राजनीति की कलंक कथा है रेवन्ना सैक्स स्केंडल

कर्नाटक का एक ऐसा सैक्स टेपकांड जिसने न सिर्फ पूरे देश को हिला कर रख दिया है वरन राजनीतिक नेताओं के आवरण में छिपे ऐसे शातिर चरित्र को उजागर किया है जिसने भारतीय राजनीति के इतिहास में ऐसा कलंकित दाग लगा दिया है जिसे मिटाना और भुलाना मुश्किल होगा। अभी तक सिर्फ संत के भेष में छिपे आशाराम राम, रहीम जैसे लोगों के कुत्सितचरित्र उजागर हुए थे राजनीतिक नेताओं में भी अमरमणी त्रिपाठी तंदूर कांड वाले सुशील शर्मा, साक्षी महाराज, कुलदीप सैंगर समेत कई नेताओं पर बलात्कार हत्या जैसे संगीन मामलों में आरोपी बन चुके हैं लेकिन मौजूदा मामले में रेवन्ना की कथित पेन ड्राइव जो बयान कर रही है वह राजनीति में छिपे एक बेहद कामुक व अनगिनत महिलाओं के साथ यौन बर्बरता भरी दरिंदगी करने वाले ऐसे राजनीतिक की कलंक कथा का संकेत है जो लम्बे समय तक शर्मसार करती रहेगी। अभी इस हाइप्रोफाइल प्रकरण की जांच होने पर स्थिति और साफ सामने आएगी।
ज्ञात हो कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के विधायक बेटे एचडी रेवन्ना और हासन सीट से सांसद पोते प्रज्वल रेवन्ना पर गंभीर आरोप लगे हैं। रेवन्ना पर अपने घर में अनगिनत लड़कियों के साथ यौन शोषण करने, उनका अश्लील वीडियो बना कर उन्हें डराने-धमकाने का सनसनीखेज आरोप है। कर्नाटक सरकार ने जनता दल (सेक्यूलर) के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना की संलिप्तता वाले कथित सेक्स स्कैंडल की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित किया।कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. नागलक्ष्मी चैधरी द्वारा सरकार को एक पत्र लिखे जाने के बाद यह कदम उठाया गया। रेवन्ना (33) हासन लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ। जद (एस) पिछले साल सितंबर में राजग में शामिल हो गया था।
प्रज्वल की संलिप्तता वाले कुछ वीडियो क्लिप को हाल के दिनों में हासन में वायरल किया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, पुलिस के पास यह सूचना है कि विधायक एवं पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के बेटे प्रज्वल देश छोड़कर चले गए हैं। प्रज्वल ने अपने चुनाव एजेंट के जरिए अधिकारियों के समक्ष यह शिकायत दायर की कि वीडियो में छेड़छाड़ की गई है और चुनाव से पहले उनकी छवि धूमिल करने के लिए इसका प्रसार किया जा रहा है। गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने कहा, प्रज्वल के विदेश चले जाने के मामले में एसआईटी उन्हें वापस लाने और जांच जारी रखने के लिए जिम्मेदार होगी। हम एसआईटी से नहीं कहेंगे कि जांच कैसे करनी है।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, हमारा सिर शर्म से झुक गया है। शिवकुमार, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भी हैं। उन्होंने कहा, मैंने मीडिया में देखा कि वह भाग गए हैं। यह एक अक्षम्य अपराध है। यह शर्म का विषय है। वह एक सांसद हैं और पूर्व प्रधानमंत्री के पोते हैं। एसआईटी पर सरकार के आदेश में कहा गया है कि यौन अपराध को अंजाम देने वालों, इसका वीडियो बनाने वाले और फिर इसे सार्वजनिक करने वाले लोगों को जांच के दायरे में शामिल किया जाए। इस मामले में अश्लील क्लिप्स और आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुए हैं जबकि कुल 2976 से ज्यादा सेक्स क्लिप्स होने की बात सामने आई। दावा किया गया है कि वायरल वीडियो में दिख रहीं महिलाएं खुद को छोड़ने की गुहार लगाती हुईं रो रही हैं और प्रज्वल वीडियो शूट कर रहे हैं। प्रज्वल अपने रसोईये की बेटी से भी आपत्तिजनक बातें और छेड़छाड़ करता था। जिस लिहाज से इस केस में अश्लील फोटो और वीडियो वायरल होने की खबर है, उस हिसाब से इसे भारत का अब तक का सबसे बड़ा सैक्स कांड कहा जा रहा है।
आपको बता दें कि इस पूरे सेक्स कांड में प्रज्वल का एक पुराना ड्राइवर कार्तिक मीडिया के सामने आया है। कार्तिक वही है, जिसने प्रज्वल के फोन से अश्लील क्लिप्स को कॉपी किया था। कार्तिक ने 17 साल तक प्रज्वल के पास ड्राइवर की नौकरी की। पिछले साल जमीन से जुड़े एक मामले में दोनों के बीच विवाद हुआ और कार्तिक ने नौकरी छोड़ दी। कार्तिक का कहना है कि प्रज्वल और उसके परिवार ने उसकी जमीन को जबरन हथिया लिया और सवाल पूछे जाने पर उसको और उसकी पत्नी को प्रताड़ित किया। प्रज्वल के खिलाफ केस करने के लिए ड्राइवर कार्तिक ने कर्नाटक बीजेपी नेता देवराजे गौड़ा से संपर्क किया। देवराजे गौड़ा हासन में रेवन्ना परिवार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले नेता थे और पेशे से वकील हैं। 2023 में गौड़ा ने रेवन्ना के खिलाफ भाजपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था।
जानकारी के अनुसार जैसे ही प्रज्वल रेवन्ना को इस बात की भनक लगी तो उन्होंने कोर्ट से उनके खिलाफ किसी भी तरह के अश्लील वीडियो या फोटो को प्रसारित करने पर स्टे ले लिया। कार्तिक के मुताबिक, देवराजे गौड़ा ने कोर्ट ऑर्डर के मद्देनजर अश्लील क्लिप की एक कॉपी देने को कहा, जिससे उसे सीधे जज को देकर स्टे वेकेट किया जा सके। उधर ड्राइवर कार्तिक ने कहा कि इस अश्लील वीडियो की कॉपी देवराजे गौड़ा के अलावा उन्होंने किसी को नहीं दी। ये कैसे, किसी और के हाथ पहुंची और फिर इसे किसने फैलाया, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कार्तिक ने देवराजे गौड़ा पर इसे लीक करने का आरोप लगाया और कहा कि एसआइटी के सामने वो बयान देंगे। करीब 200 वीडियो क्लिप्स वायरल या लीक होने की खबर है। वहीं 33 वर्षीय प्रज्वल रेवन्ना ने इन वीडियो को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि उन्हें बदनाम करने के मकसद से वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। वह जर्मनी के लिए रवाना हो गए। प्रज्वल रेवन्ना के पिता एचडी रेवन्ना पर भी उनकी घरेलू सहायिका ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। एचडी रेवन्ना होलेन रासीपुर निर्वाचन क्षेत्र से जेडीएस विधायक हैं।
प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना ने कहा कि मैं नहीं जानता ये कैसी साजिश रची गई है। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो आसानी से डर कर भाग जाऊं। उन्होंने जो वीडियो रिलीज किए हैं, वे 4-5 साल पुराने हैं। हालांकि मामले में रेवन्ना को जांच पूरी होने तक पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है।रेवन्ना पर पूरा मामला रेवन्ना के घर पर काम करने वाली हाउस हेल्प की एफआईआर से सामने आया। महिला ने एचडी रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्वल पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 354 (ए) यौन शोषण, 354(डी) पीछा करना, 506 धमकाना और 509 बोलकर या इशारों से महिला की गरिमा का अपमान करना के तहत केस दर्ज कर लिया है।
प्रज्वल रेवन्ना के वायरल वीडियो को लेकर जेडीएस और भाजपा के बीच राजनीतिक तनातनी है। सेक्स टेप विवाद के बाद भाजपा ने उनसे दूरी बना ली है। प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा के पोते पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के भतीजे हैं।उनके पिता पूर्व मंत्री व मौजूदा विधायक हैं। प्रज्वल रेवन्ना ने 2014 में बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री ली थी। उसके बाद से वह राजनीति में सक्रिय हो गए। नवंबर 2019 में जब प्रज्वल रेवन्ना 29 साल के थे उन्हें जेडीएस का राज्य महासचिव नियुक्त किया गया था।
इस सारे प्रकरण को लेकर भाजपा भी काफी असहज महसूस कर रही है क्योंकि रेवन्ना के साथ चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंच साझा कर रहे थे। (हिफी)
(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)