हरियाणा में ‘स्वार्थ’ की दरार

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस मंे लिखा है-
सुर नर मुनि सब कै यह रीती, स्वारथ लागि करैं सब प्रीती।
हरियाणा में भी भाजपा के साथ डाक्टर अजय चैटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपा) ने कोई परोपकार करके सरकार नहीं बनायी। जेजेपी को डिप्टी सीएम का पद मिला और मंत्री भी। इस प्रकार भाजपा ने भी परिस्थिति देखकर जेजेपी को गले लगाया था लेकिन अब उसे लगता है कि स्थानीय निकाय चुनाव मंे अपनी ताकत को परख लिया जाए तो भाजपा ने अकेले ही निकाय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। एक दिन पहले ही हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा था कि भाजपा निकाय चुनाव गठबंधन पर नहीं लडे़गी। इसी के बाद जेजेपी की तरफ से प्रतिक्रिया आना स्वाभाविक था। जेजेपी प्रमुख डा. अजय चैटाला ने कहा कि हमारी पार्टी भी अपने दम पर निकाय चुनाव लड़ेगी। हालांकि उन्हांेने भाजपा पर अप्रत्यक्ष रूप से धोखा देने का आरोप भी लगाया। डा. अजय चैटाला ने कहा कि हमने तो पूरी ईमानदारी के साथ भाजपा के साथ गठबंधन धर्म का निर्वाह किया है। दूसरे शब्दों मंे कहा जाए तो अजय चैटाला का आरोप है कि भाजपा गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है। हरियाणा मंे इस बार स्थानीय निकाय चुनाव मंे अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी कूद पडी़ है और मुकाबला चतुष्कोणीय होगा। भाजपा को लगता है कि गैर भाजपाई वोट का तीन हिस्सों मंे बंटवारा होगा और इसका लाभ भाजपा को मिलेगा।
हरियाणा मंे नगर निगम चुनाव अकेले लड़ने के फैसले पर गठबंधन में दरार पैदा होने लगी है। जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अजय सिंह चैटाला ने गांव बुडाना में मनदीप ढांडा के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा। अजय सिंह चैटाला ने कहा कि हमने पूरी ईमानदारी के साथ भाजपा के साथ गठबंधन निभाया है। अलग-अलग चुनाव लड़ने का यह भाजपा का फैसला है। हम तो गठबंधन में चुनाव लड़ना चाहते थे और इसके लिए पूरी तैयारी भी कर ली गई थी लेकिन भाजपा के कुछ नेताओं ने अकेले ही चुनावी रण में उतरने के लिए रणनीति तैयार की थी जिसका पार्टी की मीटिंग में फैसला भी ले लिया गया। अब दोनों पार्टियां नगर निगम चुनाव अलग-अलग लड़ेंगी।
अजय चैटाला ने कहा कि जेजेपी पार्टी भी सिंबल पर चुनाव लड़ेगी और सभी जगहों पर अपने प्रत्याशी उतारने का काम किया जाएगा। गठबंधन में रहते हुए हम पूरी मर्यादा के साथ यह चुनाव लड़ेंगे। दोनों पार्टियों को मर्यादा में रहकर ही अपना अपना चुनावी अभियान शुरू करना चाहिए। जेजेपी पार्टी गांव की नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों की पार्टी है। हमारी पार्टी के 10 विधायक जहां से चुने गए हैं, उनमें ग्रामीण व शहरी दोनों तरह के क्षेत्र आते हैं, जब भाजपा के पास पूर्ण बहुमत नहीं था तभी गठबंधन से सरकार बनाई गई थी। आज कुछ नेता बहुत बड़ी बातें कर रहे हैं। उनको उचाना के प्लेटफार्म पर फिर जवाब देने का काम करेंगे। जेजेपी पार्टी का मजबूत संगठन है और पार्टी पिछले दिनों सभी हलकों में सदस्यता अभियान चलाकर और भी मजबूत करने का काम किया है। भविष्य में गठबंधन के जवाब में उन्होंने कहा कि इसका जवाब तो भाजपा नेताओं के पास हैं, उनसे पूछना।
एक दिन पहले ही हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ का बड़ा बयान सामने आया था। निकाय चुनाव गठबंधन पर नहीं लड़ेंगे, बीजेपी अकेले चुनाव लड़ेगी। धनखड़ ने कहा कि नगर परिषद का चुनाव बीजेपी सिंबल पर लड़ेगी, जबकि पालिका का फैसला बीजेपी की जिला ईकाई करेगी। पालिका में जो उम्मीदवार सिंबल पर लड़ेगा उसका फैसला बीजेपी जिला इकाई करेगी। धनखड़ ने कहा चुनाव को लेकर 1 जून को पंचकूला में बैठक होगी। इससे पहले हिसार में हुए एक कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धनखड़ सीएम मनोहर लाल के साथ शामिल हुए। सीएम की इच्छा रखने पर धनखड़ ने विपक्षी दलों का आकलन बताया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की कहानी कुछ कठिन है। ऊपर से नेतृत्व कमजोर है। कांग्रेस संगठन एक सूत्र में चलने में असमर्थ हैं। कांग्रेस सिंबल मामले, फोटो किसके लगे जैसे विवाद में उलझी है। आम आदमी पार्टी के बारे में हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि आप अभी तो हरियाणा में आई है। इनेलो प्रमुख के ओम प्रकाश चैटाला के जेल जाने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आयु को देखते हुए उनके प्रति मुझे संवेदना है, लेकिन कोर्ट का फैसला सभी के लिए एक संदेश है कि आय से अधिक संपत्ति जुटाने का क्या परिणाम हो सकते हैं।
उधर, केजरीवाल पूरी ताकत लगा रहे हैं। कुरुक्षेत्र जिले में केजरीवाल ने ‘बदलेगा हरियाणा’ रैली कर हुंकार भरा। केजरीवाल हरियाणा के विकास का अपना मॉडल बताया। उन्होंने रैली का नाम ही अब बदलेगा हरियाणा दिया। इसके जरिये वह आम आदमी पार्टी और खुद के लिए भी प्रदेश की जनता से एक मौका मांग रहे हैं। आप के हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता का कहना है कि उनकी रैली को विफल करने के लिए भाजपा, कांग्रेस ने अपने कार्यक्रम रखे। बावजूद इसके दोनों ही दलों की रैलियों से आप की रैली में अधिक भीड़ जुटी।
हरियाणा में कुल 46 शहरों में चुनाव होने हैं जिनमें 18 नगर परिषद और 28 नगर पालिकाएं शामिल हैं। पंजाब चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी अब हरियाणा नगर निकाय चुनाव में अपनी भाग्य आजमाने वाली है। आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे से मिली हुई हैं। अब वहां जनता ने आप को चुनने की ठान ली है।
राज्य चुनाव आयोग ने हरियाणा की 18 नगर परिषद और 28 नगर पालिका के चुनाव की घोषणा कर दी है। राज्य चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी धनपत सिंह ने चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेस कर चुनावों की तिथियों की घोषणा की। इसके तहत 4 जून तक नामांकन भरे जाएंगे, 6 जून को स्क्रूटनी होगी और 7 जून को विड्रॉल की तिथि रहेगी। उसी दिन इलेक्शन सिंबल दिए जाएंगे। 7 जून को ही उमीदवारों की सूची जारी की जाएगी, 7 जून को ही निशान अलॉट कर लिस्ट जारी की जाएगी। 19 जून को मतदान होगा। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। अगर जरूरत हुई तो 21 जून को रिपोल होगा। 22 जून को मतगणना होगी। अचार सहिंता लागू हो गई है।
हरियाणा में 93 शहरी निकाय हैं। चुनाव आयोग ने 46 में ही चुनाव की घोषणा की है। प्रदेश में कुछ शहरी निकायों का कार्यकाल गत वर्ष जून में खत्म हो गया था, लेकिन कोविड के कारण चुनाव नहीं हो पाए थे। राज्य चुनाव आयोग पहले 47 निकायों में चुनाव की तैयारी में जुटा हुआ था, लेकिन प्रदेश सरकार ने फरीदाबाद नगर निगम के साथ ही 18 नगर परिषद और 31 नगर पालिकाओं में चुनाव की सिफारिश की थी। चुनाव आयोग ने 46 स्थानीय निकायों की ही चुनाव तिथि की घोषणा की है। (हिफी)