लेखक की कलम

यूपी में युवाओं को भाया अग्निपथ

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

देश में सेना को और ज्यादा युवा बनाने के प्रयास में सरकार ने अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। कुछ भ्रम और कुछ राजनीति के चलते इस योजना का पूरे देश मंे हिंसात्मक रूप से विरोध हुआ। देश की अरबों की सम्पत्ति आग के हवाले कर दी गयी। दूसरी तरफ केन्द्र सरकार और भाजपा की राज्य सरकारें अपने स्तर से समझाने का प्रयास भी कर रही थीं और हिंसा को भड़काने वालों पर कार्रवाई भी हो रही है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने अग्निपथ योजना के बारे में युवाओं को बहुत अच्छी तरह से समझाया था। इटावा के लखना स्थित द्रोणाचार्य फिजिकल स्पोर्ट्स एकेडमी के युवाओं ने अग्निपथ योजना का समर्थन किया है। इस एकेडमी में कई युवा सेना मंे अपना भविष्य बनाने की तैयारी कर रहे हैं। इनमें से बहुतों का कहना है कि पहली बार इतनी बड़ी तादाद में भर्ती होने जा रही है, इसलिए युवाओं को सेना मंे भर्ती होने का सपना पूरा करना चाहिए। यहां पर प्रशिक्षण ले रहे युवआों ने अग्निपथ योजना के विरोध मंे ट्रेनों और बसों के जलाने की निंदा की और कहा कि किसी बात का विरोध करने के लिए हिंसा कोई रास्ता नहीं है। इससे पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि युवा साथियों, अग्निपथ योजना आपके जीवन को नये आयाम प्रदान करने के साथ ही भविष्य को स्वर्णिम आधार देगी। आप किसी बहकावे में न आएं। योगी की अपील जिस तरह इटावा के लखना स्थित द्रोणाचार्य फिजिकल स्पोट्र्स एकेडमी के युवाओं को प्रोत्साहित कर रही है, उसी तरह अन्य युवाओं को भी अग्निपथ योजना की सार्थकता और सामयिकता समझ मंे आ जाएगी।
भारतीय सेना में भर्ती के लिए घोषित अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई हिस्सों में पिछले दिनों जहां भारी विरोध देखने को मिला, लेकिन उत्तर प्रदेश के इटावा में सैकड़ों युवाओं ने अग्निपथ योजना का समर्थन कर प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया है। इटावा के लखना स्थित द्रोणाचार्य फिजिकल स्पोर्ट्स एकेडमी में सेना मंे भर्ती होने के लिए युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं, कई युवा सेना में अपना भविष्य बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इन युवाओं का कहना कि सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना का वो समर्थन करते हैं। सेना में भर्ती की तैयारी करने वाले कई युवाओं का मानना है कि पहली बार इतनी बड़ी तादाद में भर्ती आई है और इस भर्ती से ज्यादा युवाओं को सेना में जाने का अवसर मिलेगा। अग्निपथ योजना के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर वे कहते हैं कि महात्मा गांधी ने देश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई और ये आजादी बिना हिंसा के जीती भी। हमें अगर किसी चीज का विरोध करना भी है तो हिंसा करना कोई रास्ता नहीं है, बल्कि शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करना चाहिए। हिंसा कोई रास्ता नहीं है। संजय साथ कहते हैं, अगर हमारे मां-बाप कड़ा फैसला लेते हैं तो क्या हम अपने घर में आग लगा देंगे। देश की संपत्ति हमारी संपत्ति है और इसको नुकसान पहुंचाना किसी भी सूरत में ठीक नहीं है। वहीं पेंशन को लेकर वे कहते हैं कि शायद 4 साल की नियुक्ति रक्षा बजट बढ़ाने को लेकर की जा रही है। अगर ऐसा है तो सभी नेताओं की भी पेंशन खत्म होनी चाहिए, इससे काफी रुपया बचेगा और उस रुपये को सेना के ऊपर लगा देना चाहिए। सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं का कहना था कि देशसेवा हमारे लिए सर्वोपरि है, लेकिन सरकार को उन युवाओं की ओर ध्यान देना होगा, जिन्होंने परीक्षा पास की है, जिनकी ज्वाइनिंग होनी थी, उनके लिए सरकार को कुछ जरूर सोचना चाहिए, क्योंकि कड़ी मेहनत करके उन्होंने सभी परीक्षाएं पास की हैं। हमें आशा है कि सरकार उन युवाओं के बारे में जरूर कुछ सोचेगी। सेना में जाने की तैयारी कर रही एक छात्रा ने कहा कि सरकार अगर इस योजना को लेकर आई है तो कहीं न कहीं कुछ सोच समझकर ही लाई होगी। छात्रा ने कहा कि हिंसा करना कोई रास्ता नहीं है। यह भर्ती काफी वक्त बाद आई है। इस भर्ती से ज्यादा से ज्यादा युवा सेना से जुड़ पाएंगे। द्रोणाचार्य अकादमी में मौजूद युवाओं ने कहा कि अग्निपथ के सर्टिफिकेट से सरकारी विभागों में निकलने वाली भर्तियों में कुछ प्रतिशत की छूट मिल सकती है। हम अग्निपथ स्कीम के समर्थन में है। वहीं द्रोणाचार्य एकेडमी के संचालक ने कहा कि देश की संपत्ति हमारी सबकी संपत्ति है और उसको इस तरह से तहस-नहस करना कहीं से भी उचित नहीं है। युवा अभी इस योजना को लेकर भ्रमित हैं। अग्निपथ योजना युवाओं के लिए फायदेमंद साबित होगी और अधिक युवाओं को इस योजना के तहत देश की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त होगा।
यहां पर ध्यान देना होगा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी युवाओं से ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर किसी बहकावे में नहीं आने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं को राष्ट्र व समाज की सेवा के लिए तैयार करेगी। मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी केंद्र की ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ कई स्थानों पर युवाओं के प्रदर्शन के बीच आई थी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर पर लिखा, ‘युवा साथियों, ‘अग्निपथ योजना’ आपके जीवन को नए आयाम प्रदान करने के साथ ही भविष्य को स्वर्णिम आधार देगी। आप किसी बहकावे में न आएं।’ मुख्यमंत्री योगी ने एक अन्य ट्वीट में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंशानुरूप ‘अग्निपथ योजना’ युवाओं को राष्ट्र व समाज की सेवा हेतु तैयार करेगी, उन्हें गौरवपूर्ण भविष्य का अवसर प्रदान करेगी। इसके साथ योगी ने युवाओं को आश्वस्त करने का प्रयास करते हुए कहा कि मां भारती की सेवा हेतु संकल्पित हमारे ‘अग्निवीर’ राष्ट्र की अमूल्य निधि होंगे। यूपी सरकार अग्निवीरों को पुलिस व अन्य सेवाओं में वरीयता देगी। जय हिंद! इससे पहले मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि प्रदेश सरकार पुलिस और संबंधित सेवाओं में भर्ती के लिए ‘अग्निवीरों’ को प्राथमिकता देगी।
केंद्र सरकार ने साढ़े 17 साल से 21 साल तक के युवाओं को चार साल के लिए सैन्य बलों में भर्ती करने के वास्ते ‘अग्निपथ’ योजना की घोषणा की थी। बाद मंे इस आयु सीमा को बढ़ाकर 23 साल कर दिया गया था। केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर यूपी के आगरा, मेरठ, बुलंदशहर, बलिया समेत कई जिलों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। इस दौरान कई जगह हाईवे और रेल रूट बाधित हुआ है। इसके अलावा बिहार में केंद्र सरकार की सैन्य बलों में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी और पथराव किया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और रेलवे पटरियों पर
धरना देने वाले युवाओं को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया। (हिफी)

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