सम-सामयिक

क्या भाजपा से टकराएंगे पवन सिंह!

 

भोजपुरी के लोकप्रिय गायक और भाजपा के नेता पवन सिंह को भाजपा ने निलंबित कर दिया है। यह निलम्बन पवन सिंह की जिद का नतीजा है। पहले भारतीय जनता पार्टी ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से उम्मीदवार घोषित किया था। उस समय पवन सिंह ने पार्टी आदेश की अवहेलना करते हुए आसनसोल से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। उसी समय कहा जा रहा था कि पवन सिंह भाजपा से टकराना चाहते हैं। पवन सिंह ने अपनी लोकप्रियता का दम भरते हुए सोशल मीडिया पर काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया था। इस प्रकार उन्हांेने भाजपा को खुली चुनौती दी थी। पवन सिंह ने बिहार के काराकाट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मंे पर्चा भी दाखिल कर दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी माँ प्रतिमा देवी को भी काराकाट से ही उम्मीदवार बनाया ताकि किसी एक का पर्चा खारिज हो जाने के बाद भी दावेदारी कायम रहे। हालांकि गत 17 मई को ही प्रतिमा देवी ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। पार्टी की तरफ से दबाव डाला जा रहा था कि पवन सिंह भी उम्मीदवारी वापस ले लें लेकिन वह डटे रहे। इसी का नतीजा है कि पार्टी ने उन्हंे प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर कारण बताओ नोटिस भेजा है।

इस प्रकार भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को अपने बागी तेवरों का अंजाम भुगतना पड़ा है। पवन सिंह को अपनी एक जिद की वजह से पार्टी से हाथ धोना पड़ा है। उनको बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है। दरअसल पवन सिंह ने ऐलान किया था कि बीजेपी सदस्य होने के बावजूद वह एनडीए के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने पवन सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। आरा लोकसभा सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे आर के सिंह ने कहा, या तो उन्हें यह ऐलान करना चाहिए कि वह काराकाट से एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे या फिर उन्हें बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया जाना चाहिए। अगर वह काराकाट से चुनाव लड़ते हैं, तो पार्टी से उनका निलंबन उचित फैसला होगा। उपेन्द्र कुशवाहर एनडीए उम्मीदवार हैं,उनको पीएम मोदी ने मंजूरी दी है। उन्होंने आरा में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि आसान सी बात है कि कुशवाहा की जीत प्रधानमंत्री के हाथों को मजबूत
करेगी।

बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चैधरी से भोजपुरी गायक के फैसले के बारे में पूछा गया तो वह इस पर सीधा जवाब देने से बचते नजर आए। सम्राट चैधरी ने कहा, उपेंद्र कुशवाह काराकाट से एनडीए के उम्मीदवार हैं। उन्हें पीएम मोदी की मंजूरी मिल गई है। पूरी बीजेपी कुशवाह के साथ है। बीजेपी के सभी कार्यकर्ता और एनडीए दलों के नेता उनके लिए काम कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में आसनसोल से पहले बीजेपी का टिकट ठुकराने वाले पवन सिंह ने हाल ही में कहा था कि वह काराकाट सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने वहां पर चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था। उन्होंने ऐलान किया कि जल्द ही एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में वह अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।

काराकाट लोकसभा सीट पर चुनावी हलचल तेज हो गई है। यहां पर भोजपुरी स्टार पवन सिंह के निर्दलीय चुनाव लड़ने के बाद जहां एनडीए की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही थीं तो वहीं बीच में पवन सिंह की मां ने भी नामांकन करके हलचल तेज कर दी थी। हालांकि अब पवन सिंह की मां ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। पवन सिंह चुनावी मैदान में जुटे हुए हैं और लोग के बीच जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। काराकाट लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन एनडीए के साथ चुनाव लड़ रहे हैं। पवन सिंह भाजपा से भी जुड़े हुए हैं, ऐसे में उन पर टिकट वापस लेने का काफी दवाब भी था। इन सबके वाबजूद पवन सिंह ने काराकाट सीट से नामांकन दाखिल किया और वह अब चुनाव लड़ रहे हैं।

भोजपुर स्टार और काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने कार्रवाई कर दी है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह ने पार्टी का सदस्य होने के बावजूद एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले भोजपुरी गायक पवन सिंह के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने ही कहा था अगर वह काराकाट से चुनाव लड़ते हैं तो पार्टी से उनका निलंबन उचित निर्णय होगा।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए के उम्मीदवार हैं, जिसका मतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के उम्मीदवार।’’ आर। के। सिंह ने कहा कि ‘‘जो कोई भी एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहा है, इसका मतलब है कि वह मोदी जी के नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ रहा है।’’

निर्वाचन आयोग के समक्ष दाखिल किए गए हलफनामे के अनुसार भोजपुरी स्टार पवन सिंह के पास कुल 16.75 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है। पवन सिंह के पास 5.04 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 11.70 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। पवन सिंह की चल संपत्ति में 5 बैंक खातों में जमा राशि, चार पहिया वाहन, मोटरसाइकिल, 31.09 लाख रुपये के गहने और 60 हजार रुपये नकद शामिल हैं। साल 2022-23 में उनकी आय 51.58 लाख रुपये थी। हलफनामे के मुताबिक अचल संपत्ति में 4.16 करोड़ रुपये की आरा और पटना में गैर कृषि भूमि है। इसके अलावा आरा में दो वाणिज्यिक संपत्ति तथा मुंबई एवं लखनऊ में 6.45 करोड़ रुपये की 5 आवासीय संपत्ति शामिल हैं। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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