मुमताज ने शुरू में किया काफी संघर्ष

हिंदी सिनेमा की खूबसूरत एक्ट्रेस मुमताज ने अपने करियर की शुरुआत में काफी संघर्ष किया था। उन्होंने कई बी ग्रेड फिल्मों में भी काम किया लेकिन उन फिल्मों में काम करना एक्ट्रेस के लिए जी का जंजाल बन गया था। बी ग्रेड फिल्मों में काम करने के बाद कोई उनके साथ काम करने को तैयार नहीं था। हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री मुमताज ने अपने करियर में कई हिट और ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया है। लेकिन एक समय वो भी था जब कोई भी उनके साथ काम करने को तैयार नहीं था। क्योंकि वह अक्सर फिल्मों में साइड रोल निभाया करती थीं। हिंदी सिनेमा में खासतौर पर राजेश खन्ना के साथ तो उनकी जोड़ी इतनी बड़ी हिट थी कि उनके शादी करने पर राजेश खन्ना फूट-फूटकर रोए थे और उन्होंने कहा था कि मैंने अपना दाहिना हाथ खो दिया है। 60 और 70 के दशक तक इंडस्ट्री में मुमताज का सिक्का चला करता था। उस दौर में एक्टिंग में उनका कोई सानी नहीं था। अपनी अदायगी से उन्होंने सभी को अपना मुरीद बना दिया था। ये वो दौर था जब वह मेकर्स की पहली पसंद हुआ करती थीं। मुमताज को ये अहसास भी था कि उनका ये स्टारडम उनसे कोई नहीं छीन पाएगा, लेकिन 1971 में एक ऐसी एक्ट्रेस ने एंट्री ली जिसके आते मुमताज सेकेंड टॉप एक्ट्रेस बन गई थीं। दरअसल साल 1971 में देवानंद फिल्म हरे रामा हरे कृष्णा लेकर आए थे। वह चाहते थे कि फिल्म में देवानंद की बहन का रोल मुमताज करें लेकिन उन्होंने बहन का रोल ठुकरा कर पत्नी का रोल लिया। फिल्म में बहन के रोल में जीनत अमान नजर आई थीं। इस एक रोल ने जीनत अमान को रातोंरात स्टार बना दिया था। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया था, लेकिन साल 1971 में मुमताज ने एक ऐसा बड़ा रोल रिजेक्ट कर दिया था, जिसे वो निभा लेतीं तो शायद उनका करियर किसी और दिशा में होता। जीनत के इस फिल्म से स्टार बनते ही मुमताज का स्टारडम फीका पड़ने लगा था। जो रोल उन्हें मिलने थे वो जीनत को मिलने लगे। मुमताज ने अपने करियर में हर तरह के रोल निभाए हैं। आज उम्र के इस पड़ाव पर आकर उनका कहना है कि वह अब काम नहीं करना चाहतीं। अगर उन्हें लगेगा कि उन्हें काम करना है तो ये उनकी इंडस्ट्री हैं, वह वापस आ जाएंगी। (हिफी)