राधा मोहन को योगी का रिटर्न गिफ्ट

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
विधानसभा चुनाव के समय जब यह बात सामने आयी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जनता के बीच जाएंगे, तब सवाल था कि वे कहां से चुनाव लडें़? किसी ने कहा मथुरा से चुनाव लड़ेंगे। वहां के जनप्रतिनिधियों ने इस प्रकार का आग्रह भी किया था। भाजपा और उसके समर्थकों का एक वर्ग ऐसा भी था जो योगी आदित्यनाथ को भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या से प्रत्याशी बनाना चाहता था। इन दोनों स्थानों पर भाजपा के प्रत्याशी पूर्व से ही तय थे। इसके बाद योगी को गोरखपुर से ही विधानसभा चुनाव लड़ाने का फैसला किया गया। इस सीट का प्रतिनिधित्व डा. राधा मोहन अग्रवाल कर रहे थे। गोरखपुर शहर सीट पर 2002 मंे डा. राधा मोहन अग्रवाल को योगी की सिफारिश पर ही प्रत्याशी बनाया गया था। योगी आदित्यनाथ उस समय गोरखपुर संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस प्रकार डा. राधा मोहन अग्रवाल ने योगी आदित्यनाथ के लिए अपनी सीट छोड़ी थी। अब उन्हें योगी ने यूपी से राज्यसभा के लिए भेजकर रिटर्न गिफ्ट दिया है। भाजपा ने यूपी से राज्यसभा के लिए अपने सभी प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं। इसके तहत सोशल इंजीनियरिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया है।
भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने 6 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर से पूर्व विधायक डॉ. राधामोहन अग्रवाल का नाम भी शामिल है। हाल में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में डॉ. राधामोहन अग्रवाल ने अपनी गोरखपुर शहर सीट सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए खाली कर दी थी, जिस पर वह साल 2002 से जीतते आ रहे थे। राधामोहन अग्रवाल लगातार चार बार बीजेपी के टिकट पर गोरखपुर शहर सीट से चुनाव जीते थे। गोरखपुर शहर सीट पर लंबे समय से गोरखनाथ मंदिर का प्रभाव रहा है। अग्रवाल को भी मंदिर और गोरक्षपीठाधीश्वर यानी सीएम योगी आदित्यनाथ का सहयोग मिलता रहा लेकिन जब यूपी विधानसभा चुनाव 2022 आया, तब उन्हें यह सीट योगी आदित्यनाथ के लिए खाली करनी पड़ी थी। बताया जाता है कि सीएम योगी के सहयोग से ही साल 2002 में डॉ. राधामोहन अग्रवाल को हिंदू महासभा से विधानसभा चुनाव में टिकट मिला। चुनाव जीत कर पहली बार वह विधानसभा पहुंचे। इसके बाद 2007 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2007 से लेकर 2017 तक बीजेपी के टिकट पर डॉ. अग्रवाल ने लगातार तीन बार गोरखपुर शहर सीट पर जीत दर्ज की।
डॉ. राधामोहन अग्रवाल का जन्म 2 अक्टूबर 1964 को गोरखपुर में हुआ था। इन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से 1976 में एमबीबीएस और 1981 में पीडियाट्रिक्स में एमडी की डिग्री हासिल की। कॉलेज के दिनों से ही इनकी राजनीति में सक्रियता बढ़ गई थी। पहले 1974 में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए और फिर बीएचयू टीचर्स एसोसिएशन के सचिव बने। पहली बार गोरक्षपीठ के तत्कालीन उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ के सहयोग से साल 1998 में अग्रवाल गोरखपुर के चुनाव संयोजक बनाए गए।
राज्यसभा की 57 सीटों के लिए 10 जून, 2022 को चुनाव होने वाले हैं। उसी दिन शाम 5 बजे इन चुनावों के रिजल्ट जारी हो जाएंगे। इस चुनाव में उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा 11 सदस्य चुने जाएंगे। इसके बाद तमिलनाडु और महाराष्ट्र से 6-6 सदस्य चुने जाएंगे। बिहार से 5 राज्यसभा सांसद संसद के उच्च सदन में पहुंचेंगे। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान से चार-चार राज्यसभा सांसद चुने जाएंगे। इसके अलावा तेलंगाना, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखंड और हरियाणा से दो-दो सदस्य संसद के ऊपरी संसद पहुंचेंगे। भाजपा ने विभिन्न राज्यों से राज्यसभा द्विवार्षिक चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने कर्नाटक से केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और महाराष्ट्र से पीयूष गोयल को मैदान में उतारा है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने राज्यसभा चुनाव के लिए 16 नामों को मंजूरी दी है। कर्नाटक से वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और अभिनेता से नेता बने जग्गेश को मैदान में उतारा है, जबकि कविता पाटीदार मध्य प्रदेश से चुनाव लड़ेंगी। महाराष्ट्र से केंद्रीय मंत्री गोयल और अनिल सुखदेवराव बोंडे को मैदान में उतारा गया है। उत्तर प्रदेश से लक्ष्मीकांत वाजपेयी, राधामोहन अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नगर, बाबूराम निषाद, दर्शन सिंह और संगीता यादव को मैदान में उतारा गया है। बिहार में पार्टी ने सतीश चंद्र दुबे और शंभू शरण पटेल को टिकट दिया है। भाजपा ने उत्तराखंड से कल्पना सैनी, हरियाणा से कृष्ण लाल पंवार और राजस्थान से घनश्याम तिवारी को मैदान में उतारा है।
इस प्रकार योगी आदित्यनाथ ने डा. राधा मोहन अग्रवाल के एहसान का बदला चुका दिया है। योगी आदित्यनाथ इन दिनों फुलफार्म में दिख रहे हैं। पिछले दिनों योगी आदित्यनाथ की दूसरी पारी का बजट विधानसभा सत्र काफी मायनों में यादगार रहेगा। उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार साल 2022-2023 का इतना भारी भरकम बजट (6 लाख 15 हजार 598 करोड़) पेश किया गया है। नेता विपक्ष अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या के बीच हुई तू-तड़ाक से विधानसभा में जो हंगामा बरपा, संसदीय परम्परा तार-तार हुई तो वहीं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की शायरी से शुरू हुआ विधानसभा का शायराना सफर योगी आदित्यनाथ से होता हुआ कई विधायकों के भाषण का अभिन्न हिस्सा बन गया।
सुरेश खन्ना के शेर कि “मेरे जुनूं से नतीजा जरूर निकलेगा, इसी स्याह समंदर से नूर निकलेगा” पर योगी आदित्यनाथ खिलखिलाकर हंस पड़े। उसके बाद सभी विधायकों ने खन्ना जी के शेर की जमकर तारीफ की। इसके बाद प्रदेश की पहली कार्यसमिति की बैठक का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। सीएम योगी ने कहा कि 37 वर्षों बाद यूपी में कोई सरकार रिपीट हुई है। मैं इसके लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करता हूं। हमें पहली बार विधान परिषद में पूर्ण बहुमत मिला है। उन्होंने कहा कि दोनों सदनों में बीजेपी को पूर्ण बहुमत है। ऐसा पहली बार है जब दोनों सदनों में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक विजय मिली। यह शानदार और ऐतिहासिक विजय सभी के परिश्रम से मिली है। इस विजय के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने कई बड़े अंधविश्वास भी तोड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि तमाम मिथकों को तमाम षड्यंत्रों को धूल धूसरित करते हुए भाजपा ने उत्तर प्रदेश में अपना कार्यकाल पूरा करके दोबारा सरकार बनाई है। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने सभी मिथकों को तोड़ा है। भाजपा सरकार तो देश के साथ ही उत्तर प्रदेश में मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव की ‘भूमि’ हमें अभी से तैयार करनी होगी। बैठक में अपने संबोधन में उन्होंने 2024 के आम चुनाव में यूपी में 75 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि, हम सब ऐसे अवसर पर इकट्ठा हुए जब मोदी जी के नेतृत्व में 8 साल पूरा हो रहे हैं। प्रदेश की जनता की ओर से केंद्रीय मंत्रिमंडल को हृदय से शुभकामनाएं देता हूं। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 का जनादेश बहुत स्पष्ट संकेत देता है
कि अगर गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिला एवं समाज के प्रत्येक तबके
के लिए आप ईमानदारी के साथ कार्य कर रहे हैं तो जनता पूरी मजबूती
के साथ मत, मजहब, क्षेत्र व भाषा से ऊपर उठकर आपके साथ खड़ी
होगी। योगी ने कहा कि जनता ने भाजपा की सरकार पर भरोसा जताया है।
हम भी इनके भरोसे पर खरा उतरने में लगे हैं। (हिफी)