स्वास्थ जगत

एक बार फिर डराने लगा कोरोना

 

भारत ने कोरोना की बड़ी कीमत चुकाई है ऐसी स्थिति में सरकार समेत सबकी जिम्मेदारी बनती है कि वह समय रहते जागरूकता अपनाएं तथा सभी जरूरी बचाव उपायों को अपनाकर आने वाली चुनौतियों के सामने कई तैयारियां करनी चाहिए।

एक बार फिर कोरोना इंसानी स्वास्थ्य और जीवन के लिए चुनौती बन कर आ रहा है। कई देशों में कोरोना के सब वैरिएंट की आमद ने दुनिया को एक बार फिर सकते में डाल दिया है वहीं भारत में रविवार को 335 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए और एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1,701 हो गई।

अघयतन जानकारी के अनुसार देश में कोरोना वायरस के कारण स्थिति लगातार चिंताजनक बनती जा रही है। केरल के बाद अब दो और राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन-1 की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही भारत कोरोना के केस नौ दिनों के भीतर दोगुना हो गए हैं। केरल के बाद महाराष्ट्र और गोवा में नए वेरिएंट के 19 मामलों के बारे मंे पता चला है। इसमें से एक मामला महाराष्ट्र का है, जबकि 18 मामले गोवा के हैं। देश में कोरोना के मामले 2 हजार के करीब पहुंच गए हैं। जबकि 11 दिसंबर को कोरोना के मामले 938 थे। महामारी के फिर लौटने से केंद्र ने गहरी चिंता जताई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोरोना मामले को लेकर सभी राज्यों के मंत्रियों के साथ एक बैठक की।

आपको बता दें कि भारत में कोविड-19 मामलों में एक बार फिर इजाफा होने लगा है। केरल में कोविड का नया सब वैरिएंट जेएन-1 मिला है। इससे 17 दिसंबर को चार लोगों की मौत हो गई। वहीं उत्तर प्रदेश में भी कोविड पॉजिटिव शख्स की जान चली गई। हालांकि यह पता नहीं चला है कि यह मरीज जेएन-1 वैरिएंट से संक्रमित था या नहीं। कोरोना का नया सब वैरिएंट सामने आने पर केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट रहने और टेस्टिंग बढ़ाने की सलाह दी। उधर, कर्नाटक सरकार ने 60 साल के ज्यादा उम्र के उन लोगों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया है, जिन्हें बुखार, कफ और खांसी आ रही है।

हालांकि, केरल में स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि डरने की कोई बात नहीं है। हम लगातार निगरानी कर रहे हैं।
गत मंगलवार को एक ही दिन में कोविड के नए वैरिएंट से 5 एक साथ मौतों के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है। कोविड 19 के भीषण प्रहार से भारत की बड़ी आबादी अब भी कराह ही रही है। इस महामारी ने दुनिया के साथ भारत में भी लाखों जानें ली हैं। दुर्भाग्य से पिछले कुछ दिनों से भारत के दक्षिणी-पश्चिमी राज्यों केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र के साथ उत्तर प्रदेश में भी इसके कुछ मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक हाल में कोविड-19 के 335 नए मरीज पाए गए हैं। इसके साथ ही भारत में एक्टिव कोविड केसों की संख्या बढ़कर 1,701 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में अभी तक कोरोना संक्रमण से 5 लोग अपनी जान गवां चुके हैं, जिनमें से 4 मरीज केरल से थे और एक उत्तर प्रदेश का है। केरल में कोरोना के नए उप-संस्करण जेएन-1 के संदिग्ध मामले सामने आए हैं। केरल के पड़ोसी राज्य कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी कुछ मरीजों की पहचान हो चुकी है। पीछे देश में कुल कोविड केस लोड 4.50 करोड़ था। जबकि संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4.46 करोड़ है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोविड की राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 प्रतिशत आंकी गई है। जबकि इससे अब तक 5,33,316 लोगों की मौत हो चुकी है और इस मामले में मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। बात करें वैक्सीनेशन की तो स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश में कोविड-19 वैक्सीन की 220.67 करोड़ खुराकें दी जा चुकी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सार्स कोविड 2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम की चल रही नियमित निगरानी गतिविधि के हिस्से के रूप में केरल में कोविड-19 के उप-संस्करण केबी-1 के मामले पाए गए। पीड़ितों में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी आईएलआई के हल्के लक्षण थे।

इनमें से ज्यादातर कोविड-19 से उबर चुके हैं। हालांकि केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के मुताबिक राज्य में पाया गया कोविड-19 उप-संस्करण जेएन-1 चिंता का कारण नहीं है। नया कोविड वैरिएंट के उप-वेरिएंट का पता महीनों पहले भारतीय यात्रियों में लगाया गया था, जिनकी सिंगापुर हवाई अड्डे पर जांच की गई थी। चिंता की कोई बात नहीं है। यह एक उप-संस्करण है। महीनों पहले इस संस्करण को कुछ भारतीयों में पाया गया था जिनकी सिंगापुर हवाई अड्डे पर जांच की गई थी। यह सिर्फ इतना है कि केरल ने यहां जीनोम अनुक्रमण की पहचान की है और स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की। केरल सरकार ने चेतावनी जारी की है कि जिन लोगों को अन्य गंभीर बीमारियां हैं, उन्हें ज्यादा सावधान रहना चाहिए। वास्तव में सावधानी रखने की जरूरत केवल केरल जैसे कुछ राज्यों को ही नहीं, उप्र जैसे राज्य को भी है जहां अगले महीने 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में श्रीरामलला के नवनिर्मित मंदिर के उद्घाटन में पूरे भारत से लाखों लोग जमा हो रहे हैं जो कोविड के नए वैरिएंट के हमले को देखते हुए खतरनाक हो सकता है। इसके बाद देश में आम चुनाव भी हैं। भले कोविड का खतरा बहुत गंभीर न हो लेकिन इसके इतिहास को देखते हुए सावधानी रखने की जरूरत है। वहीं सरकारी सूत्रों ने दावा किया है कि भारतीय वैक्सीन कोरोना के ने वेरिएंट का मुकाबला करने में सक्षम है।

भारत ने कोरोना की बड़ी कीमत चुकाई है ऐसी स्थिति में सरकार समेत सबकी जिम्मेदारी बनती है कि वह समय रहते जागरूकता अपनाएं तथा सभी जरूरी बचाव उपायों को अपनाकर आने वाली चुनौतियों के सामने कई तैयारियां करनी चाहिए। यह जीवन बचाने के लिए एक जरूरी शर्त है। (हिफी)

(मनोज अग्रवाल-हिफी फीचर)

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