जेल का खाना भी बन रहा ब्रांड

उत्तर प्रदेश मंे जेल का खाना भी ब्रांड बन रहा है। जी हां कानपुर के जिलाधिकारी की मंशा के अनुसार अब बंदी कैंटीन की शुरुआत की जाएगी। इस कैंटीन का खाना आम लोगों को मुहैया कराया जाएगा। इससे ना सिर्फ कचहरी आने वाले लोगों को कम पैसों में भोजन उपलब्ध हो सकेगा। इसके साथ ही बंदियों को उनका पारिश्रमिक भी मिल सकेगा। अगर यह प्रयोग सफल रहा तो घर बैठे भी लोग जेल के खाने का आनंद उठा सकेंगेऐसी भी मान्यता है कि दूर योग टालने के लिए जेल की रोटी खा लो तो भविष्य में जेल यात्रा का योग टल सकता है। अभी तक तो यह मुमकिन नहीं था लेकिन बंदी कैंटीन की शुरुआत हो जाने के बाद यह मुमकिन हो सकेगा। कानपुर के जिलाधिकारी विशाख जी की पहल पर जिला जेल के गेट पर एक काउंटर बनाकर बंदी कैंटीन की शुरुआत कराई जा रही है। जिला जेल के जेल अधीक्षक डॉ। बी पी पांडे ने बताया कि अभी जेल की रसोई में लगे बंदी अपने साथी बंदियों के लिए खाना बनाते हैं। अब जब बंदी कैंटीन की शुरुआत की जा रही है।ऐसे में ना सिर्फ बंदियों को काम मिल जाएगा बल्कि यहां के बंदियों को सीखने को भी मिलेगा। जिसके लिए जेल गेट के बाहर काउंटर तैयार कराया जा रहा है। यह काउंटर इसी महीने बनकर तैयार हो जाएगा। अगले माह से जेल के खाने की शुरुआत यहां से कराने की तैयारी है। अभी खाने की बिक्री की रेट तय नहीं किए गए हैं। उन्हें भी जल्द से जल्द तय कर दिया जाएगा दाम कम रखे जाएंगे, ताकि हर कोई आसानी से यहां से खाना खरीद सके।