लेखक की कलम

बुद्ध दर्शन से बुद्धि दान तक

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व्यावहारिकता मंे कभी पीछे नहीं रहते। पिछले दिनों नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा नई दिल्ली की यात्रा पर आये थे और वे भारत-नेपाल संबंधों के बीच खुलकर जो कह गये, वो तो सभी ने सुना लेकिन बहुत कुछ इशारों-इशारों मंे भी बता दिया था। उन्हांेने इशारों मंे यह बताया कि नेपाल की पूर्ववर्ती सरकारों ने चीन के प्रति झुकाव रखकर भारत का विरोध किया, उसे बीता हुआ इतिहास समझकर भुला देना चाहिए। देउबा ने दोनों देशों के बीच सीमा के विवाद को मिल बैठकर सुलझाने की बात भी कही थी। इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नेपाल की तरफ से आये प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष संदेश का जवाब तो देना ही था। शांति के दूत महात्मा बुद्ध की जयंती (16 मई-वैशाख पूर्णिमा) से बेहतर दिन और क्या हो सकता था। पीएम मोदी ने बुद्धपूर्णिमा पर भगवान बुद्ध के सिद्धांतों को याद करते हुए उन्हंे पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। वे नेपाल के लुम्बिनी में गये। लुम्बिनी जाने से पहले प्रधनमंत्री कुशीनगर गये। यहां से नेपाल गये और नेपाली भाषा मंे अपनी इस यात्रा की खुशी को दर्शाया। नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने भी उसी सौहार्द से जवाब दिया। बाद मंे दोनों पीएम माया देवी मंदिर मंे गये। साथ-साथ पीपल के वृक्ष को पानी दिया। इस प्रकार बुद्ध दर्शन को फलीभूत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शाम को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे। यहां पर मोदी ने योगी के मंत्रियों को बुद्धिदान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर नेपाल के लुम्बिनी में भगवान बुद्ध की जन्म स्थली पहुंचे। एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने के लिए नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने शेर बहादुर देउबा के साथ माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से उत्तर प्रदेश के कुशीनगर पहुंचे। कुशीनगर से वह हेलिकॉप्टर से नेपाल के लुम्बिनी पहुंचे। वापसी में वह फिर कुशीनगर आए जहां वह भगवान बुद्ध के महा परिनिर्वाण स्थल गये। नेपाल पहुंचने के बाद पीएम मोदी माया देवी मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। मंदिर में ही स्थित पुष्कर्णी तालाब की परिक्रमा करके पीएम मोदी ने अपने नेपाल दौरे की शुरुआत की। इसके बाद, पीएम मोदी बुद्धिस्ट कल्चर एण्ड हेरिटेज सेन्टर के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए। नेपाल पहुंचते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाली भाषा में कई ट्वीट भी किए और कहा कि वह नेपाल पहुंचकर काफी खुश हैं। नेपाल से लौटने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी पहले कुशीनगर गये। कुशीनगर से लौटने के बाद यूपी की राजधानी लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ डिनर किया।
कहा जा रहा है कि इस मीटिंग में पीएम मोदी सभी मंत्रियों को कामकाज के तरीकों और चुनावी तैयारियों के लिए टिप्स भी देंगे। योगी आदित्यनाथ के दूसरी बार सीएम बनने के बाद पीएम मोदी पहली बार उनके आवास पर जा रहे हैं। पीएम मोदी के लिए आयोजित इस डिनर में सीएम योगी के साथ दोनों डिप्टी सीएम शामिल होंगे। इसके साथ ही योगी सरकार के सभी 52 मंत्री मौजूद रहेंगे। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री आवास पर होने वाली इस डिनर पॉलिटिक्स के जरिए मिशन 2024 की तैयारियों का खाका भी खींचा जाएगा। शाम 6.45 बजे से रात 9 बजे तक डिनर के मौके पर यूपी के मंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे। वहीं पीएम मोदी रात 9.30 बजे लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। बताया जा रहा है पीएम मोदी योगी मंत्रिमंडल को शासन चलाने का मंत्रदेंगे। पीएम मोदी लोक कल्याणकारी नीतियों की चर्चा भी करेंगे। इस दौरान यूपी सरकार के कामकाज पर विस्तार से चर्चा होगी। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मंत्रियों के साथ पीएम मोदी 3 घंटे तक बातचीत करेंगे। बताया जा रहा है कि मंत्रियों को अपनी बात रखने के लिए 3-3 मिनट का समय मिलेगा। सीएम योगी और दोनों डिप्टी सीएम भी अपनी बात रखेंगे। जून 2017 के बाद ये दूसरा मौका है जब पीएम मोदी सीएम योगी के घर डिनर पर जा रहे हैं। ऐसे में लखनऊ में जगह-जगह होर्डिंग और पोस्टर लगा दिए गए हैं। चुनाव के बाद पीएम मोदी का इस तरह सीएम आवास आना और उनकी टीम के साथ बैठक करना कई सारे संदेश दे रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने में तो यह लाभदायी होगा ही, साथ ही यह योगी के नेतृत्व पर निर्विवाद मुहर के तौर पर भी देखा जा रहा है।वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव दिल्ली की सत्ता पर तीसरी बार जीत हासिल करने का सपना पूरा करने के लिए यूपी एक बार फिर से बड़ा फैक्टर होगा, जिसमें योगी-मोदी दोनों के ही जमीनी काम सत्ता का रास्ता तय करने वाले हैं।
दरअसल योगी सरकार केन्द्र की योजनाओं को अमल में सबसे आगे रही है। वहीं पीएम ने विधानसभा चुनाव 2022 में अबकी बार योगी सरकार का नारा मंच से दिया था। चुनावों के दौरान पीएम मोदी और सीएम योगी की एक तस्वीर भी सामने आई थी जिसमें वे मुख्यमंत्री के कंधे पर हाथ रख कर चल रहे हैं। इस तस्वीर से योगी मोदी की शानदार केमिस्ट्री का संदेश दूर तक गया था। योगी सरकार टू में जिस तरह से योगी ने आत्मविश्वास से भरे फैसले शुरु किए, चाहें वह मंत्रियों के कामकाज का सौ दिन का एजेंडा देना हो, मंत्रियों को सप्ताह में दो दिन जनता के बीच प्रवास करना या फिर मंत्रियों को मंडलीय व्यवस्था लागू कर जिलों के दौरों की जिम्मेदारी देकर जनता के बीच भेजना शुरू किया या फिर आईएएस और आईपीएस अफसरों को सस्पेंड करने और डीजीपी को हटाने जैसा बड़ा फैसला, यह दर्शाता है कि इस बार योगी आत्मविश्वास से लबरेज
होकर काम कर रहे हैं। पीएम मोदी इससे पहले 20 जून 2017 को सीएम आवास आए थे, लेकिन तब इसे
दूसरी मंशा के रूप में देखा गया
था। दरअसल राष्ट्रपति का चुनाव था और पीएम मोदी ने विपक्ष के नेताओं, धर्मगुरुओं को भी सीएम योगी के आवास पर डिनर के लिए बुलाया था। (हिफी)

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button