अयोध्या का स्वरूप होगा राममय

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को मंदिर निर्माण समिति के नृपेन्द्र मिश्र ने बैठक कर दी जानकारी अयोध्या का स्वरूप ऐसा होगा कि सब कुछ राममय दिखाई देगा एक-एक चीज एहसास दिलाएगी कि यह श्री राम की अयोध्या है।
अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर का भूतल तैयार हो चुका है। रामलला को बिराजकर प्राण प्रतिष्ठा की तारीख भी सामने आ गयी। यह समारोह एक सप्ताह चलेगा। इस बीच तेजी से विकसित हो रही अयोध्या का स्वरूप ऐसा होगा कि सब कुछ राममय दिखाई देगा। एक-एक चीज एहसास दिलाएगी कि यह श्री राम की अयोध्या है। यहां तक कि स्ट्रीट लाइट पोल भी ऐसे चयन किए जा रहे है जो लोगों को श्री राम की नगरी में होने का एहसास दिलाएं, ऊपर धनुष और रुद्राक्ष प्रत्यंचा पर चढ़ी तीर और तीर पर भगवा पताका पर विराजमान पवनपुत्र हनुमान। नीचे रक्षा कवच और धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाए श्री राम, यह किसी मूर्ति की बात नहीं हो रही है बल्कि अयोध्या में लगने वाले स्ट्रीट लाइट पोल के बारे में बता रहे हैं, जिसे मंडलायुक्त कार्यालय में भी सैंपल के रूप के लगाया गया है। कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि स्ट्रीट लाइट पोल की ऐसी डिजाइन और कंसेप्ट लाएं जो अयोध्या की पहचान से जुड़ी हो और अपने आप में अलग हो। एक नया कांसेप्ट हो जिससे अयोध्या की पहचान अलग हो। हम स्ट्रीट लाइट और डिजाइन देख रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसा कांसेप्ट जो राम जी, राम जन्मभूमि और अयोध्या को दर्शाता हो यही सोच लेकर के यह पोल लगाया जा रहा है, जिसमें राम जी का आशीर्वाद है, उनका धनुष है, रुद्राक्ष है, पवन पुत्र हनुमान हैं। इस डिजाइन को इंटरनेशनल लेवल पर तैयार किया गया है। बाहर से कोई आए तो उनको लगे कि हमारा हिंदुस्तान भी कम नहीं है। यह धार्मिकता वाली स्ट्रीट लाइट लखनऊ की इनोवेशन कंपनी सप्लाई कर रही है। दरअसल, राम मंदिर ट्रस्ट चाहता है कि इस प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को दुनियाभर में बैठ राम भक्त उत्सव की तरह मनाये । इस उत्सव में राम भक्त के साथ ही पूरा हिंदू समाज आगे बढ़कर हिस्सा ले। कई दशकों बाद राम भक्तों का सपना साकार होने वाला है जब 22 जनवरी को रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजेंगे और अपने भक्तों को दिव्य दर्शन देंगे। जानकारी है कि 22 जनवरी 2024 को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे। यह क्षण पूरे विश्व में बैठे राम भक्तों के लिए अद्भुत होगा। अपने घरों में राम भक्त इस दिन उत्सव मनाएं ऐसा निवदन भी किया गया है। राममंदिर निर्माण समिति की 29 जून और 30 जून को दो दिवसीय बैठक हुई है। समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र अयोध्या आये थे। विकास कार्यों का निरीक्षण किया और फर्श निर्माण, प्रथम तल निर्माण के साथ ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर भी चर्चा की हैं।
विकसित हो रही अयोध्या में सब कुछ राममय दिखाई दे, इसके लिए बाकायदा हर एक चीज के लिए प्लानिंग की गई है। अयोध्या में जो कॉरिडोर बन रहे हैं, जो पार्क विकसित हो रहे हैं और श्री राम पथ, भक्ति पथ व जन्मभूमि पथ के रूप में मंदिर तक पहुंचने के लिए जो तीन मार्गो का चैड़ीकरण किया जा रहा है, इन सब के किनारे खूबसूरत स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी जिसके पोल भी इस तरह चयनित किए जा रहे हैं जिसमें राम और राम नगरी का प्रतिबिंब दिखाई दे। इन मार्गो पर सफर कर रहे श्रद्धालुओं को रामराज्य की अनुभूति हो।अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण नागर शैली में किया जा रहा है। इसकी ऊंचाई लगभग 161 फीट होगी, जिसमें 360 पिलर लगाए जाएंगे। यह रामभक्तों के तप और संघर्ष का ही परिणाम है कि दिसंबर 2023 में भगवान राम के मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा और जनवरी में भगवान राम अपने दिव्य गर्भ गृह में विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन देंगे। मंदिर का निर्माण दिन और रात दोनों समय किया जा रहा है। मंदिर अब आकार लेता दिख रहा है। मंदिर के ठीक सामने आपको सिंहद्वार दिखाई देगा। राममंदिर में राम नाम की ईंट लगाई जा रही है। ये ईंटें वैज्ञानिक पद्धति से चंडीगढ़ में बनाई जा रही हैं। मंदिर में पत्थरों के बीच के गैप को भरने के लिए इन ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है
अयोध्या में प्रभु राम के भव्य मंदिर के प्रथम चरण का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का उत्साह अयोध्या समेत भारत ही नहीं बल्कि विदेशों तक देखने को मिलेगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने संपूर्ण दुनिया में बैठे राम भक्तों से अपील की है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को उत्सव के रूप में मनाएं. देश और दुनिया के मठ मंदिरों में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को उत्सव के रूप में मनाएं। देश और दुनिया के मठ मंदिरों में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का उत्सव भव्यता के साथ मनाया जाए।
राम मंदिर ट्रस्ट की मंशा है कि पूरी दुनिया में उत्सव के रूप में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को मनाया जाए। इसलिए देश-विदेश में बैठे राम भक्तों से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपील की है कि वह पूरे दुनिया के राम मंदिर समेत अपने घरों में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का उत्सव मनाएं। जिसमें राम भक्त और हिंदू समाज बढ़-चढ़कर योगदान करें।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी, तो पूरे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में जहां भी राम भक्त रहते हैं। सबके लिए वह अद्भुत दिन होगा। देश समेत विदेशों में जितने भी राम मंदिर हैं, जो भी राम भक्त हैं. वह मंदिरों में अपने घरों में हर जगह इस दिन उत्सव के रूप में मनाएंगे इसका निवेदन भी सब से किया जा रहा है। रामलला के गर्भगृह में विराजमान होने के कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी में विहिप जोर शोर से जुटी है। विश्व हिंदू परिषद अक्टूबर से लेकर फरवरी तक 5 महीने देशभर में तरह तरह के कार्यक्रम करेगा। 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक बजरंग दल देशभर में शौर्य यात्राओं का आयोजन करके देशभर में माहौल तैयार करेगा।
राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। श्री रामजन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक गर्भगृह को पूरा करने के लिए सितंबर महीने तक का समय तय किया गया है जबकि अक्टूबर माह तक मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा। प्रथम तल में राम दरबार होगा, जबकि दूसरा तल खाली रहेगा। इसे मंदिर की ऊंचाई बढ़ाने के लिए तैयार किया जाएगा। इसप्रकार अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के प्रथम चरण का काम करीब-करीब पूरा कर लिया गया है. रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए तैयारियां भी जोरों पर हैं। इस महोत्सव का उत्साह पूरी अयोध्या में तो है ही इसके साथ ही देशभर में भी है। इससे भी बड़ी बात ये है कि दुनियाभर में इस महोत्सव को लेकर उत्साह देखने को मिलेगा ऐसी उम्मीद भी है। विश्वभर के राम भक्तों से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को एक उत्सव की तरह मनाने की श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपील की है।
विश्व हिंदू परिषद की ओर से देश के 1000 बड़े मंदिर को पहचाना गया है, जहां पर राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम की लाइव स्क्रीनिंग और विशेष पूजा का आयोजन होगा। भगवान राम के मंदिर निर्माण में जिन लोगों ने भी आर्थिक सहायता दी है, उनको उद्घाटन
कार्यक्रम से किसी न किसी रूप से जोड़ा जाएगा। (हिफी)