अद्वितीय आयोजन महाकुुंभ सम्पन्न

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
प्रयागराज में 144 वर्षों की दीर्घ प्रतीक्षा के बाद 13 जनवरी से प्रारम्भ हुआ महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के पुण्य स्नान के साथ हो गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी कर्मठ टीम, जिसमें सभी वर्गों के लोग शामिल थे, निश्चित रूप से बधाई के पात्र हैं। मौनी अमावस्या को भगदड़ और कुछ टेंटों मंे आगजनी की दुखद घटनाएं भी हुईं लेकिन यह अद्वितीय भव्य आयोजन था, इसमंे कोई संदेह नहीं है। देश-विदेश के श्रद्धालु महाकुंभ मंे पवित्र संगम में डुबकी लगाने पहुंचे। सरकारी आंकड़ों के अनुसार लगभग 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया। मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों ने महाकुंभ के आयोजन के दौरान विभिन्न स्तरों पर श्रद्धालुओं की सेवा करने वालों को 27 फरवरी को सम्मानित भी किया। अनवरत 45 दिनों तक सेवा करने वालों को क्रमबद्ध एक-एक सप्ताह का अवकाश और आर्थिक उपहार भी दिया गया है। सीएम योगी ने इस सफल आयोजन का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन को दिया है। उन्हांेने कहा एक यशस्वी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन का ही सुफल है कि एकता, समता और समरसता का महाकुंभ प्रयागराज भव्यता और दिव्यता के साथ सुरक्षा-सुव्यवस्था और स्वच्छता के नवीन मानक गढ़कर सम्पन्न हुआ है। समरसता का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है कि योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के समापन पर संगम में छोड़े गये वस्त्र आदि स्वयं निकालकर सफाई कर्मियों को दिये और उनके साथ बैठकर भोजन भी किया।
45 दिन तक चले महाकुंभ का कल (26 फरवरी) समापन हो चुका है। हालांकि, अब भी संगम स्नान के लिए लोग जा रहे हैं। मेले में कुछ दुकानें भी लगी हैं। इधर, पीएम मोदी ने एकता का महाकुंभ-युग परिर्वतन की आहट शीर्षक से ब्लॉग लिखा। इसमें उन्होंने कहा- इतना विशाल आयोजन आसान नहीं था। मैं प्रार्थना करता हूं मां गंगा से…मां यमुना से…मां सरस्वती से…हे मां हमारी आराधना में कुछ कमी रह गई हो तो क्षमा करिएगा। श्रद्धालुओं की सेवा में भी कुछ कमी रह गई हो, तो मैं जनता जनार्दन का भी क्षमाप्रार्थी हूं। महाशिवरात्रि पर महाकुंभ का अंतिम स्नान था। इस दौरान 1.53 करोड़ ने डुबकी लगाई। पूरे महाकुंभ आयोजन के दौरान रिकॉर्ड 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। ये आंकड़ा अमेरिका की आबादी (करीब 34 करोड़) से दोगुना है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- मैंने उत्तर प्रदेश पुलिसबल की क्षमता को आगे बढ़ते हुए देखा है। मुझे याद है कभी उत्तर प्रदेश गृह विभाग का बहुत साधारण बजट होता था। इस समय अकेले पुलिसबल के लिए 40 हजार करोड़ रुपए का बजट है। योगी सरकार ने दावा किया कि दुनिया में हिंदुओं की आधी आबादी के बराबर लोग यहां आए हैं। मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा- जब कोई भी कर्मचारी या अधिकारी परिश्रम की पराकाष्ठा करता है, तो वह दिव्य और भव्य कुंभ को सफल बनाता है। पुलिस प्रशासन की मेहनत के कारण, उनके योगदान के कारण, दिव्य और भव्य कुंभ से राज्य का नाम देश और दुनिया में रोशन हुआ है। आज हमारे पुलिस कर्मियों को अच्छा लग रहा है कि हमारे मुखिया उनके साथ बैठकर भोजन कर रहे हैं। जिस तरह से योगी आदित्यनाथ ने व्यवस्था की है, यह प्रशासन के साथ भोजन करने का पहला उदाहरण होगा।डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- सबसे पहले हमने मजदूरों, सफाई कर्मचारियों से बातचीत की और उनके साथ दोपहर का भोजन किया, उन्हें सम्मानित किया। हमने महाकुंभ को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी समूहों से बात की और उन्हें सम्मानित किया। सीएम योगी, दोनों डिप्टी सीएम के साथ 27 फरवरी सुबह प्रयागराज पहुंचे। महाकुंभ के समापन पर योगी ने पहले अरैल घाट पर झाड़ू लगाई। गंगा नदी से कचरा निकाला। फिर गंगा पूजन भी किया। योगी ने सफाईकर्मियों के साथ जमीन पर बैठकर खाना खाया। दोनों डिप्टी ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे। योगी नेत्र कुंभ गए। शाम को पुलिसकर्मियों से मुलाकात की। उनके साथ खाना खाया। योगी ने कहा- विरोधी दूरबीन और माइक्रोस्कोप लगाकर बैठे हुए थे, फिर भी वे घटनाएं उजागर नहीं कर पाए। दुष्प्रचार का कोई मौका उन्होंने नहीं छोड़ा। महाकुंभ एक विश्व स्तरीय आयोजन बना, जिसमें मीडिया की भूमिका अहम रही। सर्दी हो, धूप हो, लेकिन मीडिया नहीं रुकी, कवरेज करती रही। 66 करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोगों ने डुबकी लगा कर एक रिकॉर्ड बनाया। अयोध्या, चित्रकूट, गोरखपुर, प्रयागराज में पर्यटक और श्रद्धालु आए। सौ देशों जे प्रतिनिधि आए, राष्ट्राध्यक्ष आए, केंद्र और राज्य ने मिलकर साढ़े सात हजार करोड़ खर्च किया, 12 कॉरिडोर बनाए गए जो श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे थे। इस दौरान 200 सड़कों, 14 फ्लाईओवर, 12 कॉरिडोर, 9 अंडरपास बने। मां सरस्वती कॉरिडोर, बड़े हनुमान जी, इस प्रकार से 12 कॉरिडोर यहां विकसित हुए। सीएम योगी ने कहा- इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 1 लाख से अधिक अधिकारी गण जुड़े रहे। इसमें सबसे अधिक सुरक्षा कर्मी थे। सबसे ज्यादा 3000 हजार सीसीटीवी लगाए। हर एक आने वाले भक्त को रिकॉर्ड किया गया। मैं लखनऊ से ही बैठ-बैठे देख सकता था। यहां 15 हजार सफाई कर्मी थे। शटल बसें, परिवहन बसें लगाई गई थी। सभी विभागों ने पूरी मदद ने की। योगी ने कहा- 2700 कैमरे मैंने मेला क्षेत्र में लगवाये। मुख्यमंत्री योगी ने कहा सुरक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़े सभी विभागों के अद्भुत सहयोग से महाकुंभ सफल रहा। प्रयागराज के लोगों का अभिनंदन करता हूं जिन्होंने पूरे दो महीने बिना किसी संकोच के इस पूरे आयोजन को अपने घर का आयोजन माना। जिस शहर में 20 लाख लोग रहते हैं, उस शहर में अचानक 5 से 8 करोड़ लोग एक दिन में आ जाएं तो क्या स्थिति होगी। जिस घर में 5 लोग रहते हैं, अचानक 10 लोग आ जाएं तो क्या हालत होगी। लेकिन, प्रयागराज के लोगों ने हंसी-खुशी संभाला। प्रयागराज से प्रेरित होकर पूरे प्रदेश ने श्रद्धालुओं और संतों का स्वागत किया।
महाकुंभ के समापन पर पीएम मोदी ने लिखा- एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। जब एक राष्ट्र की चेतना जागृत होती है, जब वो सैकड़ों साल की गुलामी की मानसिकता के सारे बंधनों को तोड़कर नव चैतन्य के साथ हवा में सांस लेने लगता है, तो ऐसा ही दृश्य उपस्थित होता, जैसा हमने महाकुंभ में देखा। पीएम ने सीएम योगी की तारीफ की। उन्होंने कहा- योगी जी के नेतृत्व में शासन, प्रशासन और जनता ने मिलकर इस एकता के महाकुंभ को सफल बनाया।
आजादी के बाद भारत की इस शक्ति के विराट स्वरूप को अगर हमने जाना होता और इस शक्ति को सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की ओर मोड़ा होता, तो ये गुलामी के प्रभावों से बाहर निकलते भारत की बहुत बड़ी शक्ति बन जाती, लेकिन हम तब ये नहीं कर पाए। (हिफी)