भारत में बना एकीकृत मोबाइल छलावरण सिस्टम खरीदेगी भारतीय सेना

नई दिल्ली। भारतीय सेना की हथियार प्रणालियों को भारत में ही बनाए जाने के लिए सरकार के प्रयास रंग लाने लगे हैं। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की तरफ कदम बढ़ाते हुए भारतीय सेना ने रक्षा उत्कृष्टता (आईडेक्स) प्रोजेक्ट के लिए संशोधित प्रक्रिया के अनुसार नवाचारों की पहली खरीद की तरफ कदम बढ़ाए हैं। इस बारे में दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार, सेना भारतीय स्टार्टअप मैसर्स हाइपर स्टील्थ टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड से मैकेनाइज्ड बलों के लिए स्वदेशी रूप से विकसित श्इंटीग्रेटेड मोबाइल केमोफलेज सिस्टम (आईएमसीएस) खरीदेगी।
इस बारे में अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। एकीकृत मोबाइल छलावरण प्रणाली में कम उत्सर्जन औरध्या ब्।ड-प्प्त् कोटिंग्स और मोबाइल छलावरण प्रणाली सामग्रियां होती है। इससे बख्तरबंद लड़ाकू वाहन आसपास के परिवेश के रंग ढंग में ढल पाते हैं ताकि ये दुश्मन की नजर में आए बिना युद्ध कार्रवाइयां जारी रख सकें। यह तकनीक स्वदेशी स्टील्थ प्रौद्योगिकी में बड़ी छलांग है और इससे देश रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ेगा। आईएमसीएस से हैंड हेल्ड थर्मल इमेजर (एचएचटीआई)ध् टैंक पर लगे थर्मल कैमरे बैटल फील्ड सर्विलांस रडार (बीएफएसआर) के माध्यम से तलाशे जाने पर एएफवी नजर में आने से बच सकेगा। इसके लिए संबंधित वाहन के दृश्य, थर्मल, इन्फ्रा-रेड और रडार सिग्नेचर को नियंत्रित किया जाता है।
आईडेक्स को डिफेंस एक्सपो इंडिया 2018 के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था। एमएसएमई, स्टार्टअप्स सहित अनुसंधान एवं शध संस्थानों, शिक्षा, उद्योगों सहित रक्षा और एयरोस्पेस में नवाचार को बढ़ावा देने और तकनीकी विकास को प्रोत्साहित करने के लिए इको-सिस्टम बनाना आईडेक्स का उद्देश्य है।
पिछले चार वर्षों में, पक्म्ग् ने कई स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स को आगे बढ़ाया है। वर्तमान में सेना के पास 48 ऐसी परियोजनाएं हैं जिनमें 41 देश के रक्षा स्टार्टअप को प्रोत्साहित किया जा रहा है।