बांग्लादेश को भारत ने भेजा 700 टन चावल

बांग्लादेश में इस वक्त भारत के प्रति नफरत की आग में धधक रही है। शेख हसीना की सरकार के जाने के बाद कट्टरपंथी लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था का तो पहले ही सत्यानाश हो चुका है लेकिन फिर भी पड़ोसी देश में जिहादी मानसिकता के लोगों का मकसद तो बस भारत से बदला लेना है। हालांकि भारत हमेशा से ही ही नेबर फर्स्ट की पॉलिसी पर चलता आ रहा है। यही वजह है कि महंगाई, बेरोजगारी और डूबती अर्थव्यवस्था से त्रस्त बांग्लादेश की तरफ पीएम मोदी ने मदद का हाथ बढ़ाया है। बांग्लादेश को 700 टन चावल भेजा गया है। यूनुस सरकार आने के बाद यह पहला मौका है जब बांग्लादेश को मदद भेजी गई है।
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश की सरकार की तरफ से इस संबंध में प्रेस रिलीज जारी की गई है। इस रिलीज में बताया गया कि स्थानीय बाजार को बढ़ते दामों को नियंत्रित करने के लिए भारत से 690 टन चावल की खेप 26 दिसम्बर सुबह चटगांव बंदरगाह पर पहुंची। बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी रिलीज में आगे कहा गया कि खेप लेकर भारतीय मालवाहक जहाज एमवी तानाइस ड्रीम सुबह करीब 5रू30 बजे बंदरगाह पर लंगर डाला। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद से यह भारत से चावल आयात की पहली खेप है। चावल की यह खेप 11 नवंबर को दोनों देशों के बीच हुए समझौते के तहत आयात की जा रही है।