राजनीतिलेखक की कलम

वचनों से भारी कांग्रेस का वचन पत्र

 

कांग्रेस ने अपनी सरकार बनने पर जनता को पानी, स्वास्थ्य, बिजली, शिक्षा, आवास और रोजगार देने का आश्वासन दिया है। कांग्रेस ने 101 गारंटियां अर्थात निश्चित रूप से उनको पालन करने की बात भी कही है। महिलाओं को 1500 रूपये सम्मान निधि, किसानों का कर्ज माफ करने, धरेलू गैस सिलेण्डर पांच सौ रूपये में देने की गारंटी दी गयी है।

चुनाव के समय राजनीतिक दल जनता से जब कोई खास वादा करते हैं, तब उसकी चर्चा होती है। हालांकि लम्बे समय तक जनता को इससे छला ही गया है। श्रीमती इन्दिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था लेकिन उसके बाद से गरीबों की संख्या बढती ही चली गयी। इसी तरह भाजपा ने वादा किया था फीलगुड का। पार्टी जरूर गुड फील कर रही है लेकिन जनता की तकलीफें कम नहीं हुई। अस्पतालों में वैसी ही भीड़, ट्रेनों में मारा मारी और भ्रष्टाचार भी खूब फला-फूला है। अब पांच राज्यों में विधान सभा के चुनाव होने जा रहे हैं। इनमें एक राज्य मध्य प्रदेश भी है जहां मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने 116 पृष्ठों का वचन पत्र जारी किया है। इसमें 1290 वचन हैं। इस प्रकार वचन पत्र कांग्रेस के वचनों से भारी पड़ रहा है। कांग्रेस ने अपनी सरकार बनने पर जनता को पानी, स्वास्थ्य, बिजली, शिक्षा, आवास और रोजगार देने का आश्वासन दिया है। कांग्रेस ने 101 गारंटियां अर्थात निश्चित रूप से उनको पालन करने की बात भी कही है। महिलाओं को 1500 रूपये सम्मान निधि, किसानों का कर्ज माफ करने, धरेलू गैस सिलेण्डर पांच सौ रूपये में देने की गारंटी दी गयी है। न्यायालय और चुनाव आयोग चेतावनी देते हैं कि चुनाव में लालच मत दो लेकिन राजनीतिक दल उसपर ध्यान ही नहीं देते। कांग्रेस के इस वचन पत्र को भी सुरक्षित रखा जाए ताकि वक्त जरूरत पर उनसे सवाल जवाब तो किये जा सकें। मध्य प्रदेश की जनता ने तो 2018 में भी कांग्रेस को सत्ता सौंपी थी लेकिन वे उसे संभाल ही नहीं पाए। जनता का एक सवाल यह भी है। कांग्रेस की अन्तर्कलह समाप्त नहीं हो पायी है।

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी घोषणाओं का पिटारा खोल दिया है. कांग्रेस ने इस बार अपने 116 पेजों के वचन पत्र में आमजन से जुड़े 59 मुद्दों को शामिल किया है। इसमें 1290 वचन हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि इसके लिए उन्हें 9 हजार सुझाव मिले थे उसके बाद एक साल की मेहनत में इसे तैयार किया गया है।

कांग्रेस ने कहा मध्यप्रदेश की जनता को ये जल, स्वास्थ्य, बिजली, शिक्षा, आवास का अधिकार, न्यूनतम आय और रोजगार की गारंटी का अधिकार देंगे। इसी प्रकार कांग्रेस की 101 मुख्य गारंटियां है। इसमें कहा गया जय किसान कृषि ऋण माफी योजना को निरंतर रखेंगे। महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रूपए नारी सम्मान निधि के रूप में देंगे। घरेलू गैस सिलेंडर 500/- रूपए में देंगे। इंदिरा गृह ज्योति योजना के अंतर्गत 100 यूनिट बिजली माफ और 200 यूनिट हाफ दर पर देंगे। पुरानी पेंशन योजना 2005 प्रारंभ करेंगे। किसानों को सिंचाई हेतु 5 हार्सपॉवर का विद्युत निःशुल्क प्रदान करेंगे। किसानों के बकाया विद्युत देयक माफ करेंगे। बहुदिव्यांगजनों की पेंशन की राशि बढ़ाकर रूपए 2000/- करेंगे। जातिगत जनगणना कराएंगे।

इसी प्रकार शासकीय सेवाओं एवं योजनाओं में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देंगे। संत शिरोमणि रविदास के नाम पर कौशल उन्नयन विश्वविद्यालय सागर में स्थापित करेंगे। तेंदूपत्ता की मजदूरी की दर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा करेंगे। पढ़ो-पढ़ाओ योजना के अंतर्गत सरकारी स्कूलों के बच्चों को कक्षा 1 से 8वीं तक 500 रुपए, कक्षा 9वीं-10वीं के लिए 1000 रुपये एवं कक्षा 11वीं-12वीं के बच्चों को 1500 रुपए प्रतिमाह देंगे। स्कूली शिक्षा निःशुल्क करेंगे। आदिवासी अधिूसचित क्षेत्रों में कांग्रेस के कार्यकाल में बना पेसा एक्ट लागू करेंगे।

किसानों को गेहूं का 2600 और धान का 2500 रूपए मूल्य देंगे। पांच हार्सपॉवर निःशुल्क बिजली देने के साथ 10 हार्सपॉवर तक 50 प्रतिशत छूट देंगे। किसान भाइयों को किसान फ्रेण्डली एप उपलब्ध कराएंगे। नंदिनी गोधन योजना प्रारंभ करेंगे। 2 रूपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीदेंगे। कांग्रेस ने जो 1000 गौशालाएं प्रारंभ की थी जिसे भाजपा ने बंद कर दिया है उन्हें पुनः प्रारंभ करेंगे। गो ग्रास अनुदान बढ़ाएंगे। सहकारी क्षेत्र के माध्यम से दूध खरीदी पर 5 रूपये प्रति लीटर बोनस देंगे। सहकारी संस्थाओं में 50 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण देंगें। खेतिहर श्रमिकों को फसल रक्षक का नाम देंगे एवं प्रशिक्षण देकर किट देंगे।

विधान सभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने अपने कई प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए है। कुछ नए नाम आए हैं तो कुछ के पत्ते कट गए हैं. चुनावी उम्मीदवारों को लेकर कहीं-कहीं विरोध भी देखने को मिल रहा है। ऐसा ही एक मामला कांग्रेस नेता वीरेंद्र रघुवंशी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, जिसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। बीजेपी के नेता और प्रवक्ता इस वीडियो को लेकर कांग्रेस पर खूब तंज कस रहे हैं। दरअसल इस वायरल वीडियो में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि वीरेंद्र के सामने शर्मिंदा हुआ। शिवपुरी की बात दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह से करो. मैं तो वीरेंद्र को चाहता हूं. अब आप लोग यहां से जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़िए।

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा है कि कमलनाथ की टिकटार्थियों को सलाह आप जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के कपड़े फाड़िए… कांग्रेस में, राजस्थान से लेकर छत्तीसगढ़ तक, नेताओं के झगड़ों के बीच, जनता पिस जाती है। इन्हें सत्ता से दूर रखना ही एक मात्र इलाज है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद से कई लोग असंतुष्ट हैं, उनमें से कुछ कोलारस से कांग्रेस विधायक बीरेंद्र रघुवंशी के समर्थक भी हैं.। शिवपुरी से कांग्रेस नेता वीरेंद्र रघुवंशी का टिकट काटकर कांग्रेस ने पिछोर के वर्तमान विधायक केपी सिंह को दिया, उसके बाद रघुवंशी के समर्थक पीसीसी चीफ कमलनाथ से मिले और रघुवंशी के टिकट को लेकर तेज आवाज में बोलने लगे। वीडियो में कमलनाथ यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि ष्वीरेंद्र को मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल किया है। मेरी इच्छा थी, और अभी भी इच्छा है कि वीरेंद्र को कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी घोषित करना चाहिए। इस प्रकार की कलह भी वचन पत्र के साथ जुड़ी है। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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