्नता भावुक नहीं है। उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। स्वप्न अधिक आते हैं। विचार स्थिर नहीं होते। यात्रा, न्यूज, (समाचार), व्यापार, वैदेशिक संबंधों, जल सम्बन्धी कामों में यह अंक शुभ है।
जैसे पानी में जैसा रंग मिलाया जाय वैसा ही रंग आ जाता है। इसी प्रकार यह व्यक्ति अच्छे या बुरे जैसे लोगों के सम्पर्क में आता है वैसे ही अपनी संगति-सोसायटी, मित्रों पर ध्यान देने की विशेष जरूरत है। प्रारंभ में कठिनाइयां रहेंगी किन्तु परिणाम शुभ होगा। 7-25-34-61-70 यह अंक शुभ है।
(अ) किन्तु 16-43-52 दुर्घटना, चिंतन, असफलता, वाद-विवाद भयख् विध सूचक शुभ नहीं है।
अंक-8
यह अंक स्थिरता तथा दृढ़ता का सूचक है किन्तु क्रियात्मक शक्ति कम होती है। ऐसे जातक मननशील एवं चिंतनशील अधिक होते हैं यह अंक एकाकीपन का सूचक है इनके मित्र कम होते हैं लोगों का व्यवहार भी इनके प्रति सहानुभूति नहीं होता अतः सामाजिक क्षेत्र में यह सफल नहीं होते। ऐसे व्यक्ति न तो चापलूसी करना जानते हैं, न निरर्थक बकवास। कम बोलते हैं-काम अधिक करते हैं और जात काम करते हैं उसे तन-मन से करते हैं कम बोलने के कारण लोग इसे कठोर एवं असहृदय समझ सकते हैं किन्तु वास्तव में ये बड़े भावुक होते हैं-विशेषता यह है कि भावुकता बाहर प्रकट नहीं होती। ऐसे व्यक्ति संघर्षशील, श्रमशील होते हैं और बड़े संघर्षों को झेलकर स्वपौरूषार्थ से उन्नति करते हैं। जो प्रण कर लेते हैं-उसके परिणम की चिंता छोड़कर (भले ही हानि उठानी पड़े) कार्य करते हैं।

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