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दिलचस्प होगी अमेठी की जंग

 

उत्तर प्रदेश में राजनीतिक रूप से कांग्रेस काफी पीछे हो गयी थी लेकिन कर्नाटक में जीत के साथ विपक्षी दलों के गठबंधन में कांग्रेस को संजीवनी मिल गयी है। इसका असर उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है। कांग्रेस ने प्रदेश में अपने संगठन में भी बदलाव किया है। बृजलाल खाबरी की जगह वाराणसी के अजय राय को प्रदेश
अध्यक्ष की बागडोर सौंपी गयी है। अजय राय ने यह कहकर सियासत में हलचल मचा दी है कि राहुल
गांधी अमेठी से ही लोक सभा चुनाव लड़ेंगे। लगातार तीनबार अमेठी से सांसद रहे राहुल गांधी को 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी ने पराजित कर दिया था। हालांकि राहुल गांधी उस समय केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़े और वहां से सांसद भी बन गये। इसके बाद मोदी सरनेम वाले बयान से गुजरात के हाईकोर्ट के फैसले से उनकी संसद सदस्यता चली गयी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने राहुल की सजा पर रोक लगाकर राहुल की राजनीतिक सक्रियता को बढ़ा दिया है। उधर, स्मृति ईरानी भी अमेठी से अपना भावनात्मक लगाव पैदा करने में सफल रही हैं। इसलिए 2024 में अमेठी की जंग काफी दिलचस्प हो सकती है।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी दल तैयारी में जुटे हुए हैं, इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। यूपी कांग्रेस के नए अध्यक्ष अजय राय ने कहा है राहुल गांधी बिल्कुल अमेठी से चुनाव लड़ेंगे। जहां से प्रियंका गांधी की इच्छा चुनाव लड़ने की होगी तो वहीं से लड़ेंगी, प्रियंका जी चाहें तो वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं, हमारा एक एक कार्यकर्ता उनके लिए जान लगा देगा। इस दौरान अजय राय ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर भी जमकर हमला बोला, उन्होंने कहा कि वह 13 रुपये किलो चीनी दिलवा रहीं थी अब कहां हैं।
अमेठी कांग्रेस की सीट रही थी लेकिन साल 2019 के चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के किले में सेंध लगा दी थी। अमेठी लोकसभा सीट पर हुए चुनाव में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने हराया था। इस सीट से संजय गांधी, पूर्व पीएम राजीव गांधी, सोनिया गांधी भी लोकसभा चुनाव जीत चुकी हैं। इसके अलावा अमेठी लोकसभा सीट से राहुल गांधी भी लगातार तीन बार सांसद रह चुके हैं। इस समय राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से सांसद हैं, राहुल गांधी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सीपीआई के पीपी सुनीर को लाखों वोटों के अतंर से हराया था। अब यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के बयान से चर्चा तेज हो गई है कि राहुल गांधी फिर से अमेठी में चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं। हाल ही में मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी की सदस्यता को फिर से बहाल किया गया है. उन्होंने मानहानि के मामले में दो साल की सजा सुनाई गई थी जिसके बाद उनकी सांसदी को अयोग्य घोषित किया गया था।
केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से सांसद स्मृति ईरानी भी अपने संसदीय क्षेत्र में लोक प्रिय हो गयी हैं। उन्होंने कई स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। तस्वीरें शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, अमेठी जनपद के औद्योगिक क्षेत्र, जगदीशपुर में आयोजित मेगा ऋण वितरण शिविर का आज उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, वित्तीय वर्ष 2023-24 (1 अप्रैल-29 जून तक) के अंतर्गत अमेठी जनपद में 10739 ऋण खातों में कुल 333.65 करोड़ हस्तांतरित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा, अमेठी जनपद के अंतर्गत जगदीशपुर
विधानसभा स्थित पर्वतपुर, कमलापुर, भवनशाहपुर, अजबगढ़, बहादुरपुर, मछरिया, मद्दुपुर ग्राम पंचायतों में जाकर जनसुनवाई की।
स्मृति जुबिन ईरानी का राजनीतिक जीवन वर्ष 2003 में तब शुरू हुआ जब उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण की और दिल्ली के चाँदनी चैक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। हालांकि वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से हार गईं। वर्ष 2004 में इन्हें महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया। इन्हें पार्टी ने पांच बार केंद्रीय समिति के कार्यकारी सदस्य के रूप में मनोनीत किया और राष्ट्रीय सचिव के रूप में भी नियुक्त किया। वर्ष 2010 में उन्हें भाजपा महिला मोर्चा की कमान सौंपी गई। वर्ष 2011 में वे गुजरात से राज्यसभा की सांसद चुनी गई। इसी वर्ष इनको हिमाचल प्रदेश में महिला मोर्चे की भी कमान सौंप दी गई।
भारतीय आम चुनाव, 2014 में स्मृति ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल
गांधी और आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास के खिलाफ अमेठी संसदीय सीट से चुनाव लड़ा और उन्हें कड़ी चुनौती दी। यद्यपि वे यह चुनाव हार गईं, लेकिन राज्यसभा की सदस्य होने के नाते उन्हें भारत सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया। 2019 के लोक सभा चुनाव ने स्मृति ने राहुल गाँधी को अमेठी में पराजित किया।
स्मृति ईरानी एक मॉडल थी। उसने वर्ष 1998 में फेमिना मिस इंडिया सौन्दर्य प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंची, किन्तु विजेता नहीं बन पायी। उन्होंने वर्ष 2000 में टेलीवीजन सीरियल हम है कल आज कल और कल के साथ अपने करियर की शुरुआत की, किन्तु उन्होंने एकता कपूर के सास बहू सीरियल क्योंकि सास भी कभी बहू थी में लीड रोल निभाया। इसके साथ ही इनकी पहचान एक कलाकार के रूप में बन गई।
स्मृति जुबिन ईरानी पांच सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए भारतीय टेलीविजन अकादमी अवार्ड, चार इंडियन टेली अवार्ड और आठ स्टार परिवार पुरस्कार जीत चुकी हैं। वर्ष 2001 में उन्होने जीटीवी पर प्रसारित रमायण में सीता का किरदार निभाया था। वर्ष 2006 में उन्होने बालाजी टेलीफिल्मस के अन्तर्गत थोड़ी सी जमीन और थोड़ा सा आसमान टीवी सीरियल में सह निदेशक की भूमिका अदा की। वर्ष 2008 में उन्होंने डांस पर आधारि टीवी सीरियल ये हैं जलवा को साक्षी तंवर के साथ होस्ट किया। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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