मासूमों के डिजीटल धर्मांतरण की साजिश!

अब कच्ची उम्र के नाबालिग किशोर बच्चों को आनलाइन गेम के जरिए सम्पर्क में लाकर उनका ब्रेन वाश कर इस्लाम को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ मजहब बताकर धर्मांतरण की डिजिटल साजिश को अंजाम दिया जा रहा है। इस सुनियोजित साजिश को बड़ी ही चालाकी से शातिराना तरीके से अंजाम दिया जा रहा है आमतौर पर आजकल हर बच्चा मोबाइल एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल कर रहे हैं और अभिभावक बच्चों के मोबाइल यूज पर पर्याप्त निगरानी नहीं कर पाते हैं। वह सोच रहे हैं कि बच्चा मोबाइल पर गेम खेल रहा है जबकि मोबाइल गेम खेलने के ग्रुप के जरिए संपर्क में आकर उसे धीरे-धीरे इस्लाम की ओर आकर्षित किया जा सकता है और यहां तक कि उस का ब्रेनवाश कर उसको आनलाइन कट्टर पंथी विचारों से जोड़ कर मतांतरण के लिए तैयार कर लिया जाता है। ऐसा ही एक मामला देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में देखने को मिला है। यहां कवि नगर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़के का धर्म परिवर्तन करने का सनसनी खेज मामला सामने आया है इस नाबालिग बच्चे के पिता ने मुंबई निवासी एक व्यक्ति और उसके साथियों पर ऑनलाइन गेम के जरिए धर्म परिवर्तन करने के लिए प्रेरित करने और धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। किशोर के पिता का आरोप है कि उनका बेटा बहानेबाजी कर पिछले कुछ दिनों से एक दिन में 5 बार घर से बाहर जाता था जब शक हुआ तो पड़ताल करने पर पता चला कि वह नमाज पढ़ने के लिए जाता है और करीब की ही एक मस्जिद में वह नमाज अदा करता है। जब किशोर के परिजन ने इस बाबत पूछताछ की तो किशोर बेहद उग्र हो गया और उसने स्वीकार किया कि वह
धर्मान्तरण कर रहा है। यह सुनकर किशोर के परिजन के पैरतले धरती खिसक गई।
आइए इस मामले में आपको विस्तार से जानकारी देते हैं। कवि नगर थाना क्षेत्र के राज नगर में रहने वाले एक नाबालिग बच्चे को कथित तौर पर ऑनलाइन गेम के बहाने से सोशल साइट पर दोस्ती कर धर्म परिवर्तन के लिए तैयार कर दिया गया इस किशोर के पिता का आरोप है कि उनका नाबालिग बेटा पिछले कुछ दिनों से अजीबोगरीब हरकत करने लगा था। वह पार्क में खेलने व जिम जाने के बहाने से 5 बार घर से बाहर जाता था। संदेह होने पर उन्होंने बेटे का पीछा किया तो पता चला कि वह संजय नगर सेक्टर 23 स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जाता है जब पिता ने इस संबंध में अपने किशोर बेटे से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने इस्लाम धर्म अपना लिया है क्योंकि इस्लाम धर्म दूसरे
धर्म की अपेक्षा बेहतर है। किशोर के पिता ने बेटे के मोबाइल की और लैपटॉप की पड़ताल की तो पता चला कि उसमें जाकिर नायक समेत कई इस्लामिक कट्टरपंथियों के स्पीच मौजूद थी। उनके नाबालिग बेटे को ऑनलाइन गेमिंग के बहाने से दोस्ती कर एक षड्यंत्र के तहत साजिश कर मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया गया। एक मुस्लिम युवक बददो की भूमिका बड़ी हो सकती है उसने अपनी साजिश का शिकार बनाया और उनके बेटे से सोशल साइट पर कई घंटे रोजॉना बात करना शुरू कर दिया। पिता का आरोप है कि यह धर्मान्तरण कराने वाले लोगों का एक गिरोह है जो किशोर आयु के युवकों को ऑनलाइन गेम खिलाने के बहाने से संपर्क बनाकर दोस्ती बढ़ाता है और फिर उनका ब्रेनवाश कर इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर करता है। किशोर के पिता का कहना है कि उन्हें आशंका है कि उनके बेटे का धर्मांतरण करा दिया गया है। आरोपी व्यक्ति तथा इसके पीछे उनके बेटे को किसी तरह दबाव में लेने का काम भी किया गया है पिता ने आशंका व्यक्त की है कि उनके बेटे को देश विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जा सकता है उन्हें आशंका है कि संजय नगर स्थित धार्मिक स्थान से जुड़े कट्टरपंथी लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं।
यह सारा मामला काफी पेचीदा सनसनीखेज है। आपको याद होगा कि अभी मार्च माह में भी इसी तरह एक अन्य मामला सामने आया था जिसमें एक दंपति को लोगों को बहला-फुसला उनका धर्मांतरण कराने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अयोध्या मामले में किशोर के पिता का कहना है कि उनके बेटे का धर्मांतरण कराने वाला गिरोह दूसरे किशोरों को भी अपने जाल में फंसा कर धर्मांतरण की साजिश रच रहा है ऐसी आशंका है उनका कहना है कि उनका बेटा बहुत सीधा और बाहर की दुनिया से अनजान है। उसे किसी तरीके से इन लोगों ने दबाव बनाकर बहला-फुसलाकर इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए तथा जांच की जानी चाहिए कि वह इसी रवैया पर कितने और युवाओं किशोरों को अपने जाल में फंसा चुके हैं, अथवा फंसाने की साजिश रच रहे हैं। उनका कहना है कि यदि गंभीरता से इस मामले की जांच की जाए तो धर्मांतरण के बड़े षड्यंत्र का पर्दाफाश हो सकता है पुलिस अधिकारियों के अनुसार मुंबई निवासी और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच करने के बाद इस मामले में सख्त से सख्त कार्यवाही कर षड्यंत्र कार्यों को पर्दाफाश किया जाएगा।
डीसीपी निपुण अग्रवाल के हवाले से बताया गया है कि जिस बददो नाम के व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है बददो ऑनलाइन नाम है इस व्यक्ति से किशोर ने कुछ लेपटॉप पर गेम खेलने के लिए कार्ड खरीदे थे और तभी बददो का किशोर से परिचय बना। इसकी वास्तविकता के बारे में पड़ताल की जा रही है संभव है इस व्यक्ति का नाम कुछ दूसरा हो सकता है। इस रैकेट में बद्दो के नाम से ब्रेनवास करने वाला व्यक्ति अकेला है अथवा कोई गिरोह इस रैकेट को चला रहा है। इसकी पूरी पड़ताल करने के लिए पुलिस टीम का गठन कर दिया गया है शीघ्र ही इस मामले का पटाक्षेप कर दिया जाएगा।
इस मामले के सामने आने के बाद पता चलता है कि किस तरह कुछ लोग गजवा ए हिंद पर काम कर रहे हैं और येन केन प्रकारेण
धर्मांतरण की साजिश करते हैं। (हिफी)