क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को डिजिटल रूप से सक्रिय ग्राहकों पर ध्यान देने की जरूरत: सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से केंद्र के अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण के प्रयास के अनुरूप डिजिटल रूप से सक्रिय ग्राहकों को बढ़ाने पर ध्यान देने को कहा। सीतारमण यहां दक्षिण क्षेत्र में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) के वित्तीय प्रदर्शन की समीक्षा के लिये आई थीं। बैठक के दौरान वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की वित्तीय सेहत के बारे में पूरी जानकारी दी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए वित्त मंत्री ने आरआरबी से प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, पीएम स्वनिधि, अटल पेंशन योजना, पीएम जनधन योजना, पीएम मुद्रा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) जैसी केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं पर ध्यान देने को कहा।
सीतारमण ने कहा कि दक्षिणी क्षेत्र में आरआरबी का कर्ज-जमा अनुपात और फंसे कर्ज के एवज में प्रावधान अनुपात राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। उन्होंने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और प्रायोजक बैंकों से चालू और बचत खाता (कासा) अनुपात में सुधार लाने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि आरआरबी को समयबद्ध तरीके से प्रौद्योगिकी, कर्ज प्रबंधन और कोर बैंकिंग प्रणाली सुविधाओं को अपनाना चाहिए। सीतारमण ने कहा, ‘‘क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को डिजिटलीकरण की दिशा में भी कदम बढ़ाने की जरूरत है। उन्हें केंद्र के डिजिटलीकरण के प्रयास के अनुरूप डिजिटल रूप से सक्रिय ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।’’ उन्होंने क्षेत्र के आरआरबी से राज्यभर में अपनी मौजूदगी में सुधार के लिये भारतीय रिजर्व बैंक और संबंधित राज्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। बैठक में तमिलनाडु के वित्त सचिव टी उदयचंद्रन, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, पुडुचेरी और कर्नाटक के वित्त मंत्रालयों के सचिव और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और नाबार्ड के प्रबंध निदेशक और सीईओ भी चर्चा में शामिल हुए। फिलहाल, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में केंद्र की 50 प्रतिशत जबकि संबंधित प्रायोजक बैंक की 35 प्रतिशत और राज्य सरकार की 15 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उल्लेखनीय है कि सीतारमण ने पिछले महीने उत्तरी क्षेत्र के ग्रामीण विकास बैंकों के कामकाज की समीक्षा की थी। यह दूसरी समीक्षा बैठक थी।