यूपी की प्रगति से प्रभावित विश्व बैंक प्रतिनिधि

(डॉ दिलीप अग्निहोत्री-हिफी फीचर)
उत्तर प्रदेश ने विगत छह वर्षों के दौरान अभूत पूर्व प्रगति की है। विकास के सभी मानकों पर प्रदेश का प्रदर्शन शानदार रहा है। योगी मॉडल की प्रशंसा विकसित देशों तक होती रही है। विश्व स्तर की महत्वपूर्ण संस्थाएं भी योगी मॉडल को सराहनीय और प्रेरणादायक बता चुकी है। योगी आदित्यनाथ ने अपनी संकल्प शक्ति से योजनाओं को प्रभावी रूप में क्रियान्वित करके दिखाया है। उत्तर प्रदेश पहले बीमारू और पिछड़ा माना जाता था। निवेशकों की यूपी में कोई दिलचस्पी नहीं थी। योगी आदित्यनाथ ने व्यवस्था को बदलने का कार्य किया। उनके प्रयासों से यूपी विकसित प्रदेश बनने की दिशा में अग्रसर है। नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट में इस तथ्य का उल्लेख किया था। छह वर्ष में साढ़े पांच करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाना सामान्य बात नहीं है। विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक परमेश्वरन अय्यर ने लखनऊ यात्रा के दौरान यूपी की प्रगति को शानदार बताया। उन्होंने कहा कि विश्वबैंक प्रतिनिधि मण्डल में शामिल कई सदस्य एक दशक पहले उत्तर प्रदेश आ चुके हैं।
छह वर्षों की उपलब्धियों का प्रत्यक्ष अनुभव और अवलोकन किया जा सकता है। अवस्थापना विकास, औद्योगीकरण, कूड़ा निस्तारण, गरीबी उन्मूलन, नियोजित शहरीकरण, पर्यावरण संरक्षण आदि सेक्टर में बीते छह वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश नई पहचान कायम हुई है। आज उत्तर प्रदेश जिस तरह सेक्टरवार जरूरतों के मुताबिक कार्ययोजना तैयार कर कार्य कर रहा है, वह देश के सबसे बड़े प्रदेश में व्यापक बदलाव लाने वाला है।विश्व बैंक का प्रतिनिधिमण्डल लखनऊ यात्रा पर आया था। विश्व बैंक का प्रतिनिधिमण्डल महाराष्ट्र और गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश आया है। इस प्रतिनिधिमण्डल में दुनिया के सौ देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग सम्मिलित हैं। यह कहा गया कि विश्व बैंक का मिशन हमेशा से गरीबी उन्मूलन का रहा है। अब पर्यावरण संवर्धन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश इस दिशा में बड़ी भूमिका निभा रहा है।
प्रतिनिधि मण्डल की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक हुई। इसमें प्रदेश के पोटेंशियल व सम्भावनाओं के अनुरूप समग्र विकास के लिए पारस्परिक सहयोग और भावी कार्ययोजना पर चर्चा हुई। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज नियोजित प्रयासों से बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आकर देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था बन चुका है। प्रदेश में करीब एक करोड़ एमएसएमई इकाइयां संचालित हैं। इनके माध्यम से रोजगार सृजित हो रहे हैं। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश एक्सपोर्ट का हब बना रही हैं। विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश ने अपना निर्यात दोगुना करने में सफलता पायी है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में छत्तीस लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। आगामी कुछ महीनों में निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने के लिए ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करने जा रहे हैं। इसमें दस लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की तैयारी है। प्रदेश में इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी बेहतर हुई है।
योगी ने बताया कि लैण्डलॉक राज्य होने के बावजूद उत्तर प्रदेश इनलैण्ड वॉटर-वे के माध्यम से वाराणसी से हल्दिया तक जुड़ चुका है। नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से आज गंगा नदी का जल स्वच्छ और निर्मल हुआ है। उत्तर प्रदेश सिर्फ ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में ही नहीं, बल्कि ईज ऑफ लिविंग में भी देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। उत्तर प्रदेश भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करने के लिए तैयार है। देश पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की ओर बढ़ चुका है, ऐसे में उत्तर प्रदेश ने भी अपनी भूमिका तय करते हुए राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने का निर्णय लिया है। वर्षों में प्रदेश में दो करोड़ इकसठ लाख घरों में शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के माध्यम से करीब चैवन लाख लोगों को घर, आयुष्मान भारत योजना के जरिए छह करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य बीमा कवर दिया गया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की भूमि है। इस भूमि पर हजारों वर्ष तक रामराज्य स्थापित रहा है। आज उत्तर प्रदेश एक बार फिर रामराज्य की ओर बढ़ चुका है। रामराज्य का अर्थ है सरकार की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव लोगों तक पहुंचाया जाए, जो आज उत्तर प्रदेश में हो रहा है।
यह संयोग है कि विश्व बैंक प्रतिनिधि मण्डल के साथ बैठक के दिन ही योगी आदित्यनाथ विकास सम्बन्धी अन्य कार्यक्रमों में भी सहभागी हुए। उन्होंने फिल्म सिटी परियोजना के सम्बन्ध में एक उच्चस्तरीय बैठक की। अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि छह माह में फिल्म सिटी परियोजना को धरातल पर उतारा जाए। उत्तर प्रदेश के परसेप्शन को बदलने में फिल्म सिटी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। नई चुनौती और नए परिदृश्य का आकलन करते हुए फिल्म सिटी का विकास सुनिश्चित किया जाए। फिल्म सिटी के आकार को पूर्ववत रखते हुए चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाए। विश्वस्तरीय फिल्म सिटी बनने से प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों के कलाकारों को भी अवसर प्राप्त होगा। इससे वे अपने सपनों को प्रदेश में रहकर ही पूरा कर सकेंगे। फिल्म सिटी के विकास से फिल्म निर्माताओं के साथ-साथ सीरियल निर्माताओं, रियलिटी शो निर्माताओं की भी पसंद यही फिल्म सिटी होगी। इससे प्रदेश के सर्विस सेक्टर, होटल इण्डस्ट्री, पर्यटन सेक्टर के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग के कार्यों की
समीक्षा की प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया। अधिकारियों को निर्देशित
किया।
प्रदेश में उपलब्ध भू-मानचित्रों में से 97.22 प्रतिशत डिजिटाइज किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने इस कार्य को हर हाल में इस वर्ष दिसम्बर तक शत-प्रतिशत पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि जीर्ण-शीर्ण भू-मानचित्रों का सर्वे कराकर भू-अभिलेखों का शुद्धिकरण एवं मानचित्रों की उपलब्धता का कार्य तय समय से पहले पूर्ण किया जाए। रबी की फसलों का शत-प्रतिशत डिजिटल क्रॉप सर्वे कराने के निर्देश दिए। प्रदेश में 66619।24 हेक्टेयर भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई गई है। उन्होंने पिछले दस से अधिक समय से सार्वजनिक भूमि पर
अधिवास कर रहे गरीब, वंचित व दलित असहाय व्यक्तियों को भूमि का पट्टा प्रदान किए जाएंगे। अब तक अठारह हजार से अधिक गरीबों को पट्टा प्रदान किया जा चुका है।
खतौनी एवं अन्य प्रमाण-पत्र में आधार सीडिंग की कार्यवाही को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा, जिससे भू-अभिलेखों में पारदर्शिता और किसी भी व्यक्ति द्वारा प्रदेश में
धारित सभी भूमियों का विवरण एक क्लिक में उपलब्ध हो सके। स्वामित्व से उपलब्ध जियो रिफरेन्स्ड घरौनी को फैमिली आईडी से जोड़ा जाएगा। इससे भविष्य में निवास प्रमाण-पत्र जारी करने में सुगमता होगी। (हिफी)