अमेरिका में विदेशी कारों पर 25 फीसद टैरिफ

डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका को ग्रेट बनाने के चक्कर में खलबली मचाए हुए हैं। कभी वह अन्य देशों पर टैरिफ बम फोड़ते हैं तो कभी अपने ही घर में नया नियम बनाकर हलचल बढ़ा देते हैं। अब उन्होंने गाड़ियों पर टैरिफ बम फोड़ा है।अमेरिका में अब विदेशी कारों पर 25 फीसदी टैरिफ लगेगा। खुद इसकी घोषणा डोनाल्ड ट्रंप ने की। माना जा रहा है कि इससे अमेरिका को करीब 100 बिलियन डॉलर टैक्स कलेक्शन होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वो इम्पोर्टेड गाड़ियों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा रहे हैं। यानी अमेरिका में जो भी विदेशी गाड़ियां होंगी, उस पर 25 फीसदी टैरिफ लगेगा। व्हाइट हाउस का दावा है कि इससे घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा हालांकि, ये उन ऑटोमोबाइल कंपनियों पर भी आर्थिक दबाव डाल सकता है जो ग्लोबल सप्लाई चेन पर निर्भर हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने एक और बड़ा संकेत दिया। उन्होंने कहा कि चीन को टैरिफ में राहत दी जा सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक दिन पहले कहा कि वो टिकटॉक की चीनी पैरेंट कंपनी बाइटडांस के साथ एक सौदा करने के लिए टैरिफ घटाने को तैयार हैं। यह सौदा 17 करोड़ अमेरिकियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले इस शॉर्ट वीडियो ऐप को बेचने के लिए किया जाएगा। बाइटडांस के पास टिकटॉक के लिए कोई गैर-चीनी खरीदार खोजने के लिए 5 अप्रैल की समय सीमा है। ऐसा न होने पर अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर इस पर प्रतिबंध लग सकता है। यह प्रतिबंध 2024 के एक कानून के तहत जनवरी में ही लागू होना था।
रिपोर्टर्स से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘इससे ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा। हम प्रभावी रूप से 25 प्रतिशत टैरिफ वसूलेंगे।’ हालांकि, यह उतना आसान नहीं होगा क्योंकि अमेरिकी ऑटोमोबाइल कंपनियां भी दुनिया भर से कम्पोनेंट्स मंगवाती हैं। अप्रैल से शुरू हो रही इस टैक्स वृद्धि का मतलब है कि ऑटोमोबाइल कंपनियों को ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है और उनकी बिक्री घट सकती है। हालांकि ट्रंप का तर्क है कि टैरिफ से अमेरिका में ज्यादा फैक्ट्रियां खुलेंगी और उनके हिसाब से जो बेतुकी सप्लाई चेन है, उसका अंत होगा जिसमें अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको में ऑटो पार्ट्स और पूरी गाड़ियां बनाई जाती हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ के निर्देश पर हस्ताक्षर करते हुए अपनी गंभीरता दिखाने के लिए कहा, यह परमानेंट है।