नो मेंस लैंड पर नेपालियों ने लगा लिए अस्थायी फड़, सुरक्षा एजेंसियों ने साधी चुप्पी

चंपावत। शारदा बैराज के पास नेपाल सीमा से लगे नो मेंस लैंड पर नेपाल के व्यापारियों ने करीब 24 अस्थायी फड़ लगा लिए हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा नियमों के अनुसार नो मेंस लैंड पर किसी तरह का निर्माण या व्यावसायिक गतिविधि नहीं की सकती।
इस मामले में पूर्णागिरि मेला प्रशासन व सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की ओर से भी अभी चुप्पी साधी गई है, जबकि पिछले वर्ष मेले के दौरान दुकानें लगाए जाने की सूचना पर एसएसबी ने फड़ हटा दिए थे। जिसके बाद नेपाली व्यापारियों ने कई घंटों तक सिद्धबाबा मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं का रास्ता रोक दिया था।
उत्तर भारत का प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला गुरुवार से शुरू हो गया है। पहले दिन से ही मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन के बाद नेपाल के ब्रह्मदेव मंडी स्थित सिद्धनाथ मंदिर को जाने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु सिद्धबाबा के दर्शन को पहुंचे। अत्यधिक भीड़ को देखते हुए नेपाली व्यापारियों ने नो मेंस लैंड पर अस्थायी फड़ व खोखे लगा लिए हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कच्चा या पक्का किसी तरह का निर्माण नियम विरुद्ध है। इस बार भारतीय सुरक्षा एजेंसियां मेले के दौरान किसी भी विवाद से बचना चाहती हैं, ताकि इसका असर श्रद्धालुओं पर न पड़े।
नो मेंस लैंड पर दुकानें लगने को लेकर एसएसबी के अधिकारियों से वार्ता की गई है। एसएसबी ओर से बताया गया कि दुकानें अस्थायी हैं, जिन्हें मेला अवधि समाप्त होने के बाद हटा लिया जाएगा।