इस बार बाबा विश्वनाथ के दर्शन सुगम
(मोहिता स्वामी-हिफी फीचर)
सावन के महीने में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए हर दिन लाखों श्रद्धालु आते हैं। इन श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन, पूजन और जलाभिषेक करने के लिए घंटों वक्त बिताना पड़ता था, लेकिन इस बार सावन में मंदिर प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था की है, जिससे महज 30 मिनट के भीतर ही श्रद्धालु बाबा के दर्शन और जलाभिषेक कर मंदिर से लौट पाएंगे। इसका मास्टर प्लान तैयार हो गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि इस बार सावन के महीने में शिव भक्तों के लिए काशी विश्वनाथ धाम में खास इंतजाम हैं। धाम में रेड कार्पेट पर शिव भक्तों का स्वागत होगा और लाइन में लगने के महज 30 मिनट के भीतर ही भक्त बाबा के दर्शन और जलाभिषेक कर वापस लौट पाएंगे। इसके लिए मंदिर के चारों प्रवेश द्वार से भक्तों को एंट्री मिलेगी, जो सीधे गर्भगृह तक पहुंचाएगी।
इसके अलावा लाइन में लगे श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं का भी विशेष ख्याल रखा जाएगा। इसके लिए डॉक्टरों की टीम भी धाम में तैनात रहेगी। बताते चलें कि पिछले साल सावन में 70 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे। इस बार ये आंकड़ा दोगुने से अधिक हो सकता है, क्योंकि इस बार सावन 30 दिनों के बजाय 59 दिनों का है। सावन के सोमवार को भी बाबा के दर्शन के लिए शिव भक्तों को ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। बाबा धाम में भक्तों की राह सुगम हो इसके लिए सावन के सभी सोमवार को सुगम दर्शन के अलावा अन्य टिकट भी नहीं बेचे जाएंगे। सिर्फ शिवभक्त लाइन में खड़े होकर बाबा का दर्शन पूजन कर पाएंगे।
कावड़ लेकर जाते समय जरूरी बातें-
सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू हो गया है। सावन के महीने में शिव भक्त गंगा और नर्मदा जैसी नदियों से जल लाकर बाबा भोलेनाथ को अर्पित करते हैं। अगर आप भी सावन के महीने में कांवड़ यात्रा पर जा रहे हैं तो आपको रास्ते में काम आने वाले कुछ जरूरी गैजेट्स अपने साथ रखने चाहिए। कांवड़ यात्रा में अपने साथ दो मोबाइल रखने चाहिए, जिसमें से एक स्मार्टफोन और एक छोटा कीपैड वाला फोन होना चाहिए । स्मार्टफोन आपको इंटरनेट के जरिए कनेक्ट करता है, जिसमें आप गूगल मैप के जरिए रास्ता देख सकते हैं और जीपीएस के जरिए अपनी डेस्टिनेशन की दूरी पता कर सकते हैं। वहीं कीपैड वाला फोन आपको लंबी बैटरी की वजह से अपनों से कनेक्ट रखता है। पावर बैंक की जरूरत कांवड़ यात्रा में इसलिए जरूरी हो जाती है, क्योंकि कांवड़ यात्रा में कम से कम 4 से 5 दिन का समय लग जाता है। ऐसे में आपका स्मार्टफोन डिस्चार्ज होना तय है और जरूरी नहीं है कि सभी जगह आपको अपना स्मार्टफोन चार्ज करने का मौका मिल जाए। इसलिए कांवड़ यात्रा में अपने साथ कम से कम 5000 का एक पावर बैंक जरूर कैरी करें। कांवड़ यात्रा दिन और रात दोनों समय की जाती है। रात में कई बार ऐसी जगह भी आती हैं, जहां लाइट की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होती, साथ ही कई बार रोड के किनारे भी लाइट नहीं मिलती। ऐसे में अगर आपके पास टॉर्च होगी, तो आप आसानी से रास्ते के गड्ढे देख सकते हैं और सुरक्षित कांवड़ यात्रा का समापन कर सकते हैं। कांवड़ यात्रा में अपनी हेल्थ को मॉनिटर करने के लिए आपको अच्छी कंपनी की स्मार्टवॉच कैरी करनी चाहिए। स्मार्टवॉच के जरिए आप अपना ब्लड प्रेशर, हार्ट बीट, ब्लड में ऑक्सीजन का लेवल और स्टेप्स काउंट कर सकते हैं। इसके अलावा बाजार में कई ऐसी स्मार्टवॉच भी उपलब्ध हैं, जिनके जरिए आप ब्लूटूथ कॉलिंग भी कर सकते हैं। कांवड़ यात्रा पर जाने से पहले आपको एक बेल्ट बैग जरूर ले लेना चाहिए। इसे कमर से बांधा जा सकता है। इस बैंग में आप अपना मोबाइल फोन, वॉलेट या जरूरी दवाएं और रुपये रख सकते हैं। (हिफी)