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फ्रांस में इस्लामिक चरमपंथी फैला रहे उन्माद!

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)

एक किशोर की पुलिस गोली से हुई मौत को लेकर फ्रांस में जबरदस्त हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। फ्रांस में हो रही हिंसक वारदातों- आगजनी पथराव में अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में पहचान रखने वाले फ्रांसीसी शहर बदरंग हो रहे हैं। फ्रांस के मर्सिले शहर की सबसे बड़ी लाइब्रेरी को भी उन्मादी तत्वों ने आग के हवाले कर दिया। पिछले कुछ दिनों से यहां आक्रोश और अराजकता का नंगा नाच जारी है। दरअसल फ्रांस में पिछले लम्बे समय से नस्लीय भेदभाव के आरोप लगाए जाते रहे हैं। मौजूदा मामला फ्रांस में निम्न मध्यम अफ्रीकी व नाइजीरिया मूल के लोगों के साथ पिछले कुछ सालों से चल रहे कथित नस्ली भेदभाव से उपजे असंतोष का नतीजा भी माना जा रहा है। वहीं, कुछ लोग इसे इस्लामिक चरमपंथियों द्वारा फ्रांस में कट्टरता व अराजकता का फैलाव करार दे रहे हैं। फ्रांस में एक 17 साल के मुस्लिम लड़के की पुलिस की गोलीबारी में मौत के बाद लगातार हिंसा जारी है। हिंसा और आगजनी की घटनाओं में अब तक दो हजार गाड़ियां जलाई जा चुकी हैं और 492 घरों को नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि फ्रांसीसी पुलिस ने देशभर के अलग-अलग इलाकों से अब तक करीब तेरह सौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कैबिनेट की आपातकालीन बैठक की है। इसमें शामिल होने के बाद फ्रांसीसी प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने कहा कि आपातकालीन कैबिनेट बैठक का उद्देश्य व्यवस्था बहाल करने के लिए सभी विकल्पों की समीक्षा करना था। उन्होंने यह भी बताया कि इसमें फ्रांस में आपातकाल की परिस्थितियों पर चर्चा भी शामिल थी।
फ्रांस की सरकार ने कहा है कि पुलिस द्वारा किशोर की हत्या के बाद चैथी रात हुए दंगों में कई हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। न्यूज रिपोर्ट्स के अनुसार जर्मन अधिकारियों का कहना है कि फ्रांस में अशांति के कारण फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने जर्मनी की राजकीय यात्रा स्थगित कर दी है। सरकार ने कहा कि पिछली रातों की तुलना में हिंसा कम हुई है, लेकिन आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने अभी भी रात भर में देश भर में 1,311 गिरफ्तारियों की सूचना दी है।
1 जुलाई सुबह जारी किए गए मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि रात भर में 1,350 वाहनों और 234 इमारतों को आग लगा दी गई थी और सार्वजनिक स्थानों पर आग लगाने की 2,560 घटनाएं हुई थीं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि 79 पुलिस घायल हुए हैं. फ्रांस सरकार द्वारा 45,000 अधिकारियों को तैनात करने के बावजूद झड़पें जारी रहीं। आप को बता दें कि 27 जून को फ्रांस की राजधानी पेरिस में पुलिस ने एक किशोर को ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के आरोप में गोली मार दी, जिसमें नाबालिग की मौत हो गई। इस घटना के बाद फ्रांस में हिंसा भड़क उठी और अब विकराल रूप ले चुका है।इस गोलीबारी की घटना पर पुलिस ने बताया कि नाबालिग तेज रफ्तार से एक रेंटल कार को चला रहा था। पुलिस ने उसे रोकने के लिए कहा, लेकिन उसने कई बार ट्रैफिक नियमों को तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने गोली चलाई।घटना के बाद, लोगों के मन में पुलिस के खिलाफ नफरत की धारणा बन गई। लोग ऐसा सोचने लगे कि पुलिस किसी को भी गोली मार सकती है और लोग इसका विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए। सड़क पर आने के बाद लोगों ने जमकर उत्पात मचाया है। कई सरकारी वाहन फूंक दिए गए। पुलिस पर पथराव किए गए। साथ ही कई बिल्डिंगों में आगजनी की घटना भी सामने आई है।
पुलिसकर्मी द्वारा किशोर की गोली मारकर हत्या करने की निंदा हो रही है। सरकार ने भी अपने बयान में सुरक्षाबलों की ही आलोचना की है घटना के जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को जेल भेज दिया गया है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने कहा कि किशोर की हत्या अस्वीकार्य और अक्षम्य है। इस हत्याकांड को किसी भी तरह से न्यायोचित करार नहीं दिया जा सकता। बता दें कि फ्रांस में इस घटना से पुलिस नियमों में सुधार की मांग उठने लगी है। खासकर जातीय अल्पसंख्यकों से डील करने के मामले में पुलिस के व्यवहार की आलोचना शुरू हो गई है। बीते साल फ्रांस में पुलिस की कार्रवाई में 13 लोगों की मौत हुई थी। जानकारी के अनुसार नाहेल टेकअलवे डिलीवरी ड्राइवर के रूप में काम करता था और अपनी मां का इकलौता सहारा था। उसे रग्बी खेलना पसंद था और वह पिछले तीन वर्षों से पाइरेट्स ऑफ नैनटेरे रग्बी क्लब का सक्रिय सदस्य था। नाहेल की मां मौनिया का दावा है कि अल्जीरियाई मूल के होने के नाते पुलिस ने उसका चेहरा देख उसे गोली मार दी मृत लड़के की मां ने बताया है कि पढ़ने-लिखने में मन नहीं लगने के कारण उसकी दिलचस्पी इलेक्ट्रिशियन बनने में थी।
जो भी हो नाहेल की मौत से भड़का विशेष रूप से एक समुदाय विशेष और उनके समर्थक फ्रांस में हिंसा आगजनी और पथराव पर उतारू है और कानून व्यवस्था धराशाई हो गई है। बताया जाता है कि फ्रांस में मुस्लिम चरमपंथी इस घटना से उपजे आक्रोश की आड़ में अराजकता पर उतारू हैं पिछले 25 सालों में फ्रांस में मुस्लिमों की संख्या दोगुनी हो गई है। इसके अलावा, पिछले कुछ दशकों में फ्रांस में अल्जीरिया, मोरक्को, ट्यूनीशिया और उप-सहारा अफ्रीका से मुस्लिम प्रवासियों की लगातार आमद देखी गई है। सांख्यिकीय आंकड़ों से पता चलता है, कि फ्रांस में मुस्लिम आबादी उल्लेखनीय रूप से बढ़कर लगभग 60 लाख हो गई है, जो कुल फ्रांसीसी आबादी का 8 से 9 प्रतिशत के करीब है। फ्रांस की मुस्लिम आबादी सालाना 17 प्रतिशत की अनुमानित दर से बढ़ रही है। फ्रांस एक धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र है। यहां शरणार्थी बनकर आए मुस्लिमों की बड़ी तादाद है पिछले कुछ सालों में बड़ी संख्या में फ्रांसी सीमतांतर कर मुस्लिम बने हैं जनसंख्या में बदलाव बता रहे हैं, कि फ्रांस मुस्लिम बहुल देश बनने की राह पर है। पिछले चार पांच दिनों से जिस तरह से दंगे हो रहे हैं, उसने साफ कर दिया है, कि यही समुदाय कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन गया है।
आने वाली चैदह जुलाई को भारत के प्रधानमंत्री मोदी का फ्रांस दौरा तय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 जुलाई को पेरिस में होने वाली बेस्टाइल डे परेड में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी भी अपने फ्रांसीसी समकक्षों के साथ परेड में भाग लेगी। इसमें कहा गया है कि भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल बेस्टाइल डे परेड में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होने के फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण को स्वीकार किया। इन सब हालातों के बीच फ्रांस देश के कई हिस्सों में फैली हिंसा से जूझ रहा है यदि एक दो दिन में हालात काबू नहीं आते है तो वहां आपात काल घोषित किया जा सकता है।
फ्रांस की इस हिंसा के नियंत्रण के लिए यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भी याद किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बुल्डोजर वाली कार्रवाई अब देश में ही नहीं बल्कि दुनिया में भी ख्याति बटोर रही है। जर्मनी के न्यूबर्ग हास्पिटल के डाॅ प्रोफेसर एन जाॅन ने एक बयान में कहा कि भगवान को फ्रांस में हालात चैबीस घंटे में ठीक करने के लिए योगी आदित्यनाथ को यहां भेजना चाहिए। यूपी के सीएम आफिस ने डाॅ जाॅन के बयानको रिट्विट कर दुनिया में योगी माडल की बढ़ती साख का हवाला दिया है। (हिफी)

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