
केसर गठिया रोगियों के लिए भी बेहद लाभदायक है। केसर में मौजूद क्रोकेटिन सेरेब्रल ऑक्सीजनेशन को बढ़ाता है, जिसके कारण गठिया के इलाज में सहायता मिलती है। हालांकि लीवर, किडनी, बोन डिसऑर्डर व गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए। केसर किसी भी व्यजंन का रंग व स्वाद बदलने का माद्दा रखती है। वहीं बहुत सी सौंदर्य उत्पादक कंपनियां भी केसर का प्रयोग ब्यूटी प्रॉडक्ट बनाते समय करती हैं। केसर सिर्फ भोजन या ब्यूटी में ही लाभदायक नहीं है, बल्कि इसकी मदद से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी उठाए जा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
आपको शायद पता न हो लेकिन केसर में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कोलोरेक्टल कैंसर कोशिकाओं के विकास को बाधित करता है। यह बात अध्ययन में भी साबित हुई है। इतना ही नहीं, केसर कैरोटेनॉयड्स में समृद्ध है, जो एक एंटी, कैंसर की तरह काम करता है। इस प्रकार केसर का प्रयोग कैंसर कोशिकाओं को रोकने में मददगार है।
केसर गठिया रोगियों के लिए भी बेहद लाभदायक है। केसर में मौजूद क्रोकेटिन सेरेब्रल ऑक्सीजनेशन को बढ़ाता है, जिसके कारण गठिया के इलाज में सहायता है। हालांकि लीवर, किडनी, बोन डिसऑर्डर व गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए।
केसर मूड को बेहतर बनाने में एक अहम योगदान देता है। यहां तक कि आयुर्वेद में इसे मन को प्रसन्न करने वाला माना गया है। बहुत से अध्ययनों से भी यह बात सामने आई है कि केसर का सेवन करने से कुछ हद तक डिप्रेशन से भी निजात मिलती है और व्यक्ति का मूड अच्छा होता है।
केसर का सेवन महिलाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी माना गया है। कुछ महिलाओं में माहवारी से पहले प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम जैसे बैचेनी, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, शरीर में दर्द की समस्या होती है। लेकिन अगर केसर का सेवन किया जाए तो इससे इन समस्याओं से राहत मिलती है। साथ ही स्तनपान कराने वाली महिलाएं अगर इसका सेवन करें तो इससे उनके दूध में वृद्धि होती है। इसके अतिरिक्त यह महिलाओं में गर्भाशय व योनि संकुचन जैसे रोगों को भी दूर करने का माद्दा रखता है।
वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण स्नैकिंग होता है। बहुत से लोग दो मील के बीच अनहेल्दी स्नैकिंग करते हैं, जिसके कारण चाहकर भी वह अपना वजन कम नहीं कर पाते। लेकिन अगर आप केसर का सेवन करते हैं तो इससे व्यक्ति की भूख नियंत्रित होती है और स्नैकिंग की आदत में भी सुधार होता है। जिसके कारण वजन कम करने में सहायता मिलती है।