धन व समृद्धि के लिए लक्ष्मी की पूजा

महालक्ष्मी धन, समृद्धि व वैभव की देवी है। लक्ष्मी भाग्य व कर्म की अनुगामिनी है। आज के युग में धन का महत्व है। धन आपके पास है तो सब बल आपके हाथ। कोई कमी आपके पास नहीं होगी। मान व प्रतिष्ठा आपकी सहचरी होगी। दरिद्रता एक अभिशाप है जो अभावों का जीवन जीने को विवश करती है। दीपावली उत्सव आपका लक्ष्मी के आहवान का सुंदर अवसर है। इस दिवस आप अपने व्यवसाय या नौकरी के लिए नवीन संकल्प कर सकते हैं। यदि आप विद्यार्थी तो धनोपार्जन का नवीन उपाय कर सकते हैं। यदि आप नये व्यवसाय की इच्छा रखते है तो इस दिन व्यवसाय प्रारम्भ कर सकते हैं। पहले के व्यवसाय में लगे अपने व्यवसाय की वृद्धि के उपाय कर सकते हैं।
भाग्य व कर्म से अभिन्न रूप से जुड़ी है लक्ष्मी। जैसा कर्म करेंगे वैसा ही फल आपको मिलेगा। निष्क्रियता से धन प्राप्त नहीं होता है। यत्र व मंत्र आपकी सक्रियता व एकाग्रता में वृद्धि करते हैं व आप धन कमाने के अपने उद्देश्य में जुड़ते हैं।
दीवाली महालक्ष्मी के पूजन का दिन है। इस दिन श्रीयंत्र या लक्ष्मी यंत्र घर में लायें। धूप, दीप, नैवेद्य, अक्षत व रोली से पूजा पाठ करें। इस रात्रि ऊँ श्रीं महालक्ष्म्ये नमः या ऊँ श्रीं ही श्रीं कमल कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं हीं श्रीं ऊँ महालक्ष्म्ये नमः की तीन मालायें जप करे। इन स्त्रोतों व मंत्रों का नित्य जाप करें। आरती करें व आहवान करें। दीवाली के दिन साफ सफाई रखें। लक्ष्मी जी के आगे फल नैवेद्य रखें। लक्ष्मी जी की मूर्ति पर कमलगट्टे की माला धारण करायें। फूल मालाओं से पूजागृह सजाये। विद्युत मालायें लगाकर घर व प्रतिष्ठान को जगमग बनायें। आप कर्म में लीन होकर महालक्ष्मी की आराधना करेंगे तो लक्ष्मी जी धन, समृद्धि व यश प्रदान कर आपकी मनोकामना पूर्ण करेंगी। धैर्य व संयम से कर्म मार्ग पर डटें रहें। (हिफी)