टीसीएस पर लग सकता है भारी भरकम जुर्माना

डलास, टेक्सास फेडरल कोर्ट में एक जूरी ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को डीएक्ससी टेक्नोलॉजी के व्यापार रहस्यों को चुराने का दोषी ठहराया है, जिससे भारतीय सॉफ्टवेयर प्रमुख पर 210 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगने की संभावना है। ऐसा तब हुआ है जब पिछले सप्ताह टीसीएस ने एपिक सिस्टम से मुकदमा और दावा हारने के बाद तीसरी तिमाही के दौरान 125 मिलियन डॉलर के प्रावधान की घोषणा की थी।
कंपनी के प्रवक्ता ने टीसीएस ने आरोपों का खंडन करते हुए बताया है कि, टीसीएस जूरी के सलाहकारी फैसले से असहमत है। इस मामले का फैसला अब न्यायालय द्वारा किया जाएगा, जिसने पक्षों से आगे की जानकारी देने का आदेश दिया है। हम इस चल रहे मामले पर मुकदमा जारी रखने की योजना बना रहे है।
2019 में, कंप्यूटर साइंसेज कॉर्प डीएक्ससी ने टीसीएस के खिलाफ एक मुकदमा दायर किया, जिसमें दावा किया गया कि उसने अपने सॉफ्टवेयर का लाइसेंस ट्रांसअमेरिका की सहायक कंपनी मनी सर्विसेज इंक को दिया था। टीसीएस ने 2018 में ट्रांसअमेरिका से 2 बिलियन डॉलर के बीड प्राप्त किए थे। मुकदमे में आरोप लगाया गया कि टाटा ने 2018 में 2,200 ट्रांसअमेरिका कर्मचारियों को हटा दिया और एक प्रतिस्पर्धी लाइफ इन्स्योरेन्स प्लेटफोर्म बनाने के लिए इसके सोर्स कोड और अन्य मालिकाना जानकारी का ज्ञान प्राप्त करने के लिए सीएससी के सॉफ्टवेयर तक अपनी पहुंच का उपयोग किया। मुकदमे में कहा गया है कि टीसीएस का सौदा तीसरे पक्ष के प्रशासन के लिए था, न कि उसके मालिकाना सिस्टम के सोर्स कोड तक पहुंचने के लिए, जिसका उपयोग बाद में टीसीएस बीएएनसीएस सॉफ्टवेयर को बेहतर बनाने के लिए किया गया था।
जूरी ने पिछले हफ्ते एक फैसले में पाया कि टाटा समूह की सहायक कंपनी ने एक प्रतिस्पर्धी प्लेटफार्म बनाने के लिए जीवन बीमा और वार्षिकी पॉलिसियों के मैनेजमेंट के लिए डीएक्ससी के वेंटेज-वन और साइबरलाइफ सॉफ्टवेयर के बारे में गोपनीय जानकारी का दुरुपयोग किया था।