साइबर पुलिस की रिपोर्ट पर दूरसंचार कंपनी पर एक लाख 83 हजार रुपये जुर्माना

भोपाल। राज्य साइबर सेल की रिपोर्ट पर दूरसंचार विभाग ने एक टेलीकाम कंपनी पर 01 लाख 83 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। टेलीकाम कंपनी के खिलाफ यह कार्रवाई साइबर क्राइम पुलिस द्वारा फर्जी सिम कार्ड के बारे में आगाह करने के बावजूद इन्घ्हें ब्घ्लाक करने में लापरवाही बरतने को लेकर की गई है। गौरतलब है कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक योगेश देशमुख के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश राज्य साइबर पुलिस द्वारा करीब एक साल पहले साइबर अपराधियों के विरूद्ध लगातार प्रभावी कार्रवाई करते हुए आठ हजार से अधिक संदिग्ध सिमों को ब्लाक कराया गया था। इस संदर्भ में साइबर सेल द्वारा उक्घ्त टेलीकाम कंपनी से भी फर्जी सिम ब्घ्लाक करने का आग्रह किया गया था। इसके बावजूद कंपनी इसको लेकर अनमनी बनी रही। इस पर साइबर पुलिस द्वारा दूरसंचार विभाग से इसकी शिकायत की गई थी, जिसने जांच के बाद यह कार्रवाई की है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक देशमुख ने बताया कि राज्य साइबर जोन ग्वालियर को वर्ष 2020 में फेसबुक पर फर्जी विज्ञापन देकर कार बेचने के नाम पर 1,75,000 रूपये की धोखाधड़ी संबंधी शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसकी जांच पर अज्ञात ठगों द्वारा मप्र के ही शिवपुरी और गुना जिले से जारी फर्जी सिम और फर्जी पेटीएम खातों का उपयोग किया जाना पाया गया। साइबर जोन ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल के नेतृत्व में निरीक्षक दिनेश कुमार गुप्ता, एसआइ अनिल शर्मा आदि की टीम द्वारा प्रकरण की गहन एवं सूक्ष्म जांच करते हुए फर्जी सिम जारी करने और फर्जी पेटीएम खाते बनाने में संलिप्त आठ आरोपितों के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई की गई। लेकिन इसके साथ ही प्रकरण में प्राप्त डाटा के विश्लेषण से 20,000 से अधिक संदिग्ध मोबाइल नम्बरों को भी चिन्हित किया और इनकी सूची बनाकर संबंधित सर्विस प्रोवाइडरों को सत्यापन हेतु भेजा गया। इस पर एक टेलीकाम कंपनी के मार्च 2022 में 7 हजार 948 सिम ब्घ्लाक कर दी गई। बाद में इसी कंपनी ने 239 अन्य सिमों को ब्लाक किया। परंतु दूसरी टेलीकाम कंपनी द्वारा पुनः सत्यापन में सभी सिम सही पाया जाना बताते हुए कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर राज्य साइबर पुलिस द्वारा उपलब्ध साक्ष्यों के साथ दूरसंचार विभाग के महानिदेशक को जानकारी भेजी गई। इसके बाद टेलीकाम अधिकारी द्वारा सिमों का पुनः परीक्षण किया गया, जिसके बाद 583 सिम ब्लाक करने के अलावा 1,83,000 रुपये का जुर्माना भी संबंधित टेलीकाम कंपनी पर लगाया गया। इस प्रकार एक अकेले प्रकरण में गहन अनुसंधान और सतत कार्रवाई द्वारा कुल 8,772 संदिग्ध सिम को ब्लाक कराया गया।