राम मंदिर से विकास मंदिर तक

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन जून को होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी उत्तर प्रदेश के विकास मंदिर का उसी तरह शिलान्यास करेगी जैसे एक दिन पहले ही अयोध्या में योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राममंदिर के गर्भ गृह का शिलान्यास किया है। गर्भ गृह का शिलान्यास करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि यह पांच सौ वर्षों की तपस्या के बाद भारत माता का मंदिर बन रहा है। उसी तरह तीन जून को ब्रेकिंग सेरेमनी में देश भर के भामा शाह 80 हजार करोड़ रुपये का निवेश उत्तर प्रदेश में करके विकास के मंदिर का शिलान्यास करेंगे। विविध उत्पादों के साथ उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचने जा रहा है। योगी आदित्यनाथ के अनुसार डबल इंजन सरकार का लाभ सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश को ही मिल रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के प्रयासों को भी नजरंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि 2017 के मध्य में जब उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी तब राज्य का इन्फ्रास्ट्रक्चर बहुत अच्छा नहीं था। योगी आदित्यनाथ ने सुदृढ़ कानून व्यवस्था, निवेश की दोस्ताना नीतियां, ईज आफ डुइंग बिजनेस, सिंगल विंडो पोर्टल निवेश मित्र (जिसके माध्यम से 29 विभागों द्वारा 349 सेवाएं आनलाइन उपलब्ध हैं।) ने उद्यमियों का ध्यान यूपी की तरफ आकर्षित किया है। इसी का नतीजा है कि देश भर में सबसे ज्यादा लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) वाला राज्य उत्तर प्रदेश बन गया है। पर्याप्त एवं निर्वाध बिजली के साथ यातायात के बेहतर संसाधन योगी के 6 साल के कार्यकाल में प्रदेश को मिले हैं। राज्य के 10 शहरों में मेट्रो रेल सेवा उपलब्ध है और पांच शहरों में निर्माणाधीन अथवा प्रस्तावित है। इसी तरह प्रदेश में चार एक्सप्रेस वे कार्य कर रहे हैं और चार निर्माणाधीन हैं। राज्य में पांच अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे भी हैं जिनके चलते विदेशी भी निवेश करने में संकोच नहीं कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व मंे राजधानी लखनऊ 3 जून को आयोजित होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए सज-धज कर तैयार हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश-विदेश के तमाम उद्योगपतियों का जमावड़ा उसी दिन राजधानी में रहेगा। इस दौरान 80,000 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट होगा। योगी सरकार के तीसरे सेरेमनी में 1406 कंपनियां शामिल हो रही हैं। ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में 500 करोड़ से अधिक 30 कंपनियां कुल 43,906 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। इसके अलावा 100 से 499 करोड़ रुपये वाली 108 कंपनियां 24,028 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट करेंगी। डाटा सेंटर, एग्री एंड एलाईड, आईटी एंड इलेक्ट्रानिक्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, मैनुफैक्चरिंग, हैंडलूम्स एंड टेक्सटाइल, रिन्यूबल एनर्जी, एमएसएमई, हाउसिंग एंड कमर्शियल, हेल्थ केयर, वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक, डिफेंस एंड एयरोस्पेस फार्मास्यूटिकल एंड मेडिकल सप्लाई, एजुकेशन, डेयरी समेत कई अन्य क्षेत्र में निवेश होगा। दरअसल, उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी वाला राज्य बनाने एवं औद्योगिक विकास के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचने के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार दृढ़ संकल्पित दिख रही है। ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी-3 को भव्य बनाने के साथ ही उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी उद्योगपतियों और निवेशकों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है। जीबीसी-3 में 80 हजार करोड़ रुपए से अधिक निवेश की 1400 से
अधिक परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। यह आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य तक पहुंचाने में सहायक साबित होगा। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित होने जा रहे इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 80 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए उनका शिलान्यास करेंगे।
अभी एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के पवित्र गर्भगृह का शिलापूजन किया। उन्होंने कहा कि यह मंदिर ‘राष्ट्र मंदिर’ और लोगों की आस्था का प्रतीक होगा। मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और राम मंदिर न्यास के सदस्यों की उपस्थिति में मंत्रोच्चारण के बीच गर्भगृह की आधारशिला रखी। सीएम योगी ने इसके साथ ही कहा, ‘उन सभी पुण्य आत्माओं को अत्यंत आनंद की अनुभूति हो रही होगी, जिन्होंने 500 वर्षों तक अनवरत चले इस संघर्ष को कभी भी मंद नहीं पड़ने दिया।’ मंदिर निर्माण का कार्य अब द्रुत गति से आगे बढ़ेगा और सैकड़ों वर्षों से भारत की आस्था जिस पवित्र कार्य के लिए तरस रही थी, वह दिन बहुत दूर नहीं। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर देश-दुनिया के सभी सनातन हिन्दू धर्मावलम्बियों की आस्था का प्रतीक बनेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ ही कहा कि राम जन्मभूमि के लिए जिन्होंने अपने प्राण दिए, उनको नमन करता हूं। यह मंदिर नए भारत का राष्ट्रीय मंदिर तो होगा ही, साथ ही पूरे देश को एक सूत्र में बांधेगा।’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में शिला रखने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘आज ये हमारा सौभाग्य है कि राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में भी शिलाओं को व्यवस्थित रूप से रखने की शास्त्रीय परंपरा के निर्वहन का कार्यक्रम आज पूज्य संतों और न्यास के पदाधिकारियों की उपस्थिति में शुरू हो चुका है।
ध्यान रहे कि योगी सरकार ने 26 मई को उत्तर प्रदेश सरकार का नया बजट पेश किया। इस बजट में यूपी को विकास प्रदेश बनाने की दूरगामी योजना दिखाई देती है। यूपी के इतिहास का सबसे बड़े लगभग 6 लाख 15 हजार करोड़ से अधिक के अधिक बजट से यूपी में बुनियादी ढ़ांचे के विकास को ऊंचाई पर पहुंचाने की खास पहल की गई है। मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी में इंफ्रास्ट्रचर सेक्टर के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसके तहत प्रदेश भर में एक्सप्रेस वे और सड़को का जाल बिछाया जा रहा है।
यूपी देश में 5 एक्सप्रेसवे वाला पहला राज्य है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में यह संकल्प फिर से प्रदर्शित हुआ है। बजट में विभिन्न एक्सप्रेसवे के लिए 10,650 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके साथ तीन निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे के लिए भी 3,450 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। इसमें बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए 1,492 करोड़ रुपए, 1,107 करोड़ रुपए पूर्वांचल और 870 करोड़ रुपए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के लिए दिए गए हैं। बजट में मेडिकल और हेल्थ इंफ्रास्ट्रचर को मजबूत करने के लिए भी 12,242 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। यूपी में एयर कनेक्टिवटी और टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार निरंतर प्रयासरत है। इस साल के बजट में एयरपोर्ट के लिए 2,100 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसमें से 2 हजार करोड़ रुपए जेवर एयरपोर्ट और 101 करोड़ रुपए अयोध्या में एयरपोर्ट विस्तार के लिए दिए गए हैं। अयोध्या में राजजन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण तेजी से जारी है और उम्मीद है कि राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या धार्मिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रुप में उभरेगा। योगी सरकार अयोध्या के चंहुमुंखी विकास के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। योगी सरकार के बजट में महिलाओं की सुरक्षा और रोजगार को प्राथमिकता दी गई है। महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए राज्य के सभी 1,535 पुलिस स्टेशन में महिला हेल्प डेस्क बनाई जाएंगी। योगी सरकार ने पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी बढाने के लिए लखनऊ, गोरखपुर और बदांयू में पीएएसी की तीन महिला बटालियन बनाने का फैसला लिया है। इससे साथ ही योगी सरकार ने मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत माइक्रो
और स्मॉल स्केल इंडस्ट्री में महिलाओं के सशक्तिकरण और स्किल डेवलेपमेंट के लिए 20 करोड़ का प्रावधान भी किया है। बजट में अगले पांच साल में 10 हजार स्टार्टअप और 100 इंक्यूबेटर्स स्थापित करने की योजना बनाई गई
है जिससे राज्य के युवाओ में इंट्रप्रेनरशिप और इवोवेशन का विकास होगा और
ये रोजगार बढाने में भी कारगार साबित होंगे। (हिफी)