माफिया से मुक्त जमीन पर गरीब को घर

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने अत्याचारी बालि का बध करके उस सुग्रीव को राजा बनाया जिसे बालि ने घर से निकाल दिया था। इसी प्रकार रावण ने जब विभीषण का सब कुछ छीन लिया और लात मार कर निकाला तो श्री राम ने रावण का वध कर विभीषण को राजा बना दिया। राम राज्य का यह भी एक अंग है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्य नाथ जब कहते हैं कि माफिया से मुक्त हुई सभी जमीनों पर गरीबों को घर बनाकर दिये जाएंगे। यह सिर्फ घोषणा नहीं है बल्कि इस पर अमल भी शुरू हो गया है। योगी के ऐसे फैसलों से उनके यूपी में राम-राज्य पर यकीन होने लगता है। प्रयागराज में 30 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने लूकरगंज मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में माफिया अतीक अहमद के कब्जे से खाली करायी गयी जमीन पर बनवाए गये आवास गरीबों को प्रदान किये। इस प्रकार 76 गरीबों को अपनी छत नसीब हुई है। अब तक 54 लाख लोगों को इसी तरह की जमीन पर बनवाए गये घर दिये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा भी कि यह बात सिर्फ 76 फ्लैट की नहीं बल्कि इसके पीछे एक पवित्र भावना छिपी है। शायद यह वही भावना है जो वनवास के समय ऋषि मुनियों की अस्थियां देख श्री राम के मुंह से अनायास प्रस्फुटित हुई थी- निसिचर हीन करहुं महि भुज उठाइ प्रन कीन्ह। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का विधानसभा में माफिया को मिट्टी में मिला देंगे बोलना उसी की याद दिलाता है। यह एक माफिया की अवैध कब्जे की जमीन तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। उत्तर प्रदेश में ही अभी कितने ही भूमाफिया हैं जो गरीबों और सरकार की भी जमीन पर कब्जा जमाये हुए हैं। इन लोगों ने येनकेन प्रकारेण सत्ता की निकटता भी प्राप्त कर ली है। इन सभी को मिट्टी में मिलाना होगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 30 जून को प्रयागराज में मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद के कब्जे से वापस ली गई जमीन पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने 76 फ्लैट्स की चाबियां लाभार्थियों को सौंपी। माफिया के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर योगी सरकार ने 5.68 करोड़ रुपए की लागत से गरीबों के लिए घर बनाये हैं। इस दौरान सीएम योगी ने बताया कि पिछले छह साल में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राज्य के 54 लाख गरीबों को अपना मकान मिला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक दिवसीय दौरे पर प्रयागराज पहुंचे थे। यहां प्रधानमंत्री शहरी आवास लूकरगंज का लोकार्पण किया। संगम नगरी को सीएम ने 768 करोड़ की 226 विकास परियोजनाओं का तोहफा भी दिया। प्रयागराज के लूकरगंज स्थित अतीक अहमद के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर बने प्रधानमंत्री आवास (शहरी) के 76 आवंटियों को योगी आदित्यनाथ ने अपने हाथों से उनके घरों की चाबी सौंपी। इन लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने अपने हाथ से चाबी सौंपी तो सभी गरीबों के चेहरे खघ्लि उठे। इस हाउसिंग स्कीम के निर्माण में 5.68 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। दो कमरे के फ्लैट की लागत 7.5 लाख आई है। लाभार्थियों को मात्र 3.5 लाख रुपये आसान किस्तों में देने हैं। शेष धनराशि भारत सरकार व पीडीए डेढ़-डेढ़ लाख तो प्रदेश सरकार ने एक लाख रुपये का अनुदान दिया है।
लूकरगंज में लगभग 1731 वर्ग मीटर जमीन माफिया अतीक अहमद के कब्जे में थी। शिकायत होने पर जांच हुई तो सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया। जमीन को माफिया के कब्जे से मुक्त कराया। इसके बाद निर्णय लिया गया कि इस जमीन पर गरीबों का घर बनेगा। वर्ष 2021 में मुख्यमंत्री खुद गरीबों के घर की आधारशिला रखने आए। तेजी से निर्माण कार्य शुरू कराया गया और अब इस जमीन पर चार-चार मंजिल के दो ब्लाक बनकर तैयार हैं जिसमें 76 फ्लैट बनाए गए हैं। इसके लिए लाटरी निकाली गयी थी। इसके बाद लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने अपने हाथ से चाबी सौंप रामराज्य का उदाहरण प्रस्तुत किया।
लाभार्थियों को मकान की चाबियां सौंपने से पहले एक लाभार्थी जाहिदा फातिमा ने भावुक होते हुए बताया, मुझे बहुत खुशी है। यह मेरा और मेरी मां का सपना था कि हमारा खुद का मकान हो। हम 30 साल से किराए के मकान में रह रहे हैं। हम योगी जी का जितना धन्यवाद करें उतना कम है।
माफिया के कब्जे से सितंबर 2020 में यह जमीन खाली कराई गई थी जिसके बाद 2021 में सीएम योगी ने इस जमीन पर गरीबों के लिए फ्लैट्स बनाने का एलान किया था। राम-राज्य की कल्पना को साकार करते हुए 26 दिसंबर 2021 को सीएम योगी ने इसका भूमि पूजन किया था जिसके बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने इस योजना को अमलीजामा पहनाना शुरू किया। महज डेढ़ साल की भीतर यहां 76 फ्लैट्स बनाकर तैयार कर दिए गए। लाभार्थियों को सिर्फ साढ़े तीन लाख रुपए में दो कमरे के फ्लैट दिए गये हैं। इन 76 फ्लैट के लिए 6000 से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया था। इसीलिए फ्लैट्स का आवंटन लॉटरी के जरिए किया गया है।
जाहिर है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार माफियाओं के खिलाफ बेहद गंभीर नजर आ रही है। यूपी सरकार ने 64 सूचीबद्ध माफियाओं की नई लिस्ट जारी की है। लिस्ट में माफिया मुख्तार अंसारी, ब्रजेश सिंह समेत 64 गैंगस्टरों के नाम शामिल हैं। यूपी पुलिस ने शराब माफिया, पशु तस्कर, वन माफिया, खनन माफिया, शिक्षा माफिया आदि को चिन्हित कर इस बार 50 शासन द्वारा व 11 पुलिस मुख्यालय स्तर पर माफियाओं की सूची बनाई है। माफियाओं की 500 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त होगी।
यूपी सरकार ने माफियाओं की जो सूची जारी की है उसमें मेरठ जोन से उधम सिंह, योगेश भदोड़ा बदन सिंह बद्दो, हाजी याकूब कुरैशी का नाम शामिल है। इसमें शारिक, सुनील राठी, धर्मेंद्र, यशपाल तोमर अमर पाल कालू, अनुज बारखा, विक्रांत विक्की हाजी इकबाल, विनोद शर्मा, सुनील उर्फ मूंछ संजीव माहेश्वरी, विनय त्यागी उर्फ टिंकू का भी नाम शामिल है। आगरा जोन से अनिल चैधरी, ऋषि कुमार शर्मा का नाम है तो बरेली जोन से माफिया एजाज का नाम सूची में शामिल किया गया है।
लखनऊ जोन से सुधाकर सिंह, गुड्डू सिंह, अनूप सिंह खान मुबारक, अजय सिपाही संजय सिंह सिंघाला, अतुल वर्मा, मो. सहीम का नाम सूची में शामिल है। प्रयागराज जोन से डब्बू सिंह उर्फ प्रदीप सिंह का नाम वाराणसी जोन से मुख्तार अंसारी, त्रिभुवन सिंह विजय मिश्रा, कुंटू सिंह अखंड सिंह, रमेश सिंह काका का नाम शामिल है।
गोरखपुर जोन से राजन तिवारी, रामू द्विवेदी राकेश यादव, सुधीर सिंह का नाम शामिल है। नोएडा कमिश्नरेट से सुंदर भाटी, सिंहराज भाटी अमित कसाना, अनिल रणदीप भाटी, मनोज आसे का नाम शामिल है। इनके अलावा प्रयागराज कमिश्नरेट से बच्चा पासी उर्फ निहाल पासी दिलीप मिश्रा, जावेद, राजेश यादव गणेश यादव, कमरुल हसन, जाविरहुसैन वाराणसी कमिश्नरेट से अभिषेक सिंह हनी उर्फ जहर बृजेश कुमार सिंह, सुभाष सिंह ठाकुर गोरखपुर जोन से विनोद उपाध्याय,रिजवान जहीर माफिया देवेंद्र सिंह का भी नाम माफियाओं की सूची में शामिल है। इसलिए कार्रवाई से अगर एक भी माफिया छूट गया तो रामराज्य अधूरा रह जाएगा। (हिफी)