विश्व-लोक

किम जोंग उन ने फिर दिखाई बर्बरता

चार हजार लोगों की जान चली गई। जिसके जिम्मेदार 30 लोग थे। तो क्या उन 30 लोगों को सजा-ए-मौत दे देना उचित है। जैसा की अमूमन कई बार जिक्र भी होता है कि अबला का रेप कर हत्या कर देने वाले को बीच चौराहे पर खड़ा कर गोली मार देनी चाहिए। ये लोगों की बातें हैं। लेकिन कुछ लोग वाकई इस पर अमल भी करते हैं। दरअसल, हम उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन के बारे में बात कर रहे हैं। किम जोंग उन ने एक साथ 30 अधिकारियों को फांसी के फंदे पर लटका दिया। वजह जानकर आप हैरान भी रह जाएंगे।
किम जोंग उन की अपनी ही सरकार और अपने ही तरीके, खाता न बही जो किम कहे वही सही। किम अपने फैसले और आदेश के लिए हमेशा चर्चाओं में बने रहते हैं। कभी किसी आदेश को लेकर तो कभी किसी फैसले को लेकर। लेकिन उसका नया फरमान बिल्कुल ही हैरान कर देने वाला है। दरअसल, पिछले महीने उत्तर कोरिया में भयंकर बाढ़ आई। हजारों घर डूब गए और हजारों लोग बेघर हो गए। लोगों के लिए परेशानी काफी ज्यादा बढ़ गई। बाढ़ को रोकने के लिए किम ने अपने अधिकारियों को आदेश दिए। लेकिन जो जो अधिकारी बाढ़ को रोकने में सफल नहीं हुए उन्हें किम ने एक साथ फांसी पर लटका दिया।
30 अधिकारियों को फांसी की सजा दी गई। सजा पाने वाले सभी अधिकारी हाई रैंक के थे। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की गई। एक ही जगह पर सभी अधिकारियों को फांसी दी गई। बाढ़ प्रभावित इलाकों में किम ने खुद दौरे किए थे। हालात का जायजा लिया था। जायजा लेने के बाद जो फैसला सुनाया उसे सुनकर पूरा उत्तर कोरिया कांप रहा है। दौरा करने के दौरान किम को पता चला कि एक साथ कई अधिकारी अपने काम में लापरवाही बरत रहे हैं। जिसके बाद ये
फैसला लिया गया। किम के गुस्से के पीछे की वजह बाढ़ से लोगों की
मौते है। जिन अधिकारियों के कंधे पर हालात सामान्य करने की जिम्मेदारी थी।
उन अधिकारियों ने अपने काम में लापरवाही बरती। जिसके बाद किम का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। बाढ़ के कारण चार हजार लोगों की मौत हो गई। नार्थ कोरिया के कई राज्यों में आपातकाल घोषित किया गया। हालात काबू करने में अधिकारी असफल हो गए। किम ने किन अधिकारियों को फांसी की सजा दी है उनके नाम तो सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। लेकिन खबर है कि किम ने जिन अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी और फिर बर्खास्त किया था। उन सभी अधिकारियों को एक साथ फांसी की सजा दी।

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