लेखक की कलम

शासन-प्रशासन की पारदर्शिता जरूरी

अधिकारी व मंत्री देंगे अपनी सम्पत्ति का ब्यौरा

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

 

  •   मंत्रियों के परिजन शासन व्यवस्था मंे न करें हस्तक्षेप
  •  अधिकारी व मंत्री देंगे अपनी सम्पत्ति का ब्यौरा
  •  कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से मिलेंगे मंत्री

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि शासन व प्रशासन में पारदर्शिता बनी रहे, इसीलिए अपने मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को अपनी और अपने फैमिली मेंबर्स की समस्त चल-अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करने का निर्देश दिया। सीएम योगी ने मंत्रियों के अलावा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) व प्रांतीय प्रशासनिक सेवा (पीसीएस) के अधिकारियों को भी संपत्ति उजागर करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही मंत्रियों से यह अपेक्षा की कि शासकीय कार्यों में उनके परिवार के सदस्यों का कोई हस्तक्षेप नहीं हो। लोकभवन में अपने मंत्रिमंडलीय सदस्यों के साथ आयोजित एक विशेष बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जनप्रतिनिधियों के आचरण की शुचिता अति आवश्यक है। इसी भावना के अनुरूप सभी मंत्री शपथ लेने के अगले तीन माह की अवधि के भीतर अपने और अपने परिवार के सदस्यों की समस्त चल-अचल संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करें। मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों ने 25 मार्च को पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करते हुए मंत्रियों के लिए निर्धारित आचरण संहिता का पूरी निष्ठा से पालन किया जाए।
सरकार के कामकाज शासकीय कार्यों में मंत्रियों के परिवार के सदस्यों के हस्तक्षेप की शिकायत का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा, सभी मंत्री यह सुनिश्चित करें कि शासकीय कार्यों में उनके परिवार के सदस्यों का कोई हस्तक्षेप नहीं हो। सीएम योगी ने नसीहत देते हुए कहा, हमें अपने आचरण से आदर्श प्रस्तुत करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, अब सरकार जनता के द्वारश् पहुंचेगी और आगामी विधान सभा सत्र से पूर्व मंत्रियों को प्रदेश भ्रमण का कार्य पूरा कर लेना होगा। इस सिलसिले में 18 मंत्री समूह गठित किए गए हैं और इनके लिए मंडल निर्धारित किए गए हैं। सरकारी बयान के अनुसार, दोनों उप मुख्यमंत्रियों की टीम में एक-एक राज्य मंत्री सम्मिलित हैं, शेष तीन सदस्यीय मंत्री समूह गठित किए गए हैं। भ्रमण का यह कार्यक्रम शुक्रवार से रविवार तक होगा। पहले चरण में प्रदेश भ्रमण करने के बाद मंत्री समूहों को रोटेशन प्रणाली के तहत दूसरे मंडलों की जिम्मेदारी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि तीन दिवसीय मंडलीय भ्रमण के दौरान हर टीम को एक जिले में कम से कम 24 घंटे रहना होगा। टीम का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ मंत्री कम से कम दो जिलों का भ्रमण करें। मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान मंत्रियों के लिए दिशानिर्देश भी निर्धारित कर उन्हें मंडलीय समीक्षा बैठकों में विभागीय प्रस्तुतिकरण देखने की जिम्मेदारी दी है।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को भ्रमण के दौरान शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भेंट करने के साथ ही कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए महिला सुरक्षा के मामलों, एससीध्एसटी के प्रकरणों में अभियोजन की स्थिति, पुलिस गश्ती, बाल यौन अपराधों, व्यापारियों की समस्याओं, गैंगस्टर पर कार्रवाई आदि का पूरा विवरण भी देखने को कहा है। सीएम योगी ने कहा है कि मंत्री समूहों के हर सदस्य को रात्रि विश्राम किसी जिले में ही करना होगा। इस प्रकार योजनाओं के पात्र व अपात्र लोगों के बारे मंे भी पता चलेगा।
मंत्रियों की टीम अपनी भ्रमण रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष प्रस्तुत करेगी। मंत्रिपरिषद की बैठक में मंत्री समूह की आकलन रिपोर्ट पर चर्चा होगी। इसके बाद जनहित में और कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों से सोमवार और मंगलवार को राजधानी में ही रहने को कहा है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के अलावा सूर्य प्रताप शाही- मेरठ, सुरेश खन्ना- लखनऊ, स्वतंत्र देव सिंह- मुरादाबाद, बेबी रानी मौर्य- झांसी, चैधरी लक्ष्मी नारायण- अलीगढ़, जयवीर सिंह- चित्रकूट धाम, धर्मपाल सिंह- गोरखपुर, नंदगोपाल गुप्ता नंदी- बरेली, भूपेंद्र सिंह- मिर्जापुर, अनिल राजभर- प्रयागराज, जितिन प्रसाद- कानपुर, राकेश सचान- देवीपाटन, अरविंद शर्मा- अयोध्या, योगेंद्र उपाध्याय- सहारनपुर, आशीष पटेल- बस्ती और संजय निषाद को आजमगढ़ मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने दूसरे कार्यकाल का एक माह पूरा कर लिया है। इसके साथ ही प्रदेश में शासन व्यवस्था एक बेहतर तरीके से आगे बढ़ाने की योजना पर कार्य शुरू किया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी लोकसेवकों यानी आईएएस और पीसीएस अधिकारियों और उनके परिजनों की संपत्ति भी सार्वजनिक करने का निर्देश दिया है। इसे ऑनलाइन पोर्टल पर जारी किया जाएगा, ताकि आमलोग आसानी से देख सकें। सीएम योगी के निर्देश में केंद्र में चल रही पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार की ओर से जारी किए गए निर्देशों की झलक साफ तौर पर देखी जा सकती है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों को विशेष रूप से निर्देश दिया है कि शासन व्यवस्था से अपने परिवार के लोगों को अलग रखें। उन्होंने कहा कि शासकीय कार्यों में उनके परिवार के सदस्यों का कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। हमें अपने आचरण से आदर्श प्रस्तुत करना होगा। सीएम ने कहा कि कैबिनेट के समक्ष सभी विभागों की सांगठनिक व्यवस्था से सभी लोग अवगत हो चुके हैं। आगामी 100 दिन, 6 माह, 1 साल, 2 साल और 5 साल की कार्ययोजना का प्रजेंटेशन भी हो चुका है। अब इसे जमीन पर उतारने का समय है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दूसरे कार्यकाल के दौरान मंत्रियों को जनता के साथ सीधे संवाद पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान मंत्री समूह जन चैपाल कार्यक्रम का आयोजन करें। इससे जनता से सीधा संवाद होगा। साथ ही, किसी एक विकास खंड या तहसील का औचक निरीक्षण भी इस दौरान करने के निर्देश दिए गए हैं। दलित और मलीन बस्ती में सहभोज कार्यक्रम भी चलाया जाएगा। विकास कार्यों का स्थल निरीक्षण और गुणवत्ता की जांच की भी बता कही। भ्रमण के दौरान शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से मुलाकात का भी कार्यक्रम रखने का निर्देश दिया है। (हिफी)

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