राजनीति

नड्डा व दिग्विजय के गूढ़ संकेत

 

राजनीति मंे भविष्य अनिश्चय है। नेताओं का अगला कदम क्या होगा, इस पर गारंटी के साथ कुछ भी नहीं कहा जा सकता। इसका संकेत जरूर कभी-कभी मिलता है। अभी हाल मंे दो विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस तरह के संकेत दिये, जिनके मतलब अलग-अलग निकाले जा रहे हैं। इनमें एक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हैं तो दूसरे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लेकर गूढ़ संकेत दिये हैं। नड्डा कहते हैं कि भाजपा लगातार आगे बढ़ रही है और उस मुकाम तक पहुंच चुकी है जहां उसे आरएसएस की जरूरत थी। अब भाजपा अपने दम पर आगे बढ़ने में सक्षम है। इसका एक अर्थ यह भी लगाया जा रहा है कि भाजपा आरएसएस को किनारे करने वाली है? उधर, कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की है। वह कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ ईमानदार छवि के नेता हैं। मजे की बात यह कि दिग्गी राजा ने योगी की तारीफ महाराजगंज लोकसभा सीट पर इंडिया प्रत्याशी के प्रचार के दौरान की है। उन्हांेने महाराजगंज मंे कांग्रेस प्रत्याशी वीरेन्द्र चैधरी के लिए वोट भी मांगा लेकिन योगी की तारीफ करके राजनीतिक गलियारे मंे कानाफूसी भी शुरू कर दी। इससे पहले दिग्गी राजा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जमकर तारीफ कर चुके हैं। इसी महीने (1 मई) पुणे मंे कां्रगेस छोड़कर भाजपा मंे शामिल हो रहे नेताओ को बेपेंदी का लोटा बताया था। साथ ही आरएसएस और जनसंघ से जुड़े लोगों के संघर्ष की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि आरएसएस और जनसंघ मंे कुछ न होने के बावजूद लोग टिके रहे, कभी विचारधारा को नहीं छोड़ा।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरएसएस को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि पार्टी लगातार बढ़ रही है और अब यह उस स्थिति से विकसित हो चुकी है, जहां उसे आरएसएस की जरूरत थी। अब बीजेपी अपने दम पर सक्षम है और अपना काम खुद चलाती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस एक वैचारिक मोर्चा है। एक इंटरव्यू में नड्डा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय में काफी कुछ बदल चुका है। आरएसएस की उपस्थिति भी बदल गई है। पहले हम इतनी बड़ी पार्टी नहीं थे और अक्षम थे। हमें आरएसएस की जरूरत पड़ती थी, लेकिन आज हम काफी आगे बढ़ चुके हैं और अकेले दम पर आगे बढ़ने में सक्षम हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या भाजपा को अब आरएसएस के समर्थन की जरूरत नहीं है। इस पर नड्डा ने कहा, “देखिए, पार्टी बड़ी हो गई है और सभी को अपने-अपने कर्तव्य के साथ भूमिकाएं मिल चुकी हैं। आरएसएस एक सांस्कृतिक और सामाजिक संगठन है और हम एक राजनीतिक संगठन हैं। यह जरूरत का सवाल नहीं है।

इसके अलावा नड्डा ने मथुरा और वाराणसी पर भी बात की। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि भाजपा की मथुरा काशी में विवादित स्थलों पर मंदिर बनाने की योजना है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास ऐसा कोई विचार व योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का सिस्टम इस तरह से काम करता है कि पार्टी की विचार प्रक्रिया संसदीय बोर्ड में चर्चा से तय होती है, फिर यह राष्ट्रीय परिषद के पास जाती है जो इसका समर्थन करती है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फैसला किया है कि पार्टी का ध्यान गरीबों, शोषितों, दलितों, महिलाओं, युवाओं, किसानों पर रहेगा। इन वर्गों को मुख्यधारा में लाया जाना चाहिए और इन्हें मजबूत करना होगा।”

उधर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की है और उन्हें ईमानदार छवि का नेता बताया है। दिग्विजय सिंह पिछले दिनों यूपी की महाराजगंज लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे, इसी दौरान वो सीएम योगी की तारीफ करते नजर आए। दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर कहा कि वो ईमानदार नेता हैं। इन्हें मोदी परिवार के भ्रष्टाचारियों में शामिल नहीं होना चाहिए। हालांकि उन्होंने इस दौरान बीजेपी को बुलडोजर संस्कृति का पोषक बताते हुए मंदिरों को तोड़ने का आरोप लगाया। दिग्विजय सिंह ने कहा, भाजपा ने वाराणसी और गुजरात के मंदिरों पर बुलडोजर चलवाए, लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं करती है। ये सभी जानते हैं कि कांग्रेस कभी भी मंदिरों पर बुलडोजर नहीं चलवाती है। उन्होंने कहा कि झूठ की फैक्ट्री चलाने वाले नरेंद्र मोदी इसकी गारंटी देते हैं कि बीजेपी के पास ऐसी वाशिंग मशीन है जिसमें बेईमान भी धुलकर ईमानदार हो जाता है। कांग्रेस नेता ने इस दौरान बीजेपी की डबल इंजन सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीजेपी के डबल इंजन की सरकार किसानों को रौंदने का काम कर रही है। उन्होंने बीजेपी पर संविधान को खत्म करने का आरोप लगाया और कहा कि बीजेपी ने किसानों का कर्जा माफ नहीं किया लेकिन अपने उद्योगपति मित्रों का लाखों करोड़ रुपया माफ कर दिया, जिसकी वजह से महंगाई बढ़ गई है और इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ रहा है।

भूपेश बघेल के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी राहुल राग छेड़ा है। दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के तौर पर चुनने के भूपेश बघेल के बयान का समर्थन किया है। दिग्विजय सिंह ने कहा राहुल गांधी प्रधानमंत्री बने, यह हमारे मन की भावना है। कांग्रेस नेता ने कहा कि भूपेश बघेल ने जो बातें कही हैं वही आंतरिक भावना मेरी भी है। राहुल गांधी को लेकर हमारे मन में जो भावनाएं हैं, उसे व्यक्त करने का हमें पूरा अधिकार है। सिंह ने कहा यह अलग बात है कि राहुल गांधी स्वाभाविक तौर पर हमारी तरफ से प्रधानमंत्री के दावेदार हैं और हमारे मन की भावना भी यही है कि वह देश के प्रधानमंत्री बने।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि राहुल गांधी जब प्रधानमंत्री बनेंगे तो कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र की पांच प्रमुख गारंटियों को पूरा करने का काम प्रमुखता से करेंगे। इन पांच गारंटीयों को 25 प्वाइंट के जरिए पूरा किया जाएगा। गरीबों को पांच के बदले 10 किलो मुफ्त राशन दिए जाने का मुद्दा भी असर कर रहा है। दिग्विजय सिंह ने दावे से कहा कि लोग भले ही कुछ सोचें, लेकिन आप लोग देखिएगा कि हम सब कैसे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाएंगे। दिग्विजय सिंह का दावा है इस बार परिवर्तन और बदलाव की बयान बह रही है जो विपक्षी पहले कहते थे की क्लीन स्वीप हो रहा है वह भी अब अच्छी फाइट होने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने चुनाव को लेकर जितनी मेहनत की है, उतना इस देश में किसी दूसरे नेता ने नहीं की है। वह लगातार गरीबों की लड़ाई लड़ रहे हैं। नफरत खत्म करने के लिए कोशिश कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने जोर देकर कहा कि राहुल गांधी पीएम मैटेरियल है। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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