धर्म गुरूओं के वेश में दुराचारी!

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में छोटा हरिद्वार के नाम से मशहूर गंगनगर घाट पर महिलाओं के चेंजिंग रूम में सीसीटीवी मिलने से हड़कंप मच गया है. ये सीसीटीवी महिलाओं के चेंजिंग रूम में लगा हुआ था। इस मामले में गंगनहर घाट पर स्थित प्राचीन शनि मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली गई है। मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी फरार हो गया है। संत-महात्मा देश और समाज को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, परंतु इन दिनों कलियुग का प्रभाव सिर चढ़कर बोल रहा है और संत पुजारी-महात्मा और बाबा के वेश में कुछ अपराधिक प्रवृत्ति वाले लोग धार्मिक चोला पहन कर अनुचित व समाज विरोधी कार्य को अंजाम दे रहे हैं। ये असामाजिक तत्व धर्म की आड़ में धर्म के विपरीत आचरण करके असली संत- महात्माओं की बदनामी का कारण बन रहे हैं।
जैसा कि आप जानते हैं कि आसाराम बापू, फलाहारी बाबा, कृपालु, गुरमीत राम रहीम सिंह, लिंगायत साधु, शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू तथा जलेबी बाबा आदि को महिलाओं और बच्चियों के यौन शोषण आदि के आरोपों में गिरफ्तार किया जा चुका है, कई अभी भी जेल में बंद हैं जबकि ऐसे बाबाओं के विरुद्ध शिकायतों का सिलसिला लगातार जारी है। आए दिन ऐसे मामलों की झड़ी लगी है जिसमें इन धार्मिक चोला धारी गुंडों की करतूत सामने आ रही है।
पिछले दिनों उत्तराखंड में हत्या के आरोप में फरार आरोपी उत्तर प्रदेश के एक मंदिर में साधु बनकर छुपा हुआ था. जिसे उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। यह मामला 2018 का है, जहां पर मनीष गुप्ता नाम के युवक ने अपनी बहन के साथ छेड़छाड़ का विरोध किया था तो इस हत्या आरोपी वीर सिंह सैनी ने मनु गुप्ता के सिर पर कुल्हाड़ी मार कर उसकी जान ले ली थी। फिर भाग कर उत्तर प्रदेश चला गया था और उत्तर प्रदेश के एक मंदिर में छुपकर साधु बना बैठा था जिसे उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरफ्तार किया।
इसी तरह 30 जून 23 को गुजरात की सूरत पुलिस ने लीक से हटकर पुलिसिंग को अंजाम देते हुए हत्या के मामले में वांछित एक मोस्ट वांटेड को 23 साल बाद पकड़ा है। सूरत के उधना क्षेत्र में हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी साधु बन गया था। सूरत पुलिस ने इस मोस्ट वांटेड को पकड़ने के लिए साधु का रूप धारण किया और फिर उत्तर प्रदेश के मथुरा से अरेस्ट किया। इतने सालों से पुलिस को चकमा दे रहे इस हत्यारोपी पर पुलिस ने 45 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।
12 मार्च, 2024 को पुलिस ने बेंगलुरू में एक 50 वर्षीय महिला को विवाह तथा आर्थिक लाभ का झांसा देकर उससे बलात्कार करने के आरोप में एक गिरजाघर के पादरी राजशेखर (58) के विरुद्ध केस दर्ज किया।महिला का आरोप है कि चर्च में आने के पहले दिन से ही यह पादरी उसका शोषण करता आ रहा था और उसे आर्थिक लाभ दिलाने का झांसा देकर राजशेखर ने उससे लगभग 35 लाख रुपए भी ठग लिये। महिला द्वारा अपनी रकम वापस मांगने पर यह पादरी उसे जान से मारने की धमकियां देने लगा। फिलहाल पादरी फरार है।
5 मई को राजस्थान के पाली जिले में एक मौलवी अब्दुल गनी द्वारा मस्जिद के अंदर एक 19 वर्षीय युवती से बलात्कार किए जाने के संबंध में पीड़िता के परिजनों ने पुलिस में शिकायत लिखवाई।युवती ने आरोप लगाया कि अब्दुल गनी ने मुंह खोलने पर उसे जान से मारने की भी धमकी दी थी। मौलवी के विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से वह फरार है।
11 मई को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक मौलवी द्वारा मस्जिद में पढ़ने वाली एक युवती के साथ बलात्कार करने और उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने के आरोप में पीड़िता के परिजनों ने मसूरी थाना में शिकायत दर्ज करवाई।
13 मई को चेन्नई में धोखे से एक महिला को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाकर उससे बलात्कार करने के आरोप में एक धर्मस्थल के पुजारी कार्तिक मनुसामी के विरुद्ध पुलिस ने केस दर्ज किया। उक्त पुजारी ने महिला के गले में माला पहनाकर उसके साथ रिश्ता कायम करके जिंदगी शुरू करने का वायदा किया था परंतु उसे गर्भवती करने के बाद पहले तो उसका गर्भपात करवा दिया और फिर उसे अपने मित्र के साथ भी सैक्स करने के लिए मजबूर किया।
24 मई को गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम थानाक्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने अपने भाई के ससुर और साली के उत्पीड़न से तंग आकर दोनों के विरुद्ध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़िता का आरोप है कि जब वह नहा रही थी, तब उसके भाई के ससुर ने छिपकर उसकी वीडियो बना ली। बाद में उसके आधार पर उसने पीड़िता के साथ जबरदस्ती की और जबरदस्ती करने के भी फोटो खींच लिए। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि अब इन वीडियो और फोटो के आधार पर पिता- पुत्री दोनों ही उसे ब्लैकमेल कर उससे रकमें ऐंठने में लगे हैं।
17 साल से साधु का वेश धारण कर चकमा दे रहे ब्रह्मगिरी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हापुड़ और मथुरा पुलिस ने इस फर्जी बाबा को लूट के मामले के तहत हिरासत में लिया है। यह फर्जी बाबा अजय शर्मा ब्रह्मगिरी नाम बदल कर मथुरा में अपराध कर हापुड़ जनपद में थाना पिलखुवा के सिखेड़ा गांव के शिव मंदिर में साधु बनकर रह रहा था।
वहीं सबसे ताजा घटनाक्रम के मुताबिक गाजियाबाद के थाना मुरादनगर क्षेत्र में गंगनहर घाट है, इसे छोटा हरिद्वार भी कहा जाता है, जहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं। आरोप है नहर में नहाने आई महिलाओं के चेंजिंग रूम में ये सीसीटीवी लगा हुआ था। कैमरे की नजर नीचे की ओर थी। एक महिला की नजर जब इस कैमरे पर पड़ी तो उसने इसकी शिकायत की। जिसके बाद पता चला कि ये कैमरा महंत मुकेश गोस्वामी के मोबाइल फोन से कनेक्ट था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस तत्काल एक्शन में आई। पुलिस ने जब इसकी जांच की तो इस चेंजिंग रूम के पांच दिन का डेटा मिला है। जिसमें महिलाओं के कपड़े बदलने के वीडियो मिले हैं। पुलिस को पता चला है कि ये सीसीटीवी काफी समय से यहां लगा हुआ था।
हालांकि सभी साधु संत ऐसे नहीं हैं परंतु निश्चय ही ऐसी घटनाएं संत समाज की बदनामी का कारण बन रही हैं लेकिन इसके लिए किसी सीमा तक अंधविश्वास की शिकार महिलाएं भी दोषी हैं, जो इन ढोंगी बाबाओं की बातों में फंसकर इनके झांसे में आ जाती हैं और संतान प्राप्ति, घरेलू समस्या संपत्ति विवाद, प्रेम प्रसंग के निवारण जादू टोने आदि के लोभ में अपना सर्वस्व लुटा बैठती हैं। कई बार पड़ोसी के बच्चों की बलि जैसे गंभीर अपराध को भी अंजाम देने के मामले सामने आते रहे हैं। लिहाजा इस मामले में महिलाओं को भी सावधानी बरतने की जरूरत है। घर के बड़े-बुजुर्गों को भी परिवार की महिलाओं और बच्चियों को विशेष रूप से समझाना चाहिए कि भगवान का कोई एजेंट या मध्यस्थ नहीं है वह सीधे प्रार्थना स्वीकार करते हैं अतः बिना जांचे-परखे इस तरह के बाबाओं के जाल में फंसने से बचना चाहिए और किसी भी साधु मौलवी तांत्रिक वेशधारी को सीधे भगवान का दूत मान कर भरोसा करने से बचना चाहिए। (हिफी)
(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)