लोकसभा चुनाव के बाद यूपी की ब्यूरोक्रेसी में होंगे बड़े बदलाव, कई अफसर हो रहे रिटायर

लखनऊ। लोकसभा चुनावों के बाद यूपी की ब्यूरोक्रेसी में बड़े बदलाव होंगे। सूबे की सबसे बड़ी प्रशासनिक कुर्सी पर कौन बैठेगा। इसका फैसला भी लोकसभा चुनावों के बाद होना तय माना जा रहा है। प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है। ऐसे में इस कुर्सी के लिए 1988 बैच के अफसर सबसे आगे हैं। मौजूदा एपीसी और आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह को चुनावों के बाद प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया जा सकता है।
1988 बैच के अफसर मनोज कुमार सिंह जून के बाद यदि मुख्य सचिव बनते हैं, तो ऐसे में एपीसी और आईआईडीसी के पद की जिम्मेदारी 1989 बैच के किसी अफसर को सौंपी जा सकती है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि अगस्त तक 1988 बैच के सभी अफसर रिटायर हो जाएंगे। ऐसे में 1989 बैच में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल या 1989 बैच के ही देवेश चतुर्वेदी को एपीसी और आईआईडीसी की जिम्मेदारी मिल सकती है। इसके अलावा मुख्य सचिव के समकक्ष माना जाने वाला राजस्व परिषद चेयरमैन का पद भी अगस्त में खाली हो रहा है। मौजूदा राजस्व परिषद चेयरमैन अगस्त में रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में इस पद की जिम्मेदारी भी 1989 बैच के किसी अफसर को मिल सकती है। 1989 बैच में मोनिका एस गर्ग अप्रैल, 2025 में रिटायर हो रही है। इसके अलावा अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह का कार्यकाल भी दिसंबर, 2024 तक है। वहीं अपर मुख्य सचिव होमगार्ड अनिल कुमार का कार्यकाल मई, 2026 तक है।