निवेशकों को योगी का आश्वासन

उत्तर प्रदेश मंे योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उद्योग धंधों पर सबसे ज्यादा जोर दिया है। इसके अनुकूल वातावरण भी बनाया गया। राष्ट्रीय मार्ग और एक्सप्रेस-वे ने यातायात के साथ व्यापार को भी सुगम किया है। पिछले दिनों नोएडा मंे योगी आदित्यनाथ ने सुपर बाइक रेसिंग के समापन समारोह में पुरस्कार वितरण किया। इस अवसर पर योगी ने कहा कि यह पहले वाला उत्तर प्रदेश नहीं है। अब यहां कानून-व्यवस्था पूरी तरह से सुदृढ़ है। प्रदेश मंे निवेश और निवेशक दोनों सुरक्षित हैं। निवेशक जब चाहें, प्रदेश में फैक्ट्री लगा सकते हैं। फैक्ट्री लगाने के लिए जहां भी जमीन की जरूरत होगी, वहां भूखण्ड मुहैया करा दिया जाएगा। दरअसल योगी आदित्यनाथ यूपी की अर्थव्यवस्था को देश की नम्बर वन अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं। इसके लिए सरकारी और गैरसरकारी स्तर पर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास उनकी सरकार की तरफ से हो रहा है। पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान नोएडा मंे सीएम योगी से हरियाणा टेक्सटाइल एसोसिएशन एवं निवेशकों के एक प्रतिनिधि मंडल ने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में मुलाकात की थी। जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व मंे पहुंचे निवेशकों ने उत्तर प्रदेश में टेक्सटाइल इकाइयां लगाने की इच्छा व्यक्त की थी। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी मंे जिस तरह से विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास किया है, उससे यूपी में निवेश करने वालों का उत्साह बढ़ा है। हरियाणा के निवेशक अपनी उलझन छिपा भी नहीं पाए। उन्होंने कहा कि वे पहले भी यूपी मंे निवेश करना चाहते थे लेकिन यहां की कानून-व्यवस्था देखकर उनका मन पीछे हट जाता था। जाहिर है कि निवेशकों की नजर मंे यूपी की कानून-व्यवस्था अब भरोसा दिलाती है।
वाराणासी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अन्तर राष्ट्रीय स्टेडियम अटल विद्यालय और अन्य विकास कार्य की सौगात दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने भरपूर निवेश आकर्षित किया है। उद्योग के अनुकूल वातावरण बनाया। कानून व्यवस्था को सुधारा उससे निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश भारत में विकास के क्षितिज पर चमचमाता नया सितारा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार का हर कदम केवल विकास की ओर ही बढ रहा है। बजट में अवस्थापना सुविधाओं के विकास, स्वास्थ्य सेवाओं के विकास जैसे तमाम पहलुओं पर ठोस काम किया गया और निरंतर किया जा रहा है। खेती किसानी को आधुनिक स्वरूप देने पर भी जोर दिया गया है। योगी आदित्य नाथ की सरकार ने गांव गरीब किसान नौजवान महिला सहित सभी का बजट पेश किया था। अमृतकाल का बजट उत्तर प्रदेश के लिए तरक्की और खुशहाली लेकर आया था। राष्ट्रीय राजमार्ग और एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में पहचान बना चुके यूपी में दो और नए लिंक एक्सप्रेस वे बनने जा रहे हैं। उच्च शिक्षा के प्रसार के लिए तीन नए राज्य विश्वविद्यालय खोलने की पहल युवाओं के भविष्य को सुरक्षित बनाएगी। ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना पीएम श्री स्कूलों की स्थापना जैसे तमाम फैसले ज्ञान के प्रसार में मील का पत्थर साबित होंगे।
अभी कुछ दिनों पूर्व गौतम बुद्ध नगर जिले के प्रभारी मंत्री वृजेश सिंह ने कहा कि उन्होंने हाल में सड़क मरम्मत कार्यों की समीक्षा के लिए राज्य के चार जिलों का दौरा किया और अगले कुछ दिनों में राज्य के अन्य स्थानों का दौरा फिर से शुरू करेंगे। उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) राज्य मंत्री बृजेश सिंह ने कहा है कि दिवाली तक राज्य की सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए निर्धारित धनराशि की पहली किस्त के रूप में 275 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर हाल में नवंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरे प्रदेश में सड़क मरम्मत के निर्देश जारी किए हैं। सिंह ने कहा कि जारी किया गया धन सिर्फ पहली किस्त है और सड़क मरम्मत कार्यों के लिए बजट की कोई कमी नहीं है।ग्रेटर नोएडा में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के मौके पर सिंह ने कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि मानसून के मौसम में बारिश के दौरान सड़कें कैसे खराब हो जाती हैं।
बारिश के दौरान सड़कें टूट जाती हैं। मानसून के दौरान सड़कों का गड्ढों से मुक्त होना असंभव है लेकिन इसके बाद सडक पर गड्ढे नहीं रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि पिछली सरकारों से विपरीत, हमारी संवेदनाएं माफिया और किसी अपराधी के साथ नहीं हो सकती हैं क्योंकि वह सुरक्षा, सुशासन और विकास के मार्ग के अवरोधक हैं। योगी ने कहा कि सरकार की कार्यप्रणाली स्पष्ट है, वह इन रुकावटों को हटाती है मगर गरीबों को अपनी संवेदना का पात्र बनाती है। गरीबों की सेवा ही सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा साफ है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मंशा व संवेदनाएं गरीब, निराश्रित, वंचित, दलित और अति पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ है। प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली और प्राथमिकताओं की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बातें लखनऊ के लोकभवन में कही थीं।
सरकारी बयान के मुताबिक, लखनऊ स्थित लोकभवन सभागार में अल्पसंख्यक तथा प्राविधिक शिक्षा विभाग के लिए कनिष्ठ सहायक व कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर कुल 240 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने स्पष्ट कर दिया कि माफिया व अपराध तंत्र पर नकेल कसने, भ्रष्टाचार मुक्त सुरक्षित व निष्पक्ष समाज की स्थापना पर प्रदेश सरकार का मुख्य ध्यान है जिससे गरीबों को बिना किसी भेदभाव के उनका हक और सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को मिशन रोजगार के जरिए शासकीय सेवाओं के अंतर्गत निष्पक्ष व मानव हस्तक्षेप रहित प्रक्रिया अपनाकर नियुक्ति दी जा रही है। पिछले छह साल में प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अंतर्गत प्रदेश ने नई ऊंचाइयों को प्राप्त किया है।
प्रदेश सरकार की हर प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ रही है। कौन कहां नियुक्त होकर जाएगा यह न किसी मंत्री और न ही किसी सचिव को पता होता है। कार्यक्रम में अल्पसंख्यक कल्याण व पशुधन विभाग मंत्री धर्मपाल सिंह, अल्पसंख्यक व कल्याण विभाग के राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग, अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी व प्रमुख सचिव एल देवराज भी उपस्थित रहे। इस प्रकार सरकार पारदर्शिता के साथ जनता की जरूरतें भी पूरी कर रही है और विकास के कार्य भी सम्पन्न करा रही है। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)