मोदी का दशहरा पर सामयिक संदेश

प्रधानमंत्री ने कहा, हमें सामाजिक कुरीतियों और भेदभाव को खत्म करने का संकल्प लेना चाहिए। सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने वाली हर बुराई को भी जला दिया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विजय दशमी पर लोगों से देश को जातिवाद और क्षेत्रवाद के नाम पर विभाजित करने की कोशिश करने वाली ताकतों को खत्म करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि दशहरा उन विचारधाराओं के दहन का भी प्रतीक होना चाहिए जो भारत के विकास के बारे में नहीं बल्कि अपने स्वार्थों को पूरा करने से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री ने दिल्ली में दशहरा कार्यक्रम में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह त्योहार केवल रावण के पुतले जलाने और राक्षस पर भगवान राम की जीत तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे देश में हर बुराई पर देशभक्ति की जीत का प्रतीक भी होना चाहिए। विजय दशमी का पर्व देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमें सामाजिक कुरीतियों और भेदभाव को खत्म करने का संकल्प लेना चाहिए। सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने वाली हर बुराई को भी जला दिया जाना चाहिए। मोदी ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का एक भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह हर किसी का सौभाग्य है कि वे सदियों के इंतजार के बाद इसके गवाह बन रहे हैं। यह कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा और यह लोगों के धैर्य की जीत का प्रतीक है। उन्होंने कहा, ‘‘भगवान श्री राम बस आने ही वाले हैं। अगली रामनवमी के दौरान मंदिर में प्रार्थना से पूरी दुनिया में खुशियां फैलेंगी। मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के साथ-साथ सबसे भरोसेमंद लोकतंत्र के रूप में उभर रहा है। आजादी के 75 साल बाद अब भारत का भाग्य उदय होने जा रहा है।
मोदी ने लोगों से 10 प्रतिज्ञाएं लेने को कहा, जिसमें कम से कम एक गरीब परिवार को उसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद करना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि जब सबका विकास होगा, तभी देश विकसित राष्ट्र बनेगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब तक देश में एक भी गरीब व्यक्ति है जिसके पास बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं, हम चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने पानी की बचत, डिजिटल लेनदेन, स्वच्छता, स्थानीय चीजों के लिए मुखर रहने (वोकल फॉर लोकल), गुणवत्तापूर्ण कार्य, घरेलू पर्यटन, प्राकृतिक खेती, मोटे अनाजों के उपभोग और फिटनेस पर भी जोर दिया। मोदी ने कहा कि विजयदशमी अन्याय पर न्याय की, अहंकार पर विनम्रता की और क्रोध पर धैर्य की जीत का त्योहार है, साथ ही यह प्रतिज्ञाओं को नवीनीकृत करने का भी दिन है। इस दिन शस्त्र पूजा की परंपरा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में हथियारों का इस्तेमाल दूसरों के क्षेत्र पर अतिक्रमण के लिए नहीं बल्कि रक्षा के लिए किया जाता है। उन्होंने भारतीय दर्शन के शाश्वत और आधुनिक पहलुओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम भगवान राम की मर्यादा जानते हैं और साथ ही यह भी जानते हैं कि अपनी सीमाओं की रक्षा कैसे करनी है।
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा, जिसे विजयादशमी के रूप में भी जाना जाता है, देशभर में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। देश के अलग-अलग हिस्सों में रावण, उसके बेटे मेघनाद और भाई कुंभकर्ण के बड़े-बड़े पुतले जलाए गए। इन कार्यक्रमों में आम लोगों के साथ-साथ राजनीतिक नेताओं ने भी भाग लियाराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कई अन्य नेताओं ने दशहरा उत्सव मनाने के लिए दिल्ली में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए। मोदी ने एक सांकेतिक धनुष से तीर चला कर लंका दहन समारोहों की शुरूआत की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लाल किला के पास श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित दशहरा समारोह में भाग लिया। बाद में उन्हें पुतले की ओर तीर चलाने के लिए सांकेतिक धनुष-बाण दिया गया। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने नव श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में दशहरा समारोह में भाग लिया। कार्यक्रम में जय श्री राम के नारों के बीच सोनिया को रामायण की एक प्रति उपहार में दी गई। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी विभिन्न रामलीला समितियों द्वारा आयोजित दशहरा उत्सव में शामिल हुए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग में सेना के जवानों के साथ दशहरा मनाया। तवांग, चीन की सीमा से लगा रणनीतिक रूप से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। सिंह ने एक सैन्य अड्डे पर शस्त्र पूजा करने के बाद कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। नवरात्र के नौ दिवसीय उत्सव के समापन के बाद दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल में विजयादशमी के मौके पर राज्य के विभिन्न नदी घाटों पर देवी दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया गया।
कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य पुलिस ने शहर में हुगली नदी के किनारे 34 घाटों पर व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए थे। विजयादशमी के मौके पर महिलाओं ने पारंपरिक सिंदूर खेला (एक-दूसरे के चेहरे पर सिन्दूर लगाना) अनुष्ठान में भाग लिया। फिल्म अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता सहित कई मशहूर हस्तियों ने कोलकाता में विभिन्न सामुदायिक पूजा पंडालों में सिंदूर खेला अनुष्ठान में भाग लिया। जम्मू-कश्मीर में दशहरा के मौके पर श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में भारी संख्या में लोग एकत्र हुए। अधिकारियों ने बताया कि जोरदार जयकारों के बीच मैदान में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के विशाल पुतलों का दहन किया गया। उन्होंने बताया कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती समेत बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग भी उत्सव देखने गए। उन्होंने बताया कि जम्मू में भी यह त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजयादशमी पर गोरक्षपीठ के प्रमुख संत के रूप में शहर में पारंपरिक शोभा यात्रा का नेतृत्व किया। इस दौरान लोग सड़कों के दोनों ओर खड़े हुए थे। मुस्लिम और सिंधी समुदाय के सदस्यों ने शोभायात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर आदित्यनाथ का स्वागत किया। शोभायात्रा के दौरान मुख्यमंत्री सजे हुए रथ पर खड़े हुए दिखाई दिए। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने होशियारपुर में एक दशहरा कार्यक्रम में भाग लिया।
महाराष्ट्र में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में दशहरा रैली को संबोधित किया और कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। उन्होंने लोगों से इस अवसर का जश्न मनाने के लिए देश भर के मंदिरों में कार्यक्रम आयोजित करने को कहा। कर्नाटक के मैसुरु शहर में मंगलवार को जंबो सवारी (हाथियों की सावरी) के साथ 10 दिवसीय दशहरा उत्सव का समापन हो गया। मैसुरु शहर की देवी चामुंडेश्वरी को अभिमन्यु (हाथी) के ऊपर 750 किलोग्राम के सोने के बने हौदा पर विराजमान किया गया और शोभायात्रा निकाली गयी। इसमें सुसज्जित हाथियों का समूह शामिल था। हाथियों के समूह का नेतृत्व अभिमन्यु नामक हाथी ने किया। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)