महाराष्ट्र मंे दोनों गुटों की उड़ी नींद

महाराष्ट्र मंे इसी साल विधानसभा के चुनाव भी होने हैं। वर्ष की शुरुआत मंे देश भर मंे हुए आम चुनाव में भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए को यूपी और महाराष्ट्र में निराशा का सामना करना पडा। महाराष्ट्र मंे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमबीए सरकार जरूर गिर गयी लेकिन जनता को वहां का यह राजनीतिक खेल पसंद नहीं आया। इसलिए लोकसभा चुनाव मंे दल छोड़ने वालों को पराजय का सामना करना पड़ा। अब विधानसभा चुनाव मंे भी भाजपा को महाराष्ट्र मंे झटका लग सकता है। यह संकेत सर्वे की रिपोर्ट देती है। उधर, विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) मंे भी सहयोगी दलों की खींचतान सामने आने लगी है। सबसे ज्यादा दिक्कत कांग्रेस को हो सकती है क्योंकि लोकसभा चुनाव मंे उसे उम्मीद से ज्यादा सीटें मिली हैं। इसलिए विधानसभा चुनाव मंे एमवीए मंे सीटों के बंटवारे को लेकर झगड़ा हो सकता है। सीट शेयरिंग को लेकर 7 अगस्त को बैठक होने वाली है। इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महिलाओं के लिए माझी लाड़ली योजना की शुरुआत कर विधानसभा चुनाव के लिए जनता को जोड़ने का प्रयास किया है।
लोकसभा चुनाव के बाद इसी साल के अंत में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने कमर कसनी शुरू कर दी है। इन सबके बीच मीडिया में ताजा सर्वे आया है, इसे देखकर बीजेपी की नींद उड़ना तय माना जा रहा है। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं। सर्वे के मुताबिक, बीजेपी को महाराष्ट्र में 55-65 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। अगर इस सर्वे की मानें तो महाविकास अघाड़ी अच्छी खासी सीटें जीत सकती है। महाविकास अघाड़ी में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार) शामिल हैं। इससे पहले 2019 में बीजेपी ने राज्य में 105 और 2014 में 122 सीटों पर जीत हासिल की थी। दोनों चुनाव में बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन सर्वे में इस बार उसे झटका लगता दिख रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह सर्वे बीजेपी की आंतरिक रिपोर्ट के हवाले से दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एकनाथ शिंदे को बीजेपी के सहयोग से दोबारा सत्ता में आने का पूरा भरोसा है।
भाजपा के लिए चिंता की बात यह है कि एक दूसरे सर्वे में जो आंकड़े पेश किए गए वो भी बीजेपी की टेंशन बढ़ा रहे हैं। रिपोर्ट में एक राजनीतिक विश्लेषक ने मुंबई की 36 सीटों पर सर्वे किया है। इस सर्वे में एनडीए और महाविकास अघाड़ी के बीच कड़ी टक्कर दिख रही है। सर्वे में महाविकास अघाड़ी को 17 सीटें, जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 13 सीटें मिलने का अनुमान है। सर्वे में कहा गया है कि जून तक महाविकास अघाड़ी को 18 सीटें मिलने का अनुमान था। महाविकास अघाड़ी के लिए संजय राउत ने भी जीत का दावा किया है। संजय राउत ने कहा कि इस चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए चुनाव हार रही है। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी अपनी सरकार बनाएगी। माना जा रहा है कि इन सभी सर्वे के आधार पर उद्धव ठाकरे ने भी सीधे तौर पर अमित शाह पर निशाना तेज कर दिया है। उन्होंने हाल ही में कहा था कि वे अमित शाह को अहमद शाह अब्दाली कहेंगे।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे इसको लेकर हलचल तेज होती जा रही है। इस बीच आने वाले विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे व अन्य मुद्दों पर चर्चा को लेकर विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की बैठक को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। एमवीए के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक सीट शेयरिंग को लेकर उनके गठबंधन की बैठक सात अगस्त को होगी। कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता बालासाहेब थोराट ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा कि बैठक में सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर मानदंडों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने एक बयान में कहा, सीटों की अदला-बदली भी संभव है क्योंकि जीतने वाले उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा। थोराट ने यह भी बताया कि उन्होंने ठाकरे के साथ चुनावी रैलियों की योजना पर चर्चा की है। इस बीच, कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला एमवीए की बैठक से पहले पार्टी के राज्य नेताओं से मिलने के लिए मुंबई का दो दिवसीय दौरा किया। कांग्रेस ने एमवीए से चर्चा को लेकर राज्य के नेताओं की एक समिति गठित की है और चेन्निथला के साथ इस समिति के सदस्यों की चार अगस्त को बैठक भी हुई है।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में, महा विकास आघाड़ी ने महाराष्ट्र की 48 संसदीय सीटों में से 30 पर जीत हासिल की थी और एकमात्र निर्दलीय सांसद विशाल पाटिल के एमवीए में शामिल होने के बाद राज्य में विपक्षी सांसदों की संख्या 31 हो गई थी।
बहरहाल, महाराष्ट्र के गठबंधन महा विकास आघाड़ी में कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) शामिल हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर में होने की संभावना है। चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे सरकार मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना की तर्ज पर उत्तर भारतीय लाडली बहन और लाडला भाई योजना शुरू करेगी। सरकार के मुताबिक मुंबई में रहने वाले उत्तर भारतीय महिलाओं को अधिक से अधिक योजना का लाभ मिले, इसके लिए मुंबई के जिन इलाकों में उत्तर भारतीय ज्यादा जनसंख्या में रहते हैं वहां अवेयरनेस प्रोग्राम रखा जाएगा। ये अलग से योजना नहीं है। मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का ही हिस्सा है। वहीं मुख्यमंत्री माझी लाड़की योजना को लेकर शिवसेना नेता संजय निरुपम ने दावा किया कि महाराष्ट्र की महिलाओं के लिए माझी लाड़की योजना की शुरुआत की थी। योजना के अंतर्गत कई आवेदन हमे मिला है। रोजाना 7- 8 लाख लोग आवेदन कर रहे है। प्रति मिनट 650 आवेदन हमें मिल रहा है। उन्होंने कहा, ये महाराष्ट्र की पहली ऐसी योजना है कि जिसमें दूसरे राज्य से आए हुए महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा। मुंबई में अब तक करीब 3.5 लाख महिलाओं ने आवेदन किया है। विपक्ष से निवेदन है कि योजना को लेकर जनता के बीच गलत जानकारी न फैलाए। ये आने वाले दिनों में गेम चेंजर साबित होगी। संजय निरुपम ने ये भी दावा किया कि अब तक एक करोड़ 30 लाख ऑनलाइन आवेदन मिला है। 50 लाख ऑफलाइन निवेदन दिया गया है। योजना के पहले चरण में 35 हजार करोड़ का फंड का प्रोविजन किया गया है। आवेदन करने में पुणे पहले नंबर पर है। कोल्हापुर दूसरे नंबर पर है। शिवसेना नेता ने कहा कि मुंबई में भी लाखों के संख्या में महिलाओं ने आवेदन किया है। योजना का लाभ लेने के लिए विवाहित महिला सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे प्राण जाए पर वचन न जाए वाले बात को मनाने वाले नेता हैं।
संजय निरुपम ने कहा कि रक्षाबंधन से दो दिन पहले योजना की पहली दो किस्त महाराष्ट्र की बहनों को भेज दी जाएंगी। ये मुख्यमंत्री का ऐलान है। ये कांग्रेस की खटाखट योजना नहीं है। इसलिए विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार से बचें। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)