तनाव को दूर करता है योग: डॉ. जोशी

ऋषिकेश। गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) और पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित महोत्सव में डॉ. नवदीप जोशी ने कहा कि बच्चों में होने वाला चिड़चिड़ापन, बेचैनी और हाइपर एक्टिविटि को इस योग के माध्यम से हल किया जाता है। युवाओं में होने वाले एडिक्शन, तनाव आदि को दूर करने में योग की यह प्रक्रिया कारगर साबित होती है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं में सामान्य डिलीवरी एवं स्वस्थ बच्चे को जन्म देने की विधि भी नाद योग में बताई गई है। मनुष्य के शरीर में होने वाली 40 से अधिक बीमारियां जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर जैसी बीमारियां नाद योग के जरिए ठीक की जा सकती है। उन्होंने योग प्रतिभागियों को नाद योग के योगाभ्यास कराए।
स्वामी आत्मस्वरूपानंद सरस्वती ने योग साधकों को बताया कि शरीर के अंदर 95 प्रतिशत बीमारियां मानसिक व भावनात्मक हैं। शरीर के रोग को तो दवा से ठीक किया जा सकता है, लेकिन मन तक कोई दवा जा नहीं सकती और मन तक कोई दवा जा सकती है तो वह योग विज्ञान ही है। प्रो. विजेन्द्र सिंह ने बताया कि योग क्रियाओं से शरीर के अंगों पर कितना सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उसको मापने के भी पैरामीटर हैं। डॉ. लक्ष्मीनारायण जोशी ने योग की प्राचीन तकनीक नाभि के रहस्यों पर चर्चा की। हठयोगी जितानंद महाराज ने संयमित और नियमित जीवन जीने को स्वास्थ्य की आदर्श कुंजी बताया। योगिनी उषा माता, स्वामी बोधि वर्धमान, डॉ. विपिन जोशी आदि ने प्रतिभागियों को योगाभ्यास कराया। इस मौके पर जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक विशाल मिश्रा, विप्रा त्रिवेदी, दयानंद सरस्वती, भारत चंद, एसपीएस रावत, विश्वनाथ बेंजवाल, रघुवीर सिंह राणा आदि मौजूद रहे।