राजनीति

भाजपा के लिए भारी पड़ी देवेगौड़ा की दोस्ती

 

विपक्ष को आरोपों में फंसाने में अब तक भाजपा आगे थी लेकिन अब कर्नाटक के देवेगौड़ा परिवार का सेक्स स्कैण्डल भाजपा के लिए भी भारी पड़ रहा है। एचडी देवे गौड़ा के पौत्र और कर्नाटक के हासन से सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना के कथित सेक्स स्कैण्डल के सामने आने के बाद विपक्षी दल सीधे-सीधे भाजपा पर आरोप लगाते हैं क्योंकि कर्नाटक में भाजपा और जनता दल (सेक्यूलर) गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। प्रज्ज्वल और उनके पिता को पार्टी से निकालने की मांग भी उठ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बेटे एचडी कुमारस्वामी ने तो एचडी रेवन्ना और प्रज्ज्वल रेवन्ना से रिश्ता तोड़ने की बात कही है लेकिन चुनाव के समय यह स्कैण्डल आसानी से दबने वाला नही हैं। कर्नाटक की राजनीति में इससे भूचाल आ गया है। इस काली सच्चाई के मुख्य किरदार में सियासत में ऊँचे रसूख के परिवार के दो सदस्य हैं। इनमें एक विधायक बाप है तो दूसरा उसका सांसद बेटा। पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवे गौड़ा से इनका सीधा रिश्ता है। एचडी रेवन्ना पूर्व पीएम के बेटे हैं और प्रज्ज्वल रेवन्ना पौत्र है। इनकी काली करतूतों को दुनिया के सामने लाने वाली कोई और नहीं बल्कि रेवन्ना परिवार की इनके यहां काम कर चुकी पीड़िता है। उसका आरोप है कि बाप-बेटे ने लगातार चार साल तक उसका यौन उत्पीड़न किया। अब बेटी पर भी बुरी नजर डाली तो बर्दाश्त से बाहर हो गया। उत्तर प्रदेश के गायत्री प्रजापति जैसा यह मामला दिख रहा है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि रेवन्ना परिवार में 6 महिलाएं काम करती थीं। प्रज्ज्वल सभी का यौन शोषण करता था। आरोप है कि प्रज्ज्वल जैसे ही घर में प्रवेश करता था सभी महिलाएं सहम जाती थीं। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। वीडियो वायरल होते ही कर्नाटक सरकार ने सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना द्वारा सैकड़ों महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न से जुड़े मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की हैं। इस रिपोर्ट का इंतजार तो करना ही पड़ेगा लेकिन देश की राजनीति कितने गंदे लोगों से भरी हैं, इसका एक नमूना यह है। भाजपा को देवे गौड़ा परिवार से दूरी बना लेनी चाहिए वरना वह विपक्ष पर आरोप किस मुंह से लगाएगी।

देवेगौड़ा का परिवार सेक्स स्कैंडल मामले में फंसता चला जा रहा है। एचडी देवेगौड़ा के पोते और कर्नाटक के हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़ा सेक्स स्कैंडल सामने आने के बाद उन्हें जनता दल (सेक्युलर) से जांच होने तक निलंबित कर दिया गया है। हुब्बल्ली में जेडीएस कोर कमेटी की एक बैठक हुई, जिसमें प्रज्ज्वल रेवन्ना को पार्टी से निष्कासित करने की मांग भी हुई। इधर, स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रज्वल रेवन्ना फिलहाल विदेश में है। उनके पिता ने इन ऑडियो-वीडियो क्लिप्स को अपने परिवार के खिलाफ साजिश बताया है। वहीं, कुमारस्वामी ने खुद को अपने भाई के परिवार से अलग बताया। कर्नाटक के हासन में जेडीयू सांसद और एनडीए के मौजूदा उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी की मांग हो रही है। लोग सड़क पर उतरे हुए हैं। बताया जा रहा है कि बरामद की गई पेन ड्राइव्स में 2800 के आसपास अश्लील ऑडियो-वीडियो क्लिप्स और अश्लील तस्वीरें हैं। सभी क्लिप्स में आवाज प्रज्वल रेवन्ना की बताई जा रही है. कुछ महिलाओं के साथ जोर-जबरदस्ती भी दिख रही है। हालांकि, ज्यादातर महिलाएं जो प्रज्वल रेवन्ना की शिकार बनीं, वो विरोध नहीं कर पाईं। ये आरोप भी लग रहे हैं कि इन वीडियो को प्रज्वल ने खुद रिकॉर्ड कर महिलाओं को ब्लैकमेल भी किया। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रज्वल रेवन्ना के सेक्स स्कैंडल ने सियासी भूचाल खड़ा कर दिया है. फिर प्रज्वल कोई छोटे-मोटे नेता नहीं हैं। वह पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के भतीजे. हालांकि, कुमारस्वामी का कहना है कि उनका परिवार रेवन्ना के परिवार से अलग है और प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना इस मामले को साजिश बता रहे हैं।

कर्नाटक में जेडीएस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही बीजेपी की इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। कर्नाटक के गुलबर्गा में मौजूद प्रियंका गांधी ने इस मामले में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा क्योकि 26 अप्रैल को मतदान के बाद प्रज्वल जर्मनी चला गया। ये पूछा जा रहा है कि प्रशासन ने उसे रोका क्यों नहीं..? प्रशासन की सफाई है कि उसे प्रज्वल रेवन्ना की सेक्स पेन ड्राइव की जानकारी नहीं थी। डिप्टी कमिश्नर हासन सत्य भामा ने कहा कि चुनाव की वजह से हम लोग काफी व्यस्त थे और इस बारे में हमें जानकारी नहीं थी। 28 अप्रैल को हासन में प्रज्वल और पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। एडीजीवी बीके सिंह के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई, जिसमें एसपी रैंक की दो महिला अधिकारी भी शामिल हैं। एसआईटी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस बीच कुछ संगठनों ने हासन में विरोध प्रदर्शन किया और एफआईआर में बलात्कार से जुड़ी धारा जोड़ने की मांग की है। कर्नाटक में भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) के बीच समझौता हुआ है। पार्टी के नेता और कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने एलान किया है कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए जेडीएस को चार सीटें दी है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने इसके लिए हामी भर दी है। जेडीएस के विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक से दूर रहने के बाद ही यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि यह पार्टी लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ जा सकती है।

भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य येदियुरप्पा ने कहा कि चुनावी तालमेल के तहत जद(एस) कर्नाटक में 28 संसदीय क्षेत्रों में से चार पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और जेडीएस के बीच तालमेल होगा। कहा,‘‘ इसने हमें काफी ताकत दी है और इससे साथ मिल कर हमें 25-26 लोकसभा सीट जीतने में मदद मिलेगी।’’ इससे पहले जेडीएस प्रमुख देवेगौड़ा ने कहा था कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।भाजपा ने कर्नाटक में 2019 के लोकसभा चुनावों में 25 सीट पर जीत हासिल की थी, वहीं, भाजपा समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस और जद(एस) ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की थी। जेडीएस के साथ बीजेपी के रिश्ते को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जाती हैं। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि एक साथ जाने से दोनों पार्टियों को मदद मिलेगी, दूसरों का कहना है कि भाजपा के लिए संभावित मामूली लाभ गठबंधन के लायक नहीं हो सकता है। हाल के विधानसभा चुनावों में भाजपा का वोट शेयर 36 फीसदी और जेडीएस का 14 फीसदी था, लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में अकेले भाजपा को 52 फीसदी वोट मिले थे। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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