शोमा ने नकारात्मक भूमिका में कमाया नाम

शोमा आनंद ने नेगेटिव रोल में खूब पहचान बनाई। कभी वो क्रूर भाभी बनीं तो कभी लालची बहन के रोल में उन्होंने हर बार लोगों को मोहित किया। घर एक मंदिर, पतिव्रता, शान, घर द्वार, प्यार का मंदिर, बड़े घर की बेटी, जैसी करनी वैसी भरनी और दाता ये वो फिल्में हैं, जिसमें उनके किरदार को भूला नहीं जा सकता। शादी उन्होंने कर ली थी, लेकिन वह एक्टिंग को छोड़ना नहीं चाहती थी। शादी के बाद शोमा की ससुराल में एक न चली, उनके ससुराल वाले यह नहीं चाहते थे वह फिल्मों में काम करें, इजाजत भी नहीं मिली और एक्ट्रेस को मजबूरन हिंदी सिनेमा से दूरी बनानी पड़ी। यहीं से उनका फलता-फूलता बॉलीवुड करियर बर्बाद हो गया। कई सालों बाद अदाकारा ने दोबारा से वापसी करनी चाही, लेकिन तब तक बॉलीवुड उन्हें भुला चुका था। करीब 10 साल तक पर्दे से दूरी बनाने के बाद शोमा ने टीवी में काम शुरू किया। हम पांच सीरियल में शोमा ने अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा ‘कितने कूल हैं हम’, ‘भाभी’, ‘शरारत’, ‘मायका’, ‘खेलती है जिंदगी आंख मिचोली’ जैसे कई शोज के जरिए शोमा ने छोटे पर्दे पर अलग पहचान बनाई। वहीं, बड़े पर्दे पर उनका फिल्म ‘हंगामा’ में अंजलि का किरदार काफी पसंद किया गया था।
16 फरवरी 1958 को मुंबई में पैदा हुई शोमा आनंद का रियल नाम नीलम अरोड़ा है। लेकिन ये नाम इन्हें फिल्मों में पहचान नहीं दिलवा सका। फिल्मी दुनिया में पहचान बनाने के लिए नीलम अरोड़ा को सलाह मिली की वो अपना नाम नीलू बॉबी कर लें। लेकिन ये नाम उन्हें रास नहीं आया और फिर उन्होंने अपना नाम शोमा आनंद रखने का तय किया।
कम लोग जानते हैं कि शोमा अपने पति की दर्दनाक मौत का दर्द भी झेल चुकी हैं। एक इंटरव्यू में कहा था कि वह आज के सिनेमा में खुद को फिट नहीं पा रही थीं और इसलिए दूरी बना ली है। कभी अमिताभ बच्चन के साथ काम किया तो कभी ऋषि कपूर के साथ। इस एक्टर्स ने दूसरे सितारों की तरह नाम बदलकर फिल्मी दुनिया में कदम रखा था और 70 के दशक में आते ही वो छा गईं। (हिफ