योगी सरकार को शाह का प्रमाण पत्र

(मोहिता स्वामी-हिफी फीचर)
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मंे मोदी के बाद दूसरे नम्बर पर सबसे कद्दावर नेता और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का प्रमाण पत्र मायने रखता है। भाजपा की राज्य सरकारें इस बात की प्रतीक्षा किया करती हैं कि अमित शाह उनकी तारीफ करें। केन्द्रीय गृहमंत्री जब ऐसे राज्यों मंे दौरा करते हैं तो वहां की सरकार की धकधकी तेज हो जाती है। अभी हाल में गृहमंत्री अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ की सरकार की कानून-व्यवस्था की विशेष रूप से तारीफ की। जाहिर है कि यह तारीफ यूं ही नहीं हुई बल्कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय को राज्यों की कानून-व्यवस्था की जो खुफिया रिपोर्ट मिलती है, उसके आधार पर की गयी है। अमित शाह अक्सर एक घटनाक्रम को याद करते हैं जब योगी आदित्यनाथ को पहली बार यूपी का मुख्यमंत्री बनाया गया था। लोगों ने फोन करके अमित शाह से कहा था ‘योगी ने तो कभी नगर निगम भी नहीं चलाया, कभी मंत्री नहीं रहे और वो एक संन्यासी भी हैं- इतने बड़े राज्य को कैसे संभाल पाएंगे?’ अमित शाह बड़े गर्व के साथ कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ ने यूपी को जैसे संभाला है, वैसे आज तक न किसी ने संभाला और न संभाल पाएगा। अब तो पीएम मोदी भी योगी की तारीफ करते नहीं थकते हैं क्योंकि नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से लेकर मथुरा-वृंदावन और प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या का जिस तरह विश्वस्तरीय विकास किया है, उसकी तारीफ तो सभी कर रहे हैं।
केन्द्र सरकार में गृह तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था लागू होने के साथ ही लम्बित परियोजनाएं पूरी होने से काफी खुश हैं। भोपाल में मध्य क्षेत्रीय परिषद की 23वीं बैठक में अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली की काफी सराहना की। भोपाल जाकर बैठक में शामिल न होने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसको वर्चुअली संबोधित किया। मध्य क्षेत्रीय परिषद की अगली बैठक यानी 24वीं उत्तराखंड के ऋषिकेश में होगी, जहां पर पांच राज्य अपने तीन श्रेष्ठ कार्य का प्रस्तुतिकरण देंगे। तीन सफल कार्यों का दस मिनट का प्रस्तुतिकरण होगा, ताकि अच्छे कार्यों का लाभ दूसरे राज्य भी ले सकें। इसके साथ ही अन्य विकास कार्य को भी सभी के साथ साझा करेंगे।
भोपाल की बैठक में अमित शाह ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था की काफी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश में सर्वाधिक जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश में अरसे बाद कानून व्यवस्था लागू हुई है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में कानून व्यवस्था को लंबे अरसे के बाद लागू करने का कार्य किया है। पूरी मशीनरी का अराजनीतिकरण कर बहुत अच्छे से संभाला है। अमित शाह ने कहा कि इसके साथ ही यहां पर कई वर्ष से लम्बित सिंचाई की परियोजनाओं को पूरा किया। उनकी क्षमताओं का विस्तार किया। नई योजनाओं को शुरू किया। इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भी यूपी ने कई रोड, पुल और पुलिया बनाकर पूरे प्रदेश को जोड़ा। उत्तर प्रदेश में डिफेंस कारिडोर में भी बहुत कार्य हुआ है।
अमित शाह ने कहा कि एक जमाना था जब चार राज्य (मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़) बीमारू राज्यों की श्रेणी में आते थे। यह हमारे लिए हर्ष का विषय है कि अब चारों राज्य इस श्रेणी से बाहर आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि सभी मुख्यमंत्रियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से बधाई देना चाहता हूं कि आपने पीएम मोदी के टीम इंडिया के कांसेप्ट को जमीन पर उतारने का कार्य अपने-अपने राज्य में किया है। मध्य क्षेत्रीय परिषद की पिछली बैठक में 30 में से 26 मुद्दों का समाधान किया गया था। स्थायी समिति की 14वीं बैठक में 54 मुद्दों में से 35 मुद्दे बैठक में आने से पहले ही हल किए जा चुके हैं। उन्होंने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध के मामले हमारी प्राथमिकता होने चाहिए। इस बारे में मुख्य सचिव स्तर से निरंतर समीक्षा होनी चाहिए।
योगी आदित्यनाथ ने इस बैठक को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने तो अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए कार्रवाई शुरु कर दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ भोपाल में मौसम अचानक खराब होने के कारण नहीं पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा कि आपके नेतृत्व में देश में आंतरिक सुरक्षा आज अपने बेहतरीन स्थिति की ओर बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टीम इंडिया के विजन से देश में सहकारी संघवाद की अवधारणा साकार हो रही है। इसकी एक अभिव्यक्ति ही क्षेत्रीय परिषद है। सहकारी संघवाद का सबसे बड़ा उदाहरण सबसे बड़ी महामारी कोरोना के प्रबंधन में देखने को मिला। देश की 135 करोड़ की आबादी को वैश्विक महामारी से बचाने के लिए किए गए प्रयास अत्यंत सराहनीय रहे हैं और इसकी पूरी दुनिया ने सराहना की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी ने अपनी पहचान को पुनस्र्थापित करने के लिए जो कदम बढ़ाए हैं, उनमें प्रमुख रूप से प्रदेश के अंदर सुरक्षा का माहौल बनाकर विकास की पटरी को पुनस्र्थापित करने के कार्यक्रम हैं। उत्तर प्रदेश में
आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने के कार्यक्रम किए जा रहे हैं। पीएम मोदी के देश को पांच ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के संकल्प के लिए यूपी ने एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने की कार्रवाई शुरु कर दी है और हमारा विश्वास है कि हम इसमें सफल होंगे। योगी ने कहा आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य के लिए यूपी की वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट की सर्वत्र सराहना हुई। अपने परंपरागत उद्यम को आगे बढ़ाने के साथ हमने तय किया है कि स्थानीय उत्पाद को जेम पोर्टल के माध्यम से अनिवार्य रूप से आगे बढ़ा रहे हैं। सीएम योगी ने गोवंश से संबंधित लंपी डिजिज, गो तस्करी और युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहे ड्रग कारोबार पर प्रभावी रोकथाम की भी बात की।
प्रदेश से अपराधियों का सफाया करने के बाद अब योगी सरकार ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ को भी साफ बनाने का बीड़ा उठाया है। यही वजह है कि राजधानी को कूड़े से मुक्ति दिलाने के लिए एक अनोखा सेटअप लगाया जा रहा है। बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कूड़ा एक बड़ी समस्या बन गया है। हर कोई कूड़े के पहाड़ों और जगह-जगह पड़े हुए कूड़े से परेशान है। शहर को साफ बनाने के लिए लगातार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी योगी आदित्यनाथ अधिकारियों को आदेश दे रहे हैं। इसी के तहत शहर के पार्श्वनाथ प्लानेट आवासीय अपार्टमेंट परिसर में वेट वेस्ट कंपोस्टिंग (गीले कचरे से खाद बनाने) यूनिट का सेटअप लगाया गया है। यह लखनऊ स्मार्ट सिटी की एक पायलट परियोजना है। इसके तहत रोजाना 100 किलोग्राम से अधिक कचरा पैदा करने वाले अन्य परिसरों (बल्क वेस्ट जेनरेटर के रूप में नामित) को अपने परिसर में इन-हाउस कंपोस्टिंग इकाई लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इन-हाउस कंपोस्टिंग इकाईयां से नगर निगम पर भार कम होगा। मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि- अगर कचरे को कम करने के सभी तरीकों को अपनाया जाता है तो लखनऊ शहर में उत्पन्न होने वाले कचरे की वर्तमान मात्रा में 50 फीसदी की कमी आ सकती है। इस प्रकार योगी आदित्यनाथ राज्य की हर व्यवस्था को सुधार रहे हैं। (हिफी)