लेखक की कलम

योगी ने बनाया यूपी को ग्रोथ इंजन

(मोहिता स्वामी-हिफी फीचर)
गत 24 मार्च को उत्तर प्रदेश मंे योगी आदित्यनाथ की सरकार के लगातार 8 वर्ष पूरे हो गये। वर्ष 2017 मंे भाजपा ने तत्कालीन अखिलेश यादव की सपा सरकार को उखाड़ फेंका था और लम्बे विचार-विमर्श के बाद गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया गया था। उस समय लोग मुख्यमंत्री को लेकर अलग-अलग राय जता रहे थे लेकिन योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपराधियों और माफियाओं पर निश्चित रूप से शिकंजा कसा, इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश मंे उद्योग-धंधों का जाल बिछाने के लिए इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन भी शुरू किया गया जो लगातार जारी है। योगी की सरकार ने यूपी को ग्रोथ इंजन बनाने का प्रयास किया है। धार्मिक प्रवृत्ति और हिन्दुत्ववादी होने के चलते अयोध्या, काशी और अन्य तीर्थ स्थलों का विकास किया गया। अयोध्या मंे राम मंदिर पर फैसला तो बाद मंे आया, उससे पहले दीपोत्सव का भव्य आयोजन करके अयोध्या मंे पर्यटन को बढ़ावा दिया गया। अभी हाल ही संपन्न हुए प्रयागराज मंे महाकुंभ पर सरकार का 17 हजार करोड़ रुपया खर्च हुआ लेकिन 3 लाख करोड़ रुपये की आमदनी हुई है। अपनी सरकार को 8 साल की उपलब्धियों के बारे मंे योगी आदित्यनाथ ने 24 मार्च को प्रेस को जानकारी भी दी है।
योगी सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर बीजेपी भव्य कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। उत्तर प्रदेश के हर जिले और गांव में बीजेपी उत्सव का जश्न मनाएगी। प्रदेश सरकार के
मंत्री, विधायक, जिलों के प्रभारी समेत सभी कार्यकर्ता “उत्तर प्रदेश का उत्कर्ष-भाजपा सरकार के 08 वर्ष” का संदेश लेकर जिलों से गांवों तक पहुंचेंगे। बीजेपी का यह उत्सव कार्यकर्म 24 मार्च से 14 अप्रैल तक प्रदेश में बूथ से लेकर जिला मुख्यालयों में आयोजित होगा। जिला स्तर पर 24 मार्च से कार्यशालाएं भी आयोजित होंगी। अभियान के तहत जिला स्तर पर लाभार्थी मेले आयोजित किये जायेंगे। घर-घर सम्पर्क के माध्यम से भी सरकार की योजनाओं और साहसिक व ऐतिहासिक निर्णयों को घर-घर व जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। विधानसभा स्तर पर विकास गोष्ठियां भी आयोजित की जायेंगी। युवा मोर्चा जिले में सरकार की प्रमुख परियोजनाओं पर बाइक रैलियों के
माध्यम से पहुंचेगा। जिला स्तर पर प्रबुद्धवर्ग के बीच सम्मेलनों के माध्यम से सरकार की 8 वर्ष की उपलब्धियों पर संवाद किया जाएगा। ग्रामसभा स्तर पर महिला मोर्चा महिलाओं के बीच पहुंचकर संवाद करेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के आठ साल पूरे होने पर 24 मार्च को लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस कर अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में सत्ता में आने से पहले उत्तर प्रदेश की पहचान एक बीमारू राज्य के तौर पर होती थी। पिछले आठ वर्षों में सरकार ने प्रदेश की छवि को पूरी तरह बदल दिया है। आज उत्तर प्रदेश की पहचान देश के ग्रोथ इंजन के तौर पर होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश की बेटियां असुरक्षित थीं, प्रदेश में अराजकता का तांडव हो रहा था, किसान आत्महत्या कर रहे थे। प्रदेश में दंगे हो रहे थे। जब हम सत्ता में आए तो किसानों के लिए काम किया। आज बेटियां सुरक्षित महसूस कर रही हैं। आज यूपी दंगा मुक्त प्रदेश बन गया है। वही अधिकारी है, वही सिस्टम है, लेकिन अब पहचान बदल गई है। पिछली सरकारों में जो 22 साल में नहीं किया। वह हमारी सरकार ने पिछले आठ सालों में कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले आठ सालों में साढ़े सात लाख से अधिक नौजवानों को बिना भेदभाव और भ्रष्टाचार के सरकारी नौकरी दी है। 222 बदमाशों को पुलिस एनकाउंटर में ढेर किया गया है। 171 रोहिंग्या मुसलमानों को पकड़ा गया है। 130 आतंकी गिरफ्तार हुए। अब तक 20 हजार 221 अपरतधी गिरफ्तार हुए हैं। एनकाउंटर में 20 हजार से ज्यादा इनामी बदमाश भी पकड़े गए। गैंगस्टर एक्ट में 142 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई। आज कानून व्यवस्था में उत्तर प्रदेश ने लंबी छलांग लगाई है। महाकुंभ इसका ज्वलंत उदहारण है, जहां 45 दिनों में न लूटपाट, न छेड़खानी, न चोरी और न ही किसी प्रकार की आपराधिक घटना हुई। प्रदेश वही, तंत्र वही, केवल सरकार बदलने से व्यवस्था बदली। 2017 के पहले एग्रीकल्चर के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश उपेक्षित था। उत्तर प्रदेश प्राचीन समय से ही कृषि प्रधान रहा। हमारे पास प्रकृति की प्रचूर मात्रा में अवसर थे। हम इसको आगे बढ़ सकते थे। 2017 के पहले किसान आत्महत्या करता था। कृषि सेक्टर में एक वीरानी छाई हुई थी। आज व्यापक बदलाव हुए। कृषि विकास दर 13.5 फीसद से अधिक हुई, इससे प्रदेश के जीडीपी में 28 फीसद की बढोत्तरी हुई। इसकी शुरुआत हमारे पहले कैबिनेट ने किया था 36 हजार करोड़ रुपए की कर्जमाफी की गई।
योगी ने बताया पीएम किसान सम्मान योजना सहित हर योजना में धनराशि डीबीटी के माध्यम से जा रही है। सिंचाई क्षेत्र में व्यापक बढोत्तरी हुई। वर्षों से सिंचाई परियाजनाएं लंबित पड़ी थी, हमने इन्हें शुरू किया। आज 8 वर्ष में 23 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा किसानों को मिली। प्रदेश में कृषि विश्वविद्यालयों का उन्नयन, एक कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना, 20 नए कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना की गई। उत्तर प्रदेश इस सेक्टर में एक अलग स्पीड से आगे बढ़ा। उन्हांेने कहा 2017 से पहले चीनी उद्योग बंदी के कगार पर था। आंदोलन होता था। गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपये बकाया था। चीनी मिलें बंद होती जा रही थी। हमने
3 नई चीनी मिलों की स्थापना की, 6 नई चीनी मिलों को पुनः संचालन किया, 38 मिलों का विस्तार किया। वर्तमान में 122 चीनी मिलें क्रियाशील हैं। 2017 से अब तक 2 लाख 80 हजार करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान किया गया। पिछली सरकारों के 22 वर्ष के कुल भुगतान से 60 हजार करोड़ से ज्यादा भुगतान हमने 8 वर्ष में किया।
अभी कुछ दिन पूर्व अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज सदन में आयोजित कल्चरल प्रोग्राम में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हमारी तीन पीढ़ियों ने श्रीराम जन्मभूमि के लिए संघर्ष किया। हम सत्ता के लिए नहीं आए हैं। अगर राम मंदिर के लिए सत्ता गंवानी भी पड़ी तो कोई समस्या नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में आज दीपोत्सव बड़ा फेस्टिवल बन गया है। इसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
मुख्यमंत्री के बयान के बाद
अयोध्या के साधु-संतों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कहा वह सराहनीय है। योगी आदित्यनाथ पहले संत हैं, बाद में मुख्यमंत्री। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पूर्वज तीन पीढ़ियों से राम मंदिर के लिए समर्पित रहे हैं। योगी जी जब पहली बार आए थे मुख्यमंत्री बनने के बाद तो हम लोगों ने राम मंदिर की चर्चा की थी। तब योगी जी ने कहा था कि अधिकारी बता रहे थे कि आपके जाने से कुर्सी को खतरा होगा। तो सीएम ने कहा राम मंदिर के लिए कुर्सी भी जाए हमें कोई दिक्कत नहीं। ऐसे संत ने जब मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली तो प्रदेश को ग्रोथ इंजन बनना ही था। (हिफी)

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