यूपी में धर्मपाल का मिशन-24

- सुनील बंसल की तरह धर्मपाल भी अभाविप में रहे हैं सक्रिय।
- पश्चिमी यूपी में प्रभावशाली सैनी विरादरी से हैं धर्मपाल।
- कार्यकर्ताओं पर रखते हैं अच्छी पकड़।
उत्तर प्रदेश में भाजपा को लोकसभा से लेकर विधानसभा में भी उल्लेखनीय सफलता दिलाने में पर्दे के पीछे कार्य करने वाला मजबूत संगठन है। अबतक इसकी कमान सुनील बंसल संभाले हुए थे जिनको प्रोन्नति देकर राष्ट्रीय महामंत्री बना दिया गया है। सुनील बंसल को राष्ट्रीय महामंत्री बनाकर तीन राज्यों में चुनाव प्रबंधन का दायित्व सौंपा गया है। जिनमें भाजपा पैर जमाने की भरपूर कोशिश कर रही है। इन राज्यों में पश्चिम बंगाल और ओडिशा (उड़ीसा) भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में सुनील बंसल का दायित्व धर्मपाल सैनी को सौपा गया है, श्री सैनी इससे पूर्व झारखण्ड में संगठन के महामंत्री की भूमिका का निर्वहन कर रहे थे। धर्मपाल ने दायित्व संभालते ही मिशन-24 पर कार्य शुरू कर दिया है और 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए धर्मपाल ने 23 अगस्त को लखनऊ में भाजपा मुख्यालय में पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में अन्य लोगों के साथ सुनील बंसल भी मौजूद थे। सुनील बंसल ने अबतक की रणनीति से अवगत कराया। प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम- केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी इस बैठक में मौजूद थे। धर्मपाल की उत्तर प्रदेश में यह पहली बैठक थी। इससे पहले धर्मपाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट कर विचार-विमर्श भी किया था।
इस बात की चर्चा पहले से थी कि सुनील बंसल को उत्तर प्रदेश के दायित्व से मुक्त किया जाएगा। उनको प्रोन्नत करके राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है। बंसल को पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जैसे राज्यों का प्रभार सौंपा गया है। उसी समय से यह चर्चा चल रही थी कि सुनील बंसल की जगह यूपी में भाजपा किसको यह दायित्व सौंपेगी। धर्मपाल सिंह पर भाजपा ने भरोसा जताया है और उनमें वे सभी क्षमताएं हैं जो उत्तर प्रदेश में भाजपा की विजय यात्रा को अविरल जारी रखेगी। धर्मपाल पांच साल से झारखण्ड के संगठन महामंत्री का दायित्व संभाल रहे थे। वे पिछड़े वर्ग से हैं और भाजपा की चुनावी रणनीति के अनुसार ओबीसी वोट बैंक को ज्यादा मजबूत किया जा रहा है। यही कारण है कि केशव प्रसाद मौर्य विधानसभा का चुनाव हार गये थे, इसके बावजूद उन्हें डिप्टी सीएम बनाकर मंत्रिमंडल में भी जगह दी गयी है। धर्म सिंह सैनी बिरादरी से आते हैं।
दूसरा महत्वपूर्ण बिन्दु यह है कि भाजपा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) पर फिर से भरोसा जताया है। भाजपा का यह युवा घटक बहुत सक्रियता से कार्य करता है। सुनील बंसल भी अभाविप के सदस्य रहे हैं और धर्मपाल सिंह का भी विद्यार्थी परिषद में काम करने का पर्याप्त अनुभव है। मूल रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले धर्मपाल सिंह सैनी बिरादरी से हैं जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ओबीसी की प्रभावशाली जाति मानी जाती है। धर्मपाल सिंह सैनी 1984 में एक कार्यकर्ता के तौर पर अभाविप में शामिल हुए और 6 साल के अंदर अपनी प्रतिभा और लगन से एबीवीपी के पूर्ण कालिक कार्यकर्ता बन गये। भाजपा में आने से पहले वह विद्यार्थी परिषद के युवा नेता ही रहे। उनका कार्य क्षेत्र उत्तर प्रदेश था और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत संगठन मंत्री के तौर पर वह कार्य कर रहे थे। विद्यार्थी परिषद में ही पश्चिमी यूपी में क्षेत्र संगठन मंत्री की जिम्मेदारी भी उन्होंने निभाई है। बाद में प्रदेश के क्षेत्र संगठन मंत्री रहे। धर्मपाल सैनी ने विद्यार्थी परिषद में रहते हुए ही कृषि क्षेत्र में भी काम किया। वह एवीबीपी के आल इंडिया एग्रोविजन चैप्टर के संयोजक भी रहे हैं।
इस प्रकार जमीन से जुड़े लोगों और कार्यकर्ताओं के साथ काम करने का उन्हें पर्याप्त अनुभव है। कार्यकर्ताओं के बीच वह बेहद सुलम और सरल रहते हैं जिससे लोग उनसे जुड़ते है और अपनी समस्या भी खुलकर बताते हैं। सभी कार्यकर्ताओं से उनका परिचय रहता है और आमतौर पर वे नाम लेकर उनको बुलाते हैं। झारखण्ड में पांच साल संगठन महामंत्री के रूप में सरकार और संगठन से तालमेल की बेहतर छबि भी बनायी है।
झारखण्ड में रघुवर दास की सरकार भले ही दोबारा नहीं बन पायी लेकिन भाजपा ने 2019 में 14 में 12 सांसद सीटे जीती थीं। इसमें धर्मपाल सैनी की प्रमुख भूमिका रही। वहां संगठन आज भी मजबूत है।
बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल पद संभालते ही मिशन-2024 में जुट गए हैं। वह पहली बार 23 अगस्त को पार्टी के राज्य मुख्यालय पर अवध, कानपुर, काशी और गोरक्ष क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ परिचयात्मक बैठक कर रहे थे। इस बैठक में इन चारों क्षेत्रों के जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष, महामंत्री सहित अन्य नेता भाग लेंगे। परिचय के साथ ही बैठक में मिशन-2024 के लिए रणनीति साफ की जाएगी। धर्मपाल एक दिन पहले देर रात लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पहुंच गए।भाजपा इन दिनों 2024 के लिए अपने सांगठनिक ढांचे को नये सिरे से तैयार करने में जुटी है। संगठन में व्यापक बदलाव की प्रक्रिया के तहत प्रदेश महामंत्री संगठन के रूप में झारखंड से धर्मपाल को यूपी लाया गया है। वहीं यूपी में इस भूमिका का निर्वाह कर रहे सुनील बंसल का प्रमोशन कर उन्हें राष्ट्रीय महामंत्री और तीन राज्यों का प्रभारी नियुक्त किया गया है। पार्टी में जल्द नये प्रदेश अध्यक्ष की भी नियुक्ति होनी है।
इधर, यूपी की कमान मिलने के बाद धर्मपाल ने पश्चिम से परिचयात्मक बैठकों का सिलसिला शुरू किया है। वे 21 अगस्त को गाजियाबाद में पश्चिम और ब्रज क्षेत्र के पदाधिकारियों संग बैठक कर चुके हैं। इस बैठक में भी वे ब्रज और पश्चिमी क्षेत्र के लिए रूपरेखा तय कर चुके हैं। लखनऊ में बाकी चारों क्षेत्रों के पदाधिकारियों संग परिचयात्मक बैठक के साथ ही प्रदेश में विधिवत काम शुरू करेंगे।
भाजपा ने मिशन-2024 को ध्यान में रखते हुए ओबीसी कोटे से आने वाले धर्मपाल को संगठन महामंत्री बनाया है। वहीं केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव हारने के बाद भी पहले डिप्टी सीएम और फिर विधान परिषद में दल का नेता नियुक्त कर भाजपा ने संगठन और सरकार दोनों में पिछड़ों को तरजीह दिए जाने का संदेश देने का प्रयास किया है। भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल ने बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया जा रहा है। भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल ने बाद मंे पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में अवध, काशी, कानपुर बुंदेलखंड और गोरखपुर क्षेत्र के
जिलाध्यक्षों और जिला प्रभारियों संग बैठक की। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)