Uncategorizedलेखक की कलमसम-सामयिक

गुणवत्ता के साथ समय सीमा पर ध्यान

(डॉ दिलीप अग्निहोत्री)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योजनाओं का शुभारम्भ या शिलान्यास मात्र नहीं करते हैं, बल्कि उसके निर्माण कार्यों का भी समय-समय पर जायजा लेते हैं। इसके लिए वह प्रदेश के सभी प्रमुख निर्माण स्थलों का दौरा करते हैं। इस क्रम में योगी आदित्यनाथ काशी यात्रा के बाद गोरखपुर पहुँचे। उन्होंने महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय और मानीराम-बालापार मार्ग पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज का निरीक्षण किया। गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में निर्माण कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने ओवरब्रिज निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के सापेक्ष किसानों को मुआवजा वितरण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि किसी का मुआवजा बाकी हो, तो जल्द से जल्द उसे उपलब्ध करा दिया जाए। इसके अलावा गोरखपुर में भटहट,सहजनवां,पाली, बांसगांव व हरनही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट पीकू का उद्घाटन किया। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिये कि जहां पर यह पीडियाट्रिक आईसीयू बन गये हैं, वहां पर एक-एक हेल्थ एटीएम अवश्य लगाया जाए। इससे स्थानीय लोगों को इलाज के लिए अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा।
हेल्थ एटीएम लगने से लोगों को वहीं पर सभी जांच व दवा की सुविधा प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत हर गरीब के लिए आयुष्मान कार्ड की सुविधा भी यहीं पर प्राप्त होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर रविवार को यहां पर लोगों के आयुष्मान कार्ड बने। केन्द्र व राज्य सरकार से जुड़ी सभी योजनाओं का लाभ प्राप्त होता हुआ दिखाई देना चाहिए। एक हेल्थ एटीएम से करीब साठ प्रकार की जांच यहीं पर हो जायेंगी। यहीं से टेली कन्सलटेशन से ही मेडिकल कॉलेज,जिला चिकित्सालय एम्स या लखनऊ व दिल्ली के किसी भी डॉक्टर से बात होगी। प्रदेश सरकार ने बेहतरीन सर्विलान्स, हर जगह साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति और बीमार व्यक्ति और बच्चों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर तथा उपचार की समुचित व्यवस्था करके मस्तिष्क ज्वर को नियंत्रित किया गया है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बेहतरीन सुविधाएं मिल रही हैं। एम्स भी गोरखपुर में प्रारम्भ हो गया है।
गोरखपुर के पहले योगी आदित्यनाथ काशी यात्रा पर गए थे। यहां भी उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा की। इसके अलावा जी 20 सम्मेलन तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने सादे समारोह में खेलो इन्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स का समापन किया। खेलो इंडिया अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अभिनव प्रयोग था। इसके पहले किसी सरकार ने खेलों को प्रोत्साहन देने पर ऐसा फोकस नहीं किया था। योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान में उत्तर प्रदेश को अव्वल रखने का प्रयास किया। सरकार गांवों तक खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना पर कार्य कर रही है। सभी ग्राम पंचायतों में खेल मैदान की सुविधा, गांवों के खेल मैदान और शहरों के पार्क में ओपेन जिम स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है। युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को 65,000 स्पोर्ट्स किट देने का कार्य किया गया है। काशी में खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स की क्लोजिंग सेरेमनी को सादगी के साथ सम्पन्न किया गया। योगी ने ओडिशा में हुई भीषण रेल दुर्घटना त्रासदी में मृत व्यक्तियों को श्रद्धासुमन अर्पित किये। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु बाबा विश्वनाथ से कामना की। कहा कि प्रदेश में पहली बार आयोजित खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स में 200 से ज्यादा विश्वविद्यालयों के 4000 से ज्यादा खिलाड़ियों ने अपनी खेल प्रतिभा व सामर्थ्य का प्रदर्शन किया।
खेलो इंडिया समापन समारोह मंे केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि खेलो इण्डिया अभियान ने एक क्रान्ति का रूप ले लिया है। खेलो इण्डिया गेम्स ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना से आयोजित किए जाते हैं। योगी आदित्यनाथ ने काशी में जी-20 सम्मेलन तैयारियों की भी समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जी 20 को नया आयाम मिला है। भारत में अनेक शहरों में इसके सम्मेलन हो रहे है। इनमें जनसामान्य की भी किसी न किसी रूप में सहभागिता हो रही है। ऐसा ही सम्मेलन काशी में प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन तैयारियों का जायजा लिया। अनुमान है कि अनेक विदेशी अतिथि भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम को देखने जाएंगे।
सम्मेलन के अतिथि 11 जून, 2023 को वाराणसी पहुंचेंगे। एयरपोर्ट पर स्वागत के बाद रास्ते में जयपुरिया स्कूल तथा अतुलानंद तिराहे पर भी उनका स्वागत किया जाएगा। स्वागत के बाद होटल ताज में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और डिनर का आयोजन होगा। अगले दिन टीएफसी बैठक के बाद सभी अतिथिगण नमो घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके उपरान्त दशाश्वमेध घाट पर सभी मेहमान गंगा आरती देखेंगे। अतिथियों के लिए सारनाथ में भी विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों को देखने की व्यवस्था की गयी है। दशाश्वमेध घाट पर तैयार फ्लोटिंग जेटी भी रहेगी।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शहर की स्वच्छता और यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि वॉर्ड स्तर, मोहल्ला स्तर पर कमेटियां गठित कर जन जागरूकता अभियान चलाए, ताकि लोगों को इसमें बड़े स्तर पर जोड़ा जा सके।उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर में सुरक्षा व्यवस्था और चाक-चैबन्द करने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री को वाराणसी के मण्डलायुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में वाराणसी शहर में केन्द्र व राज्य सरकार के कुल 61 प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। इनकी कुल लागत 10,305 करोड़ रुपये है। इनमें अधिकतर का शिलान्यास सम्पन्न हो चुका है। वर्तमान में सर्वाधिक कार्य मार्ग निर्माण के हो रहे हैं। इनमें वाराणसी औरंगाबाद चैड़ीकरण, वाराणसी रिंग रोड, शिवपुर-फुलवरिया मार्ग प्रमुख हैं।पंचकोसी परिक्रमा में पड़ने वाली 34 धर्मशालाओं में 28 धर्मशालाओं के पुनरुद्धार का 80 फीसदी कार्य करा लिया गया है। सारनाथ में विश्व बैंक द्वारा पोषित प्रो-पुअर टूरिज्म योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गयी जिससे यहां पर्यटकों का आगमन और बढ़ेगा। (हिफी)

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