मोदी ने रूस व इजरायल को दिया संदेश

ईरान, इजरायल, हमास और हिजबुल्लाह मारकाट मचाए हुए हैं। उधर रूस-यूक्रेन भी एक-दूसरे को खत्म करने पर तुले हैं। इस बीच एक बार फिर से भारत ने जंग लड़ रहे देशों से शांति की अपील की है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में हो रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने रूस-इजरायल को सीधा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य युद्ध में नहीं, बुद्ध में है। 18वें प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी के अवसर पर पीएम मोदी ने यह अपील की है।
इजरायल और रूस का सीधे तौर पर नाम तो नहीं लिया मगर युद्ध और बुद्ध की बात कहकर एक क्लियर मैसेज जरूर भेज दिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘ओडिशा भारत की समृद्ध विरासत का प्रतीक है। कदम कदम पर विरासत के दर्शन ओडिशा में होते हैं। ओडिशा में सम्राट अशोक ने तब शांति का रास्ता चुना था, जब तलवार के बल में साम्राज्य बढ़ाने का दौर था। इसीलिए भारत दुनिया को कह पाता है कि भविष्य युद्ध में नहीं बल्कि बुद्ध में है। पीएम मोदी की यह टिप्पणी कि ‘भविष्य युद्ध में नहीं बल्कि बुद्ध में है’ आज के वैश्विक परिप्रेक्ष्य में काफी अहम है। अभी रूस-यूक्रेन में दो साल से अधिक समय से जंग चल रही है। दोनों देशों में विनाशलीला पूरी दुनिया देख चुकी है। फिर भी युद्ध कब खत्म होगा, यह किसी को नहीं पता। ग्लोबल लेवल पर शांति स्थापित करने की बीच-बीच में कवायद होती रही है। बावजूद इसके सफलता नहीं मिली है। भारत ने भी अपनी ओर से पूरी कोशिश की है। पीएम मोदी ने तो इसके लिए पुतिन और जेलेंस्की से मुलाकात भी की। दोनों को समझाया और युद्ध के परिणाम को लेकर आगाह भी किया।