योगी आदित्यनाथ का सुशासन

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीते दिनों सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव के परिणामों से व्यथित जरूर हुए लेकिन एक नई ऊर्जा के साथ वह आगे बढ़ते हुए दिख रहे हैं। प्रदेश में सुशासन होगा, तभी विकास भी होगा। गत दिनों यूपी पुलिस को उच्चीकृत पीआरवी (पुलिस वाहन) प्रदान किये गये। राज्य मंे स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा मंे बढ़ाया गया यह एक कदम है। इन वाहनों को हरी झंडी दिखाते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कानून का राज सुशासन की पहली शर्त है। इसके लिए सुरक्षा व संरक्षा का बेहतर वातावरण होना चाहिए। यूपी पुलिस की तारीफ करते हुए उन्हांेने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डीजी कांफ्रेंस मंे देश भर के पुलिस महानिदेशकों के सामने कानून के परिवर्तन के साथ ही स्मार्ट पुलिसिंग की नई दृष्टि दी थी। मोदी ने जो दृष्टि दी थी, योगी आदित्यनाथ यूपी मंे उसी पर आचरण कर रहे हैं। पुलिस ही नहीं हर क्षेत्र मंे योगी आदित्यनाथ का यही दृष्टिकोण है। अभी हाल में सहारनपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गये कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने प्रदेश मंे अच्छी बिजली व्यवस्था के लिए योगी आदित्यनाथ की तारीफ की है। यह एक उदाहरण है जो बताता है कि सरकार अच्छा काम करेगी तो विरोधी भी उसकी तारीफ करेंगे। योगी ने अपनी पुलिस को वातानुकूलित हेलमेट दिया है और अपेक्षा की है कि पिछले 7 साल मंे कानून का राज दिखाई दिया है, यह सिलसिला बरकरार रहना चाहिए।
सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को लेकर बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस सांसद ने योगी सरकार की तारीफ की है। इमरान मसूद ने बिजली यानी लाइट को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तारीफ की है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा है कि इतनी भीषण गर्मी में भी यूपी में बिजली सही तरीके से आई है और बिजली विभाग के कर्मियों ने लगातार काम किया है। इमरान मसूद ने कहा है कि अगर कोई सकारात्मक काम हुआ है, तो उसकी तारीफ करनी चाहिए। सहारनपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते इमरान मसूद ने बिजली को लेकर योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा, मेरे यहां यानी सहारनपुर में काफी दिनों तक लाइट नहीं आती थी। मगर इस बार हमारे यहां अच्छी बिजली आई है। जो अच्छे काम हैं, उसकी बात करनी चाहिए। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, अगर लाइट जल रही है और मैं कहू कि लाइट बंद है तो मेरी बात कोई नहीं मानेगा। अगर सकारात्मक काम हुआ है तो उसकी तारीफ भी करनी है। इमरान मसूद ने कहा कि सिर्फ आलोचना करना ही हमारा मकसद नहीं है। इस बार इतनी भीषण गर्मी में भी उत्तर प्रदेश में बिजली सुचारू रूप से चल रही है, तो ऐसे में तारीफ करनी चाहिए। इमरान मसूद ने कहा, विपक्ष में होने का मतलब यह नहीं कि हम हर वक्त बुराई ही करेंगे। मैं सकारात्मक राजनीति करने वाला हूं। नकारात्मक राजनीति नहीं करता।
दरअसल, सुशासन का यह भी एक उदाहरण है। सुशासन की पहली शर्त कानून का राज है। कानून के राज की पहली शर्त सुरक्षा व संरक्षा का बेहतर वातावरण है। सुरक्षा राज्य का दायित्व है। उप्र पुलिस इसका बेहतर निर्वहन करती रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ इस तरह प्रदेश में बेहतर हुई कानून-व्यवस्था के लिए पुलिस की प्रशंसा करने के साथ ही भविष्य में तकनीक के साथ कदमताल कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने कहा, पुलिस आधुनिकीकरण की मांग लंबे समय से चली आ रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीजी कांफ्रेंस में कानून-व्यवस्था में परिवर्तन के लिए स्मार्ट पुलिसिंग की अवधारणा दी थी। उसी कड़ी में उप्र पुलिस अपने कदम बढ़ा रही है। यूपी 112 को दूसरे चरण में एआइ (आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस) समेत अन्य अत्याधुनिक तकनीक से जोड़कर अधिक प्रभावी बनाया गया है। बीते सात वर्षों में उप्र पुलिस ने अपनी नई पहचान बनाई है। उप्र को भी नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रदेश में निवेश व व्यापार की नई संभावनाएं जागी हैं।
मुख्यमंत्री ने गत 27 जून को सुबह अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास में यूपी 112 के 96 उच्चीकृत पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हेकिल) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि यूपी 112 को और प्रभावशाली बनाने के लिए अगले तीन वर्ष के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। यूपी 112 के बेड़े में कुल 6278 वाहन शामिल किए जाएंगे। इस वर्ष 1778 वाहनों को शामिल किए जाने का लक्ष्य है। योगी ने कहा, सात वर्ष में यूपी में कानून का राज दिखाई दिया है, जिसने पुलिस को भी सम्मान और विश्वास का प्रतीक बनाया। वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद जब पहली प्रशासनिक बैठक की तो पता चला कि यूपी आबादी में देश का सबसे बड़ा राज्य है, पर अर्थव्यवस्था के मामले में छठवें स्थान पर है। प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ तो यूपी आज देश की दूसरी अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है और तेजी से देश की बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो रहा है। योगी का मानना है कि अगर आधुनिकीकरण पर ध्यान नहीं देंगे तो पुलिस बल पिछड़ जाएगा। इसका असर सामान्य नागरिकों की सुरक्षा पर पड़ेगा। लोगों का विश्वास एक बार व्यवस्था से हटा तो उसे बहाल करने में लंबे समय तक कसरत करनी पड़ेगी। वित्त व संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पुलिस के समय से मौके पर पहुंचने से बड़े से बड़े अपराध को रोका जा सकता है। पुलिस को सेवाभाव से काम करने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ ही किसी बेकसूर पर कार्रवाई न किए जाने की नसीहत भी दी। सीएम ने कानपुर यातायात पुलिस के 32 जवानों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत वातानुकूलित हेलमेट भी वितरित किए। योगी ने आरक्षी सुगौरव तिवारी को अपने हाथ से हेलमेट पहनाया। यातायात कर्मियों को प्रचंड गर्मी से राहत दिलाने के लिए कानपुर के पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के इस प्रयास की सराहना की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर बेहद ही सख्त रहते हैं। आप कई बार खबर पढ़ते व सुनते होंगे कि अपराधियों की संपत्ति पर बुलडोजर चलाई गई। मुज्जफरनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा था कि भ्रष्टाचारी, अपराधी और बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करने वालों के लिए डबल इंजन की सरकार महा काल है।
बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाला कोई भी हो वो धरती पर नहीं रसातल में जाएगा। योगी ने कहा, मुजफ्फरनगर में जो लोग पहले लोगों का पलायन कराते थे, आज वो खुद पलायन कर चुके हैं।’’ विपक्षी दलों के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा, ‘‘यह काम पहले भी हो सकता था, मगर पहले की सरकार के पास आपकी आस्था को सम्मान देने की फुर्सत नहीं थी। उन्होंने न विरासत को सम्मान दिया, ना विकास को आगे बढ़ाया। इस प्रकार योगी आदित्यनाथ कानून के राज से सुशासन लाने का प्रयास कर रहे हैं। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)