वंदेभारत ट्रेनों से जुड़े 11 राज्य

देश के 11 राज्यों को 9 वंदे भारत ट्रेनों की सौगात मिली है। ये नई वंदे भारत ट्रेनें देश भर में कनेक्टिविटी में सुधार और रेल यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करेंगी। देश में अब वंदे भारत ट्रेनों की संख्या बढ़कर 34 पहुंच गई है। पीएम ने कहा कि देश में बुनियादी ढांचे के विकास की यह गति और पैमाना 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं से बिल्कुल मेल खाते हैं। उन्होंने कहा कि यह ट्रेनें अधिक आधुनिक और आरामदायक हैं। वंदे भारत ट्रेनों में एक करोड़ ग्यारह लाख से ज्यादा लोगों ने सफर किया है और इन ट्रेनों के प्रति लोगों में उत्साह बढ़ रहा है। पीएम ने कहा कि वर्तमान में 25 वंदे भारत ट्रेनें विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लोगों की सेवा में हैं। इसमें 9 और वंदे भारत ट्रेनों को जोड़ा जा रहा है और वो दिन दूर नहीं, जब वंदेभारत देश के हर हिस्से को कनेक्ट करेगी। राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी।
नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में उदयपुर- जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस, हैदराबाद-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस, विजयवाड़ा-चेन्नई (रेनिगुंटा के रास्ते) वंदे भारत एक्सप्रेस, पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सेप्रेस, राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस, रांची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल है।
ये वंदे भारत ट्रेनें अपने संचालन के रूटों पर सबसे तेज गति से दौड़ेंगी और यात्रियों के समय में काफी बचत करेंगी। बता दें कि वंदे भारत ट्रेन 52 सेकेंड में 100 की रफ्तार पकड़ने की क्षमता से लैस है। वंदे भारत ट्रेन मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग तीन घंटे जल्दी सफर तय करेंगी। हैदराबाद-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस 2.5 घंटे से अधिक समय की बचत करेगी।