यूपी भाजपा संगठन में फेरबदल

उत्तर प्रदेश मंे योगी आदित्यनाथ की सरकार को लेकर तो सियासी विरोध के अलावा अन्य कोई विरोध नजर नहीं आता। विकास के साथ अनुशासन और कड़े फैसले योगी सरकार की विशेष पहचान बन गये हैं लेकिन संगठन के रूप मंे पार्टी पर उंगलियां भी उठी हैं। झांसी के ककरवाई थाना क्षेत्र में भाजपा विधायक के बेटे की दबंगई अखबारों की सुर्खियां बन गयी थी। भाजपा जो आरोप सपा पर लगाती थी, वही आरोप उस पर लगने लगे थे। इस तरह की अन्य घटनाएं भी हुई थीं। आम चुनाव 2024 को देखते हुए भाजपा ने प्रदेश संगठन मंे बड़ा फेरबदल किया है। इस बार रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को भी महत्वपूर्ण दायित्व कानपुर का सौंपा गया है। इसी प्रकार संजय राय को अवध और गोविन्द शुक्ला को गोरखपुर क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है। प्रदेश उपाध्यक्ष त्र्यंबक को लखनऊ का प्रभार दिया गया है। बड़े जिलों मंे अनुभवी पदाधिकारी पार्टी को मजबूत करंेगे और नियंत्रण भी रखेंगे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चैधरी का कहना है कि 68 जिलों में नये अध्यक्ष बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा अब सांसद विधायक की मर्जी से नहीं, सभी की सलाह से मंडल अध्यक्ष बदले जाएंगे। तीन दिसम्बर को पांच राज्यों के विधानसभा नतीजे घोषित होने के बाद ही लोकसभा चुनाव का अभियान शुरू जाएगा। लोकसभा चुनाव से पहले ही संगठन को चुस्त-दुरुस्त कर लिया जाएगा।
प्रदेश मुख्यालय मंे गत 20 नवम्बर को जिलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक हुई थी। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चैधरी ने साफ-साफ कहा कि पार्टी जिसको भी प्रत्याशी बनाए, जिलाध्यक्ष उसको विजयी बनाने में पूरी ताकत लगा दें। प्रदेश अध्यक्ष ने दो टूक शब्दों मंे कहा कि ऐसा नहीं होगा कि कोई सांसद मंडल अध्यक्षों की लिस्ट पकड़ा दे और उनको ही पदाधिकारी घोषित कर दिया जाए। हालांकि मंडल अध्यक्ष और जिले की टीम मंे बदलाव स्थानीय सांसद और विधायक की मर्जी से ही किया जाएगा। भूपेन्द्र चैधरी ने बताया कि 98 मंे से 68 संगठनात्मक जिलों मंे गत दिनों नियुक्त जिलाध्यक्षों की टीम में आंशिक बदलाव किया जाएगा। उन्हांने यह भी कहा कि जिन 30 जिलाध्यक्षों को दूसरी बार मौका मिला है, उन्हें मौजूदा टीम से ही चुनाव कराना होगा। इस प्रकार तीन दिसम्बर के बाद चुनाव अभियान शुरू हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी संगठन में भारी फेरबदल किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को कानपुर का प्रभारी नियुक्त किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चैधरी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने बैठक में क्षेत्रीय प्रभारियों, मोर्चा प्रभारी व सहप्रभारियों तथा जिला प्रभारियों के नाम घोषित किये। गोविन्द नारायण शुक्ला को गोरखपुर क्षेत्र प्रभारी घोषित किया गया है। वहीं, उपाध्यक्ष ब्रज बहादुर को अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश प्रभारी तथा प्रदेश मंत्री शंकर लोधी को प्रदेश सहप्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रभारी तथा प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि को अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेश सहप्रभारी घोषित किया गया है। प्रदेश मंत्री शिवभूषण सिंह को प्रदेश अध्यक्ष के कार्यालय हेतु जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश कुमार शर्मा को किसान मोर्चा का प्रदेश प्रभारी तथा प्रदेश मंत्री विजय शिवहरे एवं शंकर गिरि को किसान मोर्चा का प्रदेश सह प्रभारी घोषित किया गया, जबकि प्रदेश महामंत्री रामप्रताप सिंह चैहान को पिछड़ा वर्ग मोर्चा का प्रदेश प्रभारी तथा प्रदेश मंत्री सुश्री पूनम बजाज तथा अभिजात मिश्रा को पिछड़ा वर्ग मोर्चा का प्रदेश सह प्रभारी घोषित किया गया है।
भाजपा के घोषित जिला प्रभारियों के क्रम में पश्चिम क्षेत्र से रामपुर राजा वर्मा, मुरादाबाद महानगर व मुरादाबाद राजेश यादव, शामली विकास अग्रवाल, अमरोहा सत्यपाल पाल, बिजनौर हरिओम शर्मा, सहारनपुर महानगर वाईपी सिंह, सहारनपुर जिला डीके शर्मा, मुजफ्फरनगर सूर्यप्रकाश पाल, मेरठ महानगर विजय शिवहरे, मेरठ जिला मयंक गोयल, गाजियाबाद महानगर व गाजियाबाद जिला मानवेन्द्र सिंह (एमएलसी), हापुड़ सत्यपाल सैनी, नोएडा महानगर श्रीमती कान्ता कर्दम, गौतमबुद्ध नगर प्रमोद गुप्ता, बागपत चन्द्र मोहन, संभल हेमंत राजपूत, बुलन्दशहर बंसत त्यागी को जिला प्रभारी घोषित किया गया है।
दरअसल, पूर्व में भाजपाइयों पर उंगली उठी है। झांसी के ककरवई थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खरवांच बालू घाट में खूनी संघर्ष देखने को मिला था। जहां बालू माफियाओं द्वारा बालू के उठान को लेकर बहसा-बहसी हो गई। दो दर्जन से अधिक असलहों के साथ घाट पर पहुंचे बीजेपी विधायक के बेटे ने वहां मौजूद लोगों के साथ लाठी डंडों से जमकर मारपीट की। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब रोका तो सत्ता के नशे में चूर गरोठा विधायक के पुत्र पुलिस से ही भिड़ गया और असभ्य भाषा का उपयोग करने लगा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस घटना को लेकर बालू घाट पर मौजूद कर्मचारी ने बताया था कि लगभग दो दर्जन से अधिक असलहा धारियों के साथ जवाहर राजपूत गरोठा विधायक का बेटा आया और टोकन लूटने का प्रयास करने लगा। जब कर्मचारी ने इसका विरोध किया तो जमकर मारपीट की और तोड़फोड़ किया। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।
उधर, कानपुर से भी सनसनीखेज मामला सामने आया था। रोड रेज की एक घटना में बीजेपी नेता ने एक शख्स की दोनों आंखों को फोड़ दिया। घायल अवस्था में शख्स का इलाज दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में हुआ। गंगाराम की मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक घायल शख्स अमनदीप भाटिया की एक आंख पूरी खघ्राब हो चुकी है।कानपुर पुलिस ने आरोपी बीजेपी पार्षद सौम्या शुक्ला और अंकित शुक्ला के खिलाफ एआईआर दर्ज की। अमनदीप भाटिया के परिवार की तरफ से मांग कि गई थी कि एफआईआर में हत्या के प्रयास की धारा भी लगाई जाए। पीड़ित की पत्नी गुनीत भाटिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम लोग खाना खाकर वापस आ रहे थे।जीटी रोड पर ये लोग हार्न बजाकर हमसे पास मांग रहे थे पर बगल में ट्रक था इसलिए हम पास नहीं दे पा रहे थे। फिर आगे इन्होंने हमारी गाड़ी के आगे गाड़ी लगा दी और मेरे पति को पीटने लगे। मैं इन लोगों के हाथ जोड़ती रही पर ये लोग लगातार मेरे पति के चेहरे पर घूंसे मार रहे थे। गुनीत भाटिया ने कहा कि वो पांच लोग थे , पार्षद सौम्या शुक्ला भी वहीं थी और उनका पति अंकित शुक्ला अपने साथियों के साथ पीट रहा था। इस प्रकार भाजपा की छवि भी सुधारनी है। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)