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सरकारी कोचिंग का सुफल

(डॉ दिलीप अग्निहोत्री-हिफी फीचर)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समय समय पर सरकारी सेवाओं में चयनित लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित करते हैं। वस्तुतः ऐसे समारोह नियुक्तियों में पारदर्शी व्यवस्था को रेखांकित करते हैं। लोक भवन में निष्पक्ष एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा स्वास्थ्य कार्यकर्ति्रयों को नियुक्ति पत्र वितरण के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया। योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य सेवा मे चयनित लोगों को प्रमाण पत्र वितरित किए। एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने अभ्युदय कोचिंग के सफल अभ्यर्थियों को भी प्रमाण पत्र वितरित किए। वस्तुतः योगी आदित्यनाथ की शासन व्यवस्था अभ्युदय और अंत्योदय के विचार पर आधारित है। इस पर पारदर्शी रूप में अमल किया जा रहा है। योगी सरकार सभी सरकारी सेवाओं में नियुक्तियों की व्यवस्था को पारदर्शी बनाने में सफल रही है।
चयन प्रक्रिया को धांधली, अव्यवस्था, अराजकता, भ्रष्टाचार भेदभाव से मुक्त किया गया। इस पारदर्शी व्यवस्था के आधार पर विगत छह वर्षों में लगभग छह लाख से
अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरी उपलब्ध करायी गयी है। नियुक्ति पत्र वितरण के कार्यक्रम इसी आत्मविश्वास को अभिव्यक्त करते हैं। कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित था। इसलिए योगी आदित्यनाथ ने विगत छह वर्षों के दौरान इस क्षेत्र में हुए कार्यों का भी उल्लेख किया। कहा कि छह वर्षों में स्वास्थ्य सम्बन्धी अनेक मामलों में प्रदेश ने राष्ट्रीय औसत से भी अच्छा प्रदर्शन किया। स्वास्थ्य आपदा प्रबंधन के दो मॉडल भी स्थापित हुए। पूर्वी उत्तर प्रदेश को इंसेफेलाइटिस बीमारी को पूरी तरह नियंत्रित करने में सफलता मिली। उत्तर प्रदेश का यह कार्य देश व दुनिया में एक मॉडल बना है। इसी प्रकार कोविड आपदा प्रबन्धन का योगी मॉडल दुनिया में प्रसिद्ध हुआ। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को अपग्रेड तथा सर्विलांस को बेहतर किया गया।
एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज’ की स्थापना का कार्य प्रारम्भ किया गया है। छह वर्ष पहले तक प्रदेश में बारह सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। अब सभी पचहत्तर जनपदों में मेडिकल कॉलेज बनाने का सपना साकार हो रहा है। उनसठ जनपदों में या तो मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं या निर्माणाधीन हैं। शेष सोलह जनपदों में भी मेडिकल कॉलेज की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता के लिए छह सौ से ज्यादा स्थानों पर हेल्थ एटीएम के माध्यम से टेलीकंसल्टेशन की सुविधा मिल रही है। हेल्थ एटीएम के माध्यम से करीब साठ प्रकार की जांचों की सुविधा मिल रही है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हर सप्ताह मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले के माध्यम से केन्द्र व राज्य सरकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारियों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से आयुष्मान कार्ड वितरण की कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से पात्र परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ और व्यापक बना रही है। इसके साथ ही व्यवस्था को पारदर्शी बनाने में भी सफलता मिली है।
प्रधानमंत्री के मिशन रोजगार के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लगातार निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से युवाओं का चयन कर उन्हें नियुक्ति प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। एक अन्य कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने संघ लोक सेवा आयोग एवं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में नवचयनित इक्कीस अभ्यर्थियों को सम्मानित किया। इनको अभ्युदय कोचिंग से प्रतियोगी परीक्षाओं सम्बन्धी मार्गदर्शन मिला था। प्रदेश के सभी पचहत्तर जनपदों में अभ्युदय कोचिंग संचालित की जा रही हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोचिंग एक मार्गदर्शक है। सफलता छात्र की मेहनत व सामर्थ्य पर निर्भर करती है। इस बार का यूपीएससी का परिणाम यह बताता है कि अभ्युदय कोचिंग संस्थान ने अच्छी भूमिका का निर्वहन किया है। लोक भवन में अभ्युदय योजना में विगत दो वर्षां में निःशुल्क कोचिंग से संघ लोक सेवा आयोग में तेईस एवं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में पंचानवें चयनित अभ्यर्थियों के सम्मान के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अभ्युदय योजना की सार्थकता तभी है, जब इसके माध्यम से चयनित अधिकारी अन्य लोगों के सांसारिक उत्थान के लिए कार्य कर सकेंगे। चयनित अधिकारियों को अपने लिए स्थान बनाने के साथ ही, दूसरों के सांसारिक उत्थान में भी योगदान देना चाहिए। चयनित अभ्यर्थी अपने तैनाती के समय में भी अभ्युदय योजना से सम्बन्ध बनाए रखें, इससे एक चेन विकसित हो सकेगी। जिसे मजबूत कर विश्वास का प्रतीक बनाया जा सके और आने वाले समय में तहसील स्तर तक ले जाया जा सके।राज्य सरकार ने वर्ष 2021 में बसन्त पंचमी के दिन मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को प्रारम्भ किया। मात्र ढाई वर्ष में इसका सकारात्मक परिणाम दिखायी दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1998 से वर्ष 2020 तक समाज कल्याण विभाग द्वारा जो भी कोचिंग संचालित की जाती थी, उनमें मात्र तीन चार अभ्यर्थी रेलवे एवं अन्य विभागों में चयनित होते थे। पहली बार प्रदेश में अभ्युदय कोचिंग से मार्गदर्शन प्राप्त करने वाले तेईस अभ्यर्थियों का संघ लोक सेवा आयोग के माध्यम से चयन हुआ है। यह एक सकारात्मक पहल है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय मनीषा ने ‘अयोग्य पुरुषो नास्ति, योजकस्तत्र दुर्लभः’ की बात की है, यानि कोई भी मनुष्य अयोग्य नहीं है, उसे केवल एक योजक चाहिए। अभ्युदय कोचिंग संस्थान योजक के रूप में कार्य कर रहा है। मण्डलायुक्त के नेतृत्व में बनी हुई कमेटी के माध्यम से यह अधिकारी अभ्युदय कोचिंग से जुड़ते हैं। पीसीएस या पीपीएस में चयनित अभ्यर्थी भी अभ्युदय कोचिंग में अपना मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। आईआईटी, नीट को क्वॉलिफाइ करने के बाद सर्विस कर रहे विभिन्न जनपदों में तैनात लोग भी इस कोचिंग के माध्यम से छात्र-छात्राओं को अपना मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से भी अच्छे विषय विशेषज्ञों का सहयोग लिया जा रहा है। फिजिकली व वर्चुअली दोनों प्रकार की कक्षाएं संचालित हो रही हैं।जनजातीय क्षेत्रों में एकलव्य विद्यालयों से जुड़े विद्यार्थियों का चयन नीट, आईआईटी, जेईई व अन्य परीक्षाओं में हो रहा है। इनमें कुछ विद्यार्थियों को आज सम्मानित किया गया, यह समानता के अवसर को साकार कर रहा है, जिससे बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर का सपना साकार हो रहा है। पूर्ववर्ती सरकार ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति अज्ञात कारणों से रोक दी गयी थी, वर्तमान सरकार ने वर्ष 2015-16 व 2016-17 के सभी विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति एक साथ रिलीज की। वर्तमान में वर्ष में दो बार समाज कल्याण विभाग द्वारा विद्यार्थियों के खाते में छात्रवृत्ति अन्तरित की जा रही है। (हिफी)

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