रहस्य बनते शरद पवार

महाराष्ट्र मंे राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के एक धड़े के अध्यक्ष शरद पवार अब रहस्य बनते जा रहे हैं। एनसीपी मंे बाकायदा विभाजन हो गया है। इसीलिए निर्वाचन आयोग ने एनसीपी के दोनों गुटों को पार्टी के नाम और आधिकारिक चिह्न से संबंधित नेाटिस का जवाब देने के लिए तीन सप्ताह का समय मांगा है। इस बीच नाटकीय ढंग से पार्टी से बगावत कर एकनाथ शिंदे की सरकार मंे डिप्टी सीएम बने अजीत पवार ने शरद पवार के आवास पर पहुंचकर चाचा से आशीर्वाद लिया। उस समय यह कहा गया कि शरद पवार की पत्नी प्रतिभा पवार का ब्रीच कैंडी अस्पताल मंे आपरेशन हुआ था। अस्पताल से वह घर आयीं तो अजीत पवार उनसे मिलने गये थे। अब शरद पवार बीड मंे एक रैली कर रहे थे तो अजीत पवार ने अपने ‘साहेब’ से आशीर्वाद देने के लिए पोस्टर लगवाया है। पोस्टर मंे शरद पवार की फोटो के साथ ही अजीत पवार का भी चित्र है। कर्नाटक के बंेगलुरु में 26 विपक्षी दलों का इंडिया के नाम से बना गठबंधन हैरान है कि ये सब क्या हो रहा है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में संजय राउत तंज पर तंज किये जा रहे हैं लेकिन चाचा-भतीजे का नाटक किसी की समझ में नहीं आ रहा है। बीड मंे रैली से पहले शरद पवार ने कहा कि वह 30 अगस्त को इंडिया की मुंबई मंे होने वाली बैठक मंे शामिल होंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे। शरद पवार के समर्थकों का कहना है कि साहेब किसी तरह से अजीत के साथ गये लोगों को वापस लाना चाहते हैं। बहरहाल, शरद पवार स्वाभिमान यात्रा पर रवाना हो गये हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार की महाराष्ट्र के बीड में संपन्न हुई रैली से पहले पार्टी के बागी अजीत पवार गुट ने शरद पवार का स्वागत करते हुए बैनर लगाए हैं, जिनमें शरद से राजनीतिक रूप से अलग हुए भतीजे को आशीर्वाद देने का अनुरोध भी किया गया है। शरद पवार की परली में होने वाली रैली से कुछ ही घंटे पहले समूचे बीड में दोनों पवार की तस्वीरों वाले स्वागत के बैनर लगाए गए। पुणे में व्यवसायी अतुल चोराड़िया के आवास पर 12 अगस्त को दोनों पवार-शरद व अजीत पवार के बीच हुई गुप्त मुलाकात क लेकर महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के घटक दलों- कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) तथा एनसीपी (शरद पवार गुट)- के बीच जारी जुबानी जंग की पृष्ठभूमि में ये पोस्टर जारी किए गए हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा था कि उनकी पार्टी के नेता अखिल भारतीय स्तर पर बनाए गए विपक्षी गठबंधन इंडिया की इस महीने के अंत में मुंबई में होने जा रही बैठक में इस पर विचार-विमर्श करेंगे। कांग्रेस ने एनसीपी संस्थापक और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के बीच हुई मुलाकात को चिंता का विषय भी करार दिया था। उधर, दबाव डाले जाने पर अजीत पवार ने कहा कि उनके चाचा के साथ हुई बैठक में कुछ भी असामान्य नहीं हुआ। समाचार एजेंसी एनसीपी के मुताबिक, अजीत पवार ने कहा, पवार साहब (शरद पवार) पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं। परिवार के सदस्यों के बीच हुई बैठक को मीडिया तरह-तरह का प्रचार दे रहा है, जिससे भ्रम पैदा हो रहा है। यह सोचने का कोई कारण नहीं कि बैठक में कुछ भी असामान्य हुआ।
शरद पवार ने अपने भतीजे के साथ मुलाकात को लेकर इंडिया गठबंधन के भीतर किसी भी भ्रम की धारणा को गत दिनों खारिज कर दिया था। अब 17 अगस्त को बीड में हुई शरद पवार की रैली बागी एनसीपी नेता धनंजय मुंडे के गृह क्षेत्र में हुई है। एनसीपी के एक अन्य बागी नेता छगन भुजबल के निर्वाचन क्षेत्र नासिक में रैली करने के बाद हाल के हफ्तों में शरद पवार की यह दूसरी ऐसी रैली है। उम्मीद है कि पार्टी के आधार को मजबूत करने और दलबदल करने वालों का समर्थन वापस पाने के प्रयास में शरद पवार आने वाले दिनों में और अधिक रैलियां करेंगे।
ध्यान रहे कि निर्वाचन आयोग ने 16 अगस्त को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दोनों विरोधी गुटों को पार्टी के नाम और आधिकारिक चिह्न से संबंधित नोटिस का जवाब देने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया है। एक गुट शरद पवार के नेतृत्व वाला और दूसरा उनके भतीजे अजित पवार की अगुवाई वाला है। दोनों ने पार्टी के नाम और आधिकारिक चुनाव चिह्न के दावे पर निर्वाचन आयोग के नोटिस पर अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए चार सप्ताह की मोहलत मांगी थी। आयोग ने 27 जुलाई को दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों को नोटिस जारी कर उनसे असली पार्टी होने का दावा करते हुए आयोग को सौंपे गए दस्तावेजों का आदान-प्रदान करने को कहा था। पांच जुलाई को, निर्वाचन आयोग को 40 सांसदों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों के हलफनामों के साथ-साथ विद्रोही गुट के सदस्यों का एक प्रस्ताव भी मिला था कि उन्होंने अजित पवार को राकांपा प्रमुख के रूप में चुना है। इस संबंध में पत्र 30 जून को लिखा गया था।
इससे दो दिन पहले अजित पवार ने राकांपा में आश्चर्यजनक तरीके से बगावत की थी और आठ मंत्रियों के साथ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संस्थापक शरद पवार की पत्नी प्रतिभा पवार की पिछले दिनों दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में सर्जरी की गयी थी। पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने इस संबंध में अधिक विवरण साझा किए बिना बताया कि प्रतिभा पवार की सर्जरी हाथ से संबंधित थी। प्रतिभा पवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उनसे मिलने के लिए उपमुख्यमंत्री अजित पवार एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के आधिकारिक आवास सिल्वर ओक गए। अपने चाचा के खिलाफ बगावत करने के बाद अजित पवार पहली बार सिल्वर ओक गए। अजित पवार एनसीपी में बगावत करने के बाद दो जुलाई को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए थे।
अजित पवार अपनी चाची प्रतिभा के करीबी माने जाते हैं। साल 2019 में प्रतिभा पवार ने ही कथित तौर पर उन्हें एनसीपी में वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जब अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा चुनाव के बाद अल्पकालिक सरकार बनाई थी।अस्पताल में सुप्रिया सुले भी मां प्रतिभा पवार के साथ मौजूद थीं। उन्होंने इसी का जिक्र करते हुए ट्वीट किया कि हम जब अस्पताल से घर पहुंचे तो बाबा (शरद पवार) ने आई के घर में सुंदर फूल सजाए थे। उन्होंने इसके साथ इसकी तस्वीर भी शेयर की। शरद पवार एक कार्यक्रम मंे शामिल हुए थे जहां पीएम मोदी को सम्मानित किया गया था। इसका भी इंडिया के नेताओं ने विरोध किया था। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)